किडनी के कैंसर में दवाएं जब खराब करें लीवर को, तब लीवर बचाने वाली बूटियों को अपना लो

किडनी के कैंसर में दवाएं जब खराब करें लीवर को, तब लीवर बचाने वाली बूटियों को अपना लो
पंकज अवधिया

“Increased Liver Enzymes”  आपकी रिपोर्ट में बार-बार यही लिखा आ रहा है. यह चिंता का विषय है.

आपने दस वर्ष पहले मुझसे पहली बार संपर्क किया था. आप रेड वाइन के फायदे पूछने के लिए मेरे पास आये थे. उस समय आप बहुत अधिक मात्रा में शराब का सेवन करते थे. मैंने आपको उस समय शराब से तौबा कर लेने की बात कही थी.

उसके बाद जब आपने मुझसे मिलने का समय लिया तब आप अपनी शराब छोड़ना चाहते थे. मैंने आपको एक पारम्परिक चिकित्सक के पास भेजा पर आप की शराब कुछ समय तक बंद रही और कुछ महीनों बाद फिर से शुरू हो गयी.

आपसे तीसरी मुलाक़ात तब हुयी जब आपने शराब का सेवन पूरी तरह से बंद कर दिया था और आपको डायबीटीज की शिकायत हो गयी थी.

आप डायबीटीज के हर्बल उपचार के लिए मेरे पास आये. चौथी बार आप आयें हैं तो बता रहे हैं कि आपको किडनी का कैंसर है और यह तेजी से बढ़ रहा है. आपकी रिपोर्ट में अभी भी   Increased Liver Enzymes आ रहा है.

आप कैंसर का आधुनिक उपचार करवा रहे हैं. आपके डाक्टर मित्रों का कहना है कि आपके  लीवर को किसी तरह की क्षति पहुँच रही है जिसके कारण Increased Liver Enzymes वाली रिपोर्ट आ रही है. आप इस बारे में मेरे विचार जानना चाहते हैं इसलिए आपने परामर्श का समय लिया है. मैं आपकी मदद करूंगा.

आपने बताया कि किडनी के कैंसर के लिए आपको  Everolimus  नामक दवा दी जा रही है. आप एक वैद्य की दवा भी ले रहे हैं  जिनका दावा है कि उन्होंने बहुत से किडनी के कैंसर के रोगियों को ठीक किया है.

उनकी दवा लेने के बाद आपको बहुत सारी मानसिक और शारीरिक परेशानियां होती हैं पर आपके वैद्य कहते हैं कि थोड़ा सहन करने से सब कुछ ठीक हो जाएगा. आपने उनके द्वारा दी जा रही दवाओं के बारे में मुझे विस्तार से जानकारी दी है.

मैं आपको बताना चाहता हूँ कि आपके कैंसर की दवा लीवर को कुछ हद तक नुकसान पहुंचाती है. यही कारण है कि इस दवा को लेने के बाद खून में लीवर एंजाइम का स्तर बढ़ जाता है. यह  दवा का साइड इफेक्ट है पर यह सभी रोगियों में नही होता है. आपकी रिपोर्ट किसी ज्यादा गम्भीर खतरे की ओर इशारा करती है.

आपके वैद्य आपको थोहर नामक वनस्पति का अर्क दे रहे हैं. यह जहरीली वनस्पति है और ज्यादातर मामलों में इसका बाहरी प्रयोग होता है.

आपकी नाजुक स्थिति के बावजूद कैसे आपके वैद्य इसे आपको अर्क के रूप में दे रहे हैं यह आश्चर्य का विषय है. इसका आंतरिक प्रयोग लीवर को क्षति पहुंचाता है. साथ ही इसकी आपकी कैंसर की दवा से नकारात्मक प्रतिक्रिया भी होती है. यही कारण है कि आपकी  रिपोर्ट ऐसी आ रही है.

मैं आपको यही सलाह देना चाहता हूँ कि आप वैद्य को यह समस्या बताएं और उन्हें दवा बदलने को कहें, आप अपने डाक्टर से भी कहें कि वे आपको दवा के साथ-साथ लीवर को नुकसान से बचाने वाली दवा भी दे. यदि वे इनकार करते हैं तो आप मुझे बताइयेगा मैं कुछ ऐसी खाद्य सामगियाँ सुझा दूंगा जिससे आपका लीवर सुरक्षित रहेगा.
    
मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.

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कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर पंकज अवधिया द्वारा तैयार की गयी 1000 घंटों से अधिक अवधि की  फिल्में आप इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं. 
सर्वाधिकार सुरक्षित
 E-mail:  pankajoudhia@gmail.com

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