कैंसर की चिकित्सा में जल, दिव्य पारम्परिक ज्ञान देता है अच्छा फल

कैंसर की चिकित्सा में जल, दिव्य पारम्परिक ज्ञान देता है अच्छा फल
पंकज अवधिया



तो आपको दवा के नाम पर अशुद्ध पानी पिलाया जा रहा है और कहा जा रहा है कि इससे आपका कैंसर ठीक हो जाएगा.

आपको मुंह का कैंसर है और  आपके डाक्टरों ने आपको अस्पताल से यह कहकर वापस भेज दिया है कि अब बचने की बिलकुल भी उम्मीद नही है.

आपने मुझसे समपर्क किया तो मैंने आपको  एक पारम्परिक चिकित्सक से मिलने को कहा जो कि मुंह के कैंसर की चिकित्सा में महारत रखते हैं.

आपने मेरी सलाह मानी और पारम्परिक चिकित्सक से मिलने चले गये. आपने बताया कि आरम्भिक जांच के बाद उन्होंने आपको दवा देने का मन बनाया और कहा कि आपको वहीं रुककर इलाज करवाना होगा. आप मान गये.

आपको पहले दिन उन्होंने हर दो घंटे में एक ग्लास पानी पीने को दिया. पानी का स्वाद अजीब सा था. उस दिन कोई दवा नही दी गयी. दूसरे दिन फिर से वैसे ही पानी दिया गया और फिर तीसरे दिन भी.

आपके सब्र का बाँध टूटने लगा. जब सातवें दिन भी ऐसा ही हुआ तो आपने  मुझसे मिलाकर शिकायत करने का निश्चय किया. इसलिए आप मुझसे फिर से मिलने आये हैं. मैं आपकी मदद करूंगा.

मैं आपको  बताना चाहता हूँ कि आपको आपके पारम्परिक चिकित्सक दवा के रूप मे जल ही दे रहे हैं पर यह साधारण जल नही बल्कि मानसून की पहली वर्षा का जल है जिसे अलग-अलग जंगली वृक्षों की कोटर से एकत्र किया गया है.

बहुत से पारम्परिक चिकित्सक जिन्हें मानसून की पहली वर्षा के जल का औषधीय महत्व मालूम है  वर्ष में एक बार बड़ी मात्रा में जल एकत्र करते हैं और फिर उसमे अलग-अलग नदियों का जल मिलाकर साल भर अपने रोगियों को देते हैं. 

आपके पारम्परिक चिकित्सक ने २७ प्रकार के जंगली वृक्षों से यह जल एकत्र किया है और फिर अपने पारम्परिक ज्ञान के आधार पर आपको इसे दिन में अलग-अलग समय पर दे रहे हैं. उन्होंने इस जल में गंगा जल और पैरी नदी के उद्गम स्थान से लाया गया जल मिलाया है.

वे दिन की शुरुआत में आपको कुसुम नामक वृक्ष की कोटर से एकत्र किया हुआ जल देते हैं. इसी तरह रात को मैदा नामक वृक्ष के कोटर से एकत्र किया गया जल देते है.

वे आपको एक महीने तक २७ प्रकार के जल देते रहेंगे. मैंने सैकड़ों मामलों में उनकी इस जल चिकित्सा से रोगियों को कैंसर से विजय पाते देखा है. एक महीने के बाद वे आपको जड़ी-बूटियाँ देना शुरू करेंगे.

मैं आपको यही सलाह देना चाहता हूँ कि आपका कैंसर नियंत्रण से बाहर है और कोई चिकित्सक आपका इलाज करने को तैयार नही है. इसलिए आप पूरे मन से पारम्परिक चिकित्सक की सेवायें लें. आपको निश्चित ही लाभ होगा.
  
मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.
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कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर पंकज अवधिया द्वारा तैयार की गयी 1000 घंटों से अधिक अवधि की  फिल्में आप इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं. 
सर्वाधिकार सुरक्षित

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