अग्नाशय कैंसर में बालों का झड़ना, जरूरी है दवाओं का सही प्रबन्धन करना

अग्नाशय कैंसर में बालों का झड़ना, जरूरी है दवाओं का सही प्रबन्धन करना
पंकज अवधिया

रेडियेशनथेरेपी के बाद बाल अपने आप झड़ जाते हैं पर कुछ समय बाद फिर से आ जाते हैं पर आपका कहना है कि आपकी बालों की समस्या पुरानी है और इस थेरेपी के बाद जब बाल झड़े तो फिर वापस ही नही आये.

आपको  Pancreatic Cancer  है और रोग अभी आरम्भिक अवस्था में है. आपकी आधुनिक चिकित्सा चल रही है. इसके अलावा आपको सोरायसिस की समस्या भी है और काफी पहले से एक वैद्य से इसकी चिकित्सा आप करवा रहे हैं.

आपको लाभ हो रहा है. आपने मुझसे मिलने का समय लिया है ताकि आप अपने बालों के झड़ने की समस्या का समाधान प्राप्त कर सकें. मैं आपकी मदद करूंगा.

आपने बताया कि पिछले दस वर्षों में आपने २०० से अधिक प्रकार के हर्बल उत्पाद इस्तमाल किये अपने बालों के लिए पर किसी तरह का लाभ नही हुआ. आपने आधुनिक उपचार भी करवाया और पारम्परिक भी पर नतीजा सिफर ही रहा.

आपको कैंसर के लिए  Erlotinib नामक दवा दी जा रही है. आपके वैद्य सोरायसिस के लिए साजा नामक वृक्ष की छाल बारह अन्य जड़ी-बूटियों के साथ दे रहे हैं. आपने विस्तार से मुझे आपके द्वारा ली जा रही खाद्य साम्गिर्यों के बारे में बताया है.

मैं आपको बताना चाहता हूँ कि स्थायी रूप से  बालों का झड़ना आपकी कैंसर की दवा का  साइड इफेक्ट है.

आपको बैंगन बहुत पसंद है. मैं आपको बताना चाहता हूँ कि अधिक मात्रा में बैंगन का सेवन आपके कैंसर को फैलने में मदद कर सकता है. यह आपकी कैंसर की दवा के साथ भी नकारात्मक प्रतिक्रिया करता है. बालों का स्थायी रूप से झड़ना इसी प्रतिक्रिया का परिणाम हो सकता है. इसलिए आप बैंगन का उपयोग बंद कर दें.

आपके वैद्य द्वारा दी जा रही की दवा साजा की छाल की भी आपके कैंसर की दवा से नकारात्मक प्रतिक्रिया हो रही है. आप अपने वैद्य से कहें कि वे अपने फार्मूले में हुलहुल और  पाकर को भी शामिल कर लें.

इससे उनका फार्मूला सोरायसिस के लिए और अधिक कारगर बन जाएगा और उसकी कैंसर की दवा से नकारात्मक प्रतिक्रिया नही होगी. ऐसा करने से आपके बाल झड़ने बंद हो जायेंगे और आपकी जीवनी शक्ति बढने से आपके खोये हुए बाल वापस लौट सकते हैं.

मैं आपको यह भी सलाह देना चाहता हूँ कि बालों के लिए बाहरी उत्पादों के स्थान पर आंतरिक तौर पर प्रयोग की जाने वाली औषधीयाँ ज्यादा कारगर होती हैं.
   
मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.
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कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर पंकज अवधिया द्वारा तैयार की गयी 1000 घंटों से अधिक अवधि की  फिल्में आप इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं. 
सर्वाधिकार सुरक्षित
 E-mail:  pankajoudhia@gmail.com
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