ओवेरियन कैंसर में दोषयुक्त कचनार गुग्गल, चिकित्सकों को कभी न दे सही फल

ओवेरियन कैंसर में दोषयुक्त कचनार गुग्गल, चिकित्सकों को कभी न दे सही फल

पंकज अवधिया

केवल धन्यवाद देने के लिए आपको फीस देकर मिलने का समय लेने की जरूरत नही है . आप फोन पर भी धन्यवाद दे सकती थी या फिर मेल में लिख दिया होता तो भी बात बन जाती. मैं आपकी फीस वापसी का प्रबंध करता हूँ.

आप कुछ समय पूर्व मुझसे मिलने आई थी. आप ओवेरियन कैंसर की रोगी हैं. आपने पहले आधुनिक उपचार अपनाया और फिर अधिक लाभ होता न देखकर पारम्परिक उपचार भी साथ-साथ करवाने का निर्णय लिया.

आप उत्तर बंगाल के किसी आयुर्वेद चिकित्सक से दवा ले रही हैं.  आपको इन दवाओं को लेने के बाद कुछ शारीरिक समस्याएं हुयी तो आपने अपने चिकित्सकों से परामर्श लिया पर वे आपकी समस्या को सुलझाने में असमर्थ रहे.

आपको पूरे शरीर में खुजली हो जाती थी और फिर खाना निगलने में परेशानी होती थी. आपने सोचा कि ऐसा आधुनिक दवा के कारण हो रहा है इसलिए आपने उसे बंद करके देखा पर कोई विशेष फर्क नही पड़ा. उसके बाद आपने मुझसे सम्पर्क किया.

आपने बताया कि कैंसर के लिए आपके चिकित्सक आपको  Docetaxel नामक दवा दे रहे हैं. और आयुर्वेद चिकित्सक अन्य दवाओं के साथ कचनार गुग्गल दे रहे हैं. मैं आपको बताना चाहता हूँ कि आपकी समस्या Docetaxel  और कचनार गुग्गल की आपसी प्रतिक्रिया के कारण नही है.

आपकी समस्या को जानकर बार-बार मुझसे एक जंगली वृक्ष  की याद आ रही है जिसकी छाल ऐसे लक्ष्ण उत्पन्न करती है जब उसे दूध के साथ लिया जाता है.

आपने मुझे बताया कि आपके  आयुर्वेद चिकित्सक कचनार गुग्गल को स्वयं तैयार करते हैं. वे बाजार से पंसारी की दुकान से घटकों को ले आते हैं. मैंने आपके आयुर्वेद चिकित्सक से बात की और फिर उनसे घटकों के नमूने लिए तो पता चला कि कचनार की छाल के नाम पर उन्हें दूसरे वृक्ष की छाल दी जा रही है.

सारी समस्याओं की जड़ यही थी. जैसे ही आपने आयुर्वेद चिकित्सक ने सही छाल का प्रयोग आरम्भ किया सारी समस्याओं का अंत हो गया.

आज जब आप धन्यवाद देने आई हैं तो मैं आपको सलाह देना चाहता हूँ कि आपकी जीवनी शक्ति कैंसर के कारण बहुत घट गयी है इसलिए ऐसी हालत में कचनार गुग्गल का प्रयोग आपके लिए ठीक नही है. इससे आपकी कमजोरी निरंतर बढती जायेगी.

मैं आपके चिकित्सक से बात करूंगा और अनुरोध करूंगा कि वे आपकी जीवनी शक्ति को बढाने वाली दवाएं दे और एक बार जब आप का शरीर मजबूत हो जाए फिर कचनार गुग्गल का प्रयोग आरम्भ करे.

मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.

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कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर पंकज अवधिया द्वारा तैयार की गयी 1000 घंटों से अधिक अवधि की  फिल्में आप इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं. 
सर्वाधिकार सुरक्षित
 E-mail:  pankajoudhia@gmail.com

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