कैंसर का इलाज शुरू करें तब, आधुनिक जांच रिपोर्ट भी न बता पायें तब
कैंसर का इलाज शुरू करें तब, आधुनिक जांच
रिपोर्ट भी न बता पायें तब
पंकज अवधिया
मुझे याद है कि आप पांच साल पहले मुझसे
मिलने आये थे. आपको बालों की समस्या थी.
मैंने आपके कुछ आरम्भिक परीक्षण किये थे
और फिर आपको समाधान बताया था. उस समय आपकी
पत्नी को मैंने बताया था कि जड़ी-बूटियों द्वारा किये गये परीक्षणों से ऐसा लगता है
कि आने वाले चार-पांच वर्षों में आपको कैंसर हो सकता है.
मैंने अंग विशेष का नाम भी उन्हें बताया
था. आपकी पत्नी ने जब आपको यह बात बताई तो
आपने तुरंत जांच करवाई और आधुनिक कैंसर विशेषज्ञ से भी मिले .
पर कांच रिपोर्ट में सब कुछ सामान्य था.
आपने बताया कि मुझसे मिलने के दो वर्ष बाद आप श्रीलंका के एक वैद्य से मिले
जिन्होंने जांच के बाद आपको बताया कि आपको कैंसर है.
आपने फिर से जांच करवायी और फिर लन्दन के जाने-माने कैंसर
विशेषज्ञ से मिले.
एक बार फिर आपकी जांच रिपोर्ट सामान्य
आई. जब आप मेरे पास आये थे तो मैंने आपकी
पत्नी से कहा था कि मैं ९० दिनों का एक डाईट प्लान बना देता हूँ जिससे कैंसर होने
की संभावना खत्म हो जायेगी.
पर आपने जांच रिपोर्ट में विश्वास किया.
अब आप फिर मुझसे मिलने आये हैं .
आपको लीवर का कैंसर है और पिछले कुछ
महीनों में यह तेजी से फैलकर अब लाइलाज हो गया है.
आपने उस समय मुझसे यह बात छिपाई कि आप
मोटापा कम करने के लिए कोई विदेशी दवा ले रहे हैं. इसके बावजूद पारम्परिक विधिओं
ने इशारा कर दिया था कि कुछ भारी गडबड है.
आपने बताया है कि आपका आधुनिक और
पारम्परिक उपचार चल रहा है. उस पर आप मुझसे भी दवा लेना चाहते हैं.
आपके डाक्टर द्वारा दी जा रही दवा एक तरह
से विष है जिसकी सहायता से कैंसर से लड़ाई वे कर रहे हैं. इस विष के कारण आपको दी
जा रही जड़ी-बूटियाँ काम नही कर रही हैं.
मेरे पास भी ऐसी दवाएं कम ही हैं जो इस
विष के साथ आपके शरीर में उपस्थिति रहकर कैंसर से लड़े. आप इतनी दूर से बहुत
उम्मीदें लेकर आये हैं इसलिए मैं आपको बाहर से प्रयोग की जाने वाली जड़ी-बूटियाँ
देता हूँ . ये जड़ी-बूटियाँ आपकी दोनों दवाओं के साथ मिलकर काम करेंगी.
मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.
-=-=-
कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर पंकज
अवधिया द्वारा तैयार की गयी 1000 घंटों से अधिक अवधि की फिल्में आप इस
लिंक पर जाकर देख सकते हैं.
सर्वाधिकार सुरक्षित
-=-=-
Comments