ब्रेस्ट कैंसर में सफेद कंटकारी और काला दाना, भूलकर भी नही आजमाना

ब्रेस्ट कैंसर में सफेद कंटकारी और काला दाना, भूलकर भी नही आजमाना
पंकज अवधिया

आप पिछली बार आये थे तो अपनी पत्नी के स्वास्थ को लेकर बड़े चितित थे. आपको सफेद कंटकारी नामक वनस्पति की तलाश थी और इसके लिए आप मुँहमाँगी कीमत देने को तैयार थे.

आपकी पत्नी को ब्रेस्ट कैंसर था. चूंकि सफेद कंटकारी दुर्लभ बूटी है और उसके बहुत सारे तांत्रिक उपयोग है इसलिए यह आपको कहीं नही मिली.

कोलकाता के किसी तांत्रिक ने यह बूटी दी  और चार लाख रूपये लिए पर बाद में आपके वैद्य ने उसे गलत बूटी करार दिया. आपको ठग लिया गया था.

आपके वैद्य का कहना था कि आपकी पत्नी की चिकित्सा सफेद कंटकारी से ही हो सकती है. हालांकि उस समय उनका आधुनिक उपचार भी चल रहा था.

सफेद कंटकारी पर मेरे शोध के बारे में पढ़कर आप मेरे पास आये और मदद माँगी. मैंने आपको दूर जंगल में एक पारम्परिक चिकित्सक का पता दिया और स्पष्ट कहा कि वे आपको पैसों के लालच में इसे नही देंगे. बेहतर होगा कि आप अपने वैद्य को साथ लेकर जाए. वे यदि पारम्परिक चिकित्सक को ठीक से समझायेंगे तो हो सकता है आपको बिना कीमत दिए यह बूटी मिल जाए. आपने ऐसा ही किया और आपको बूटी मिल गयी. आप वापस लौट गये.

अब फिर आप आये हैं बहुत सारी रिपोर्ट के साथ. आपकी पत्नी मौत से जूझ रही है. हालत बहुत खराब है, डाक्टर कहते हैं कि अब गिनती के दिन बचे हुए हैं. मैं आपकी मदद करूंगा.

आपको लगता है कि ब्रेस्ट कैंसर के लिए आपकी पत्नी को दी जा रही  Eribulin नामक दवा के कारण पत्नी की हालत बिगड़ी. आपने मुझे वैद्य द्वारा दिए जा रहे सफेद कंटकारी पर आधारीय फार्मूले के बारे में विस्तार से जानकारी दी है.

मैं आपको बताना चाहता हूँ कि आपकी पत्नी की हालत कैंसर की दवा Eribulin के कारण नही बिगड़ी. आपके वैद्य द्वारा दिए जा रहे फार्मूले से भी कैंसर की दवा ने किसी तरह की प्रतिक्रिया नही की. यह तो दोषपूर्ण फार्मूले के कारण हुआ.

आपके वैद्य ने सफेद कंटकारी के साथ काला दाना और जंगली भिन्डी नामक वनस्पतियों का प्रयोग किया. साथ में उन्होंने सत्ताईस प्रकार की दूसरी जड़ी-बूटियों का प्रयोग किया.

मैं आपको बताना चाहता हूँ कि ब्रेस्ट कैंसर के लिए सफेद कंटकारी और काला दाना का मिश्रण जानलेवा है. इनके साथ जंगली भिन्डी के प्रयोग ने मिश्रण को और अधिक नुकसानदायक बना दिया. इससे आपकी पत्नी के कैंसर को फैलने में मदद मिली.

आपने अब बताया है कि सफेद कंटकारी देने वाले पारम्परिक चिकित्सक ने बूटी देने से पहले  आपके वैद्य को इस बारे में चेताया था पर आपके वैद्य से हंसकर टाल दिया था. उनकी यह गलती आपकी पत्नी के लिए जानलेवा साबित हुयी.

मैं आपको कुछ कारगर औषधीय मिश्रण देता हूँ. ये मिश्रण कैंसर वाली दवा के साथ नुकसान नही करेंगे और जल्द ही आपकी पत्नी के स्वास्थ में सुधार होगा. अभी उन्हें लम्बे समय तक आपके साथ रहना है.
     
मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.

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कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर पंकज अवधिया द्वारा तैयार की गयी 1000 घंटों से अधिक अवधि की  फिल्में आप इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं. 
सर्वाधिकार सुरक्षित
 E-mail:  pankajoudhia@gmail.com

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