कैंसर में बड़ी उपयोगी, छत्तीसगढ़ वाली नही महाराष्ट्र वाली कउटी
कैंसर में बड़ी उपयोगी, छत्तीसगढ़ वाली नही
महाराष्ट्र वाली कउटी
पंकज अवधिया
आप खोज रहे हैं कउटी नाम की जड़ी-बूटी पर
लेकर आ गये हैं गरुड फली जो कि अक्सर छत्तीसगढ़ के घरों में इसलिए रखी जाती है ताकि
सांप न आये.
आप हरिद्वार से आये हैं और अपने मित्र के
लिए कैंसर की दवा तैयारकरने के लिए देश भर
से जड़ी-बूटियाँ एकत्र करने निकले हैं. आपको
कउटी की तलाश है और किसी ने आपको बताया है कि यह छत्तीसगढ़ में मेरे पास मिलेगी.
मेरे पास आने से पहले आप किसी पंसारी की दुकान गये थे और वहां कउटी के नाम पर
दूसरी बूटी दे दी गयी है.
आप यह तय करें कि आपको कउटी चाहिए या केवटी.
यह भी बताये कि यदि आप को कउटी ही चाहिए
तो वह कैसी जगह पर उगती हैं. आप यदि बतायेंगे कि किस तरह के कैंसर के लिए आपको यह
चाहिए तो भी मैं आपकी मदद कर सकता हूँ.
आपने बताया कि कउटी पानी के पास उगती है
और नदियों के पास जलीय क्षेत्रों में उगने वाली कउटी अच्छी मानी जाती है. आप
थाइराइड कैंसर में इसका इस्तमाल करना चाहते हैं.
जानकारी के लिए धन्यवाद. अब मैं आपकी सहायता
कर सकता हूँ.
कउटी छत्तीसगढ़ी नही बल्कि मराठी भाषा का
शब्द है. आप इसे महाराष्ट्र में खोजते तो आपको आसानी होती. यह छत्तीसगढ़ में भी पायी
जाती है पर इसे स्थानीय भाषा में जंगली बादाम कह दिया जाता है.
मैं अभी किसी को बोलकर महानदी के तट से
इसे मंगवाता हूँ.
मुझे विशवास है कि कैंसर में आप इसे
निश्चित ही दूसरी वनस्पतियों के साथ
प्रयोग कर रहे होंगे.
भारतीय वैज्ञानिकों की यह पसंदीदा
वनस्पति है विशेषकर कुष्ठ पर काम करने वाले वैज्ञानिकों के लिए. कुष्ठ की आरम्भिक
अवस्था में यह बहुत प्रभावी रूप से असर करती है.
आशा है आप मेरे द्वारा दी गयी जानकारियों
से सन्तुष होंगे.
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