कैंसर की अंग्रेजी दवा के साथ वसंतकुसुमाकर रस, अनुचित प्रयोगों को कहें अब बस

कैंसर की अंग्रेजी दवा के साथ वसंतकुसुमाकर रस, अनुचित प्रयोगों को कहें अब बस
पंकज अवधिया  

ये सारी बातें फोन पर ठीक से नही हो पाती इसलिए मैंने आपसे कहा कि आप रायपुर में मुझसे मिलने के लिए समय निकालें. ४५ मिनट इस चर्चा के लिए पर्याप्त है.

आप पेशे से से कैंसर चिकित्सक हैं और मुम्बई के एक जाने-माने अस्पताल में अपनी सेवायें दे रहे हैं. आप कैंसर के एक रोगी को साथ लेकर आये हैं. इस रोगी की चिकित्सा आपके मार्गदर्शन में हो रही है. आप उसे Azacitidine नामक दवा दे रहे हैं.

आपका कहना है कि इससे रोगी को फायदा हो रहा है. आपको लगता है कि इस दवा के कारण किडनी की कार्य प्रणाली में धीरे-धीरे गडबडी आ रही है. आप अपने साथ बहुत से शोध पात्र लेकर आये हैं जो दावा करते हैं कि किडनी की समस्या इस दवा का साइड इफेक्ट है . आप मुझसे  जड़ी-बूटियों पर आधारित ऐसा फार्मूला चाहते हैं जिससे आपकी दवा भी चलती रहे  और किडनी भी बची रहे.

मैंने रोगी की रिपोर्ट देखी है. मुझे नही लगता कि किडनी पर ऐसा प्रभाव आपकी दवा से हो रहा है. यह सही है कि इस दवा का बुरा असर किडनी पर पड़ता है पर इतना नही. मुझे लगता है कि रोगी साथ में जो  दवा ले रहा है उनकी आपस में प्रतिक्रिया (Drug Reaction) होने के कारण किडनी की ऐसी हालत हो रही है.

आपने मुझे उन हर्बल दवाओं के नाम दिए हैं जो रोगी दूसरे चिकित्सकों से ले रहा है. इनमे बहुत सी दवाएं  आपकी दवा के साथ प्रतिक्रियाएं दिखा रही हैं.

आपने बताया कि रोगी को डायबीटीज है और किसी वैद्य के मार्गदर्शन में वह वसंतकुसुमाकर रस ले रहा है. यह औषधि कुछ समय के लिए दक्ष चिकित्सक के मार्गदर्शन में दी जाती है पर आजकल इसके सेवन का फैशन बन गया है.

इंटरनेट पर इसे सेक्स टानिक के रूप में प्रचारित किया गया है. इसके लाभ तो बताएं गये हैं पर इसकी सीमाओं और सम्भावित हानियों के बारे में नही बताया गया है.  यह औषधि डायबीटीज के लिए दी जाने वाली आधुनिक दवाओं से नकारात्मक प्रतिक्रियाएं करती हैं. कैंसर के लिए उपयोग की जाने वाली कम से कम १५ लोकप्रिय दवाओं से भी इस तरह की प्रतिक्रियाएं होती है. आपकी दवा उनमे से एक है.

आप अपने रोगी से कहें कि वो तुरंत वसंतकुसुमाकर रस का सेवन बंद करे जब तक आपकी दवा चल रही है. उसकी किडनी की आधी समस्या समाप्त हो जायेगी.

डायबीटीज के लिए वह दूसरी जड़ी-बूटियाँ ले सकता है. वैद्य जब उसे दूसरी दवा दें तो एक बार मुझे बता दीजिएगा ताकि मैं इसकी  आधुनिक दवाओं के साथ Compatibility परख सकूं.

आपके द्वारा दी गयी सूची में जामुन के सिरके का भी जिक्र है. किसी भी प्रकार का सिरका (Vinegar) कैंसर के लिए अच्छा नही माना जाता है . इसलिए आप चाहे तो इसे भी बंद करने की सलाह दे सकते हैं.

मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.
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कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर पंकज अवधिया द्वारा तैयार की गयी 1000 घंटों से अधिक अवधि की  फिल्में आप इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं. 
सर्वाधिकार सुरक्षित
 E-mail:  pankajoudhia@gmail.com

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