कैंसर की अंग्रेजी दवा स्वास्थवर्धक खाद्य सामग्रियों से जब भिड़े, तब चाहकर भी इनका प्रयोग न करें

कैंसर की अंग्रेजी दवा स्वास्थवर्धक खाद्य सामग्रियों से जब भिड़े, तब चाहकर भी इनका प्रयोग न करें

पंकज अवधिया

यह आपसे पिछले दो महीनों में छठवी मुलाक़ात है. इस  बार आप समस्या बताने नही बल्कि धन्यवाद करने के लिए आये हैं.

आप ब्लेडर कैंसर के रोगी हैं और आपकी कीमोथेरेपी कल रही है.  जब से कीमोथेरेपी शुरू हुयी है तब से आप को लगातार नई स्वास्थ समस्याएं हो रही हैं. इनमे से कुछ समस्याओं का समाधान आपके चिकित्सक ने कर दिया पर दवा पर दवा लेते हुए आप परेशान हो गये और फिर आपने मुझसे मिलने का निश्चय किया.

आप पहली बार अपने लीवर की समस्या लेकर आये थे. मैंने आपसे विस्तार से आपके द्वारा ली जा रही भोजन सामग्री के बारे में पूछा था और फिर आपको बताया था कि आप जो हृदय रोग के लिए करडी के तेल का प्रयोग भोजन पकाने के लिए कर रहे हैं उसकी आपकी कीमोथेरेपी वाली Carboplatin नामक दवा से नकारात्मक प्रतिक्रिया हो रही है. आपने करडी का प्रयोग पूरी तरह से बंद कर दिया तो आपके लीवर की समस्या का समाधान हो गया.

आप दूसरी बार अनिद्रा की समस्या से परेशान होकर आये. इस बार मैंने आपको भोजन के बाद लिए जा रहे बंगला पान को बंद करने की सलाह दी. यह पान आपको बहुत प्रिय था फिर भी आपकी कीमोथेरेपी की दवा  और पान की नकारात्मक प्रतिक्रिया की गम्भीरता को देखते हुए आपने पान का उपयोग बंद कर दिया. आपको अच्छी नींद आने लगी.

तीसरी बार आप त्वचा में होने वाली एलर्जी की समस्या लेकर आये तो मैंने आपके द्वारा ली जा रही सूखी धनिया की पंजीरी की ओर आपका ध्यान दिलाया. इसे बंद करते ही आपकी एलर्जी की समस्या समाप्त हो गयी. आपकी कीमोथेरेपी बिना अधिक कष्ट के चलती  रही.

चौथी बार आप हाथ-पैरों में होने वाली असहनीय जलन की समस्या लेकर आये. मैंने आपकी भोजन सामग्री से तिल को हटा दिया तो आपको बड़ी राहत मिली.

पाँचवी बार आप पेट में तेज जलन की समस्या लेकर आये तो मैंने आपकी नियमित साग जो आप दवा के रूप में ले रहे थे, बंद करवा दी. आप अमलतास के पत्तों को सरसों के तेल में साग की तरह पकाकर खा रहे थे. इसके बंद होते ही आपके पेट की जलन जाती रही.

आप धन्यवाद देने आये इसके लिए मैं आपका आभारी हूँ.

मैं आपको बताना चाहता हूँ कि आपके द्वारा प्रयोग की जा रही  खाद्य सामग्रियों में कोई दोष नही है. ये आपके कैंसर के लिए मददगार हैं पर आपकी कीमोथेरेपी की दवा के कारण हो रही स्वास्थ समस्याओं को देखते हुए इन्हें बंद करना पड़ा.

भविष्य में कोई समस्या हो तो आप निसंकोच मिल सकते हैं.    

मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.
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कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर पंकज अवधिया द्वारा तैयार की गयी 1000 घंटों से अधिक अवधि की  फिल्में आप इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं. 
सर्वाधिकार सुरक्षित
 E-mail:  pankajoudhia@gmail.com

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