कैंसर में समस्या करे जब सफेद दाग, तब Cytarabine, मेटफार्मिन और गुडमार न लें एक साथ

कैंसर में समस्या करे जब सफेद दाग, तब Cytarabine, मेटफार्मिन और गुडमार न लें एक साथ
पंकज अवधिया

सचमुच आपकी ल्यूकोडर्मा की समस्या काफी बढी हुयी है. अब तो सफेद दाग चेहरे पर भी आ रहे हैं.

आप दक्षिण भारत में रहती हैं और कैंसर की रोगी हैं. आपको सफेद दाग की समस्या कैंसर का पता लगने से पहले से थी पर उस समय सब कुछ नियंत्रण में था. दाग केवल त्वचा में मोड़ वाले स्थान तक सीमित थे.

अब यह समस्या तेजी से बढती जा रही है और बहुत दवा करवाने के बाद भी किसी तरह का लाभ नही दिख रहा है.  इसलिए आपने मुझसे मिलने का समय लिया है. मैं आपकी मदद करने की कोशिश करूंगा.

आपने बताया कि आपको डायबीटीज है पर यह बार्डर लाइन में है. आपके डाकटर ने मेटफार्मिन शुरू की है और आप इसे नियमित रूप से ले रही हैं.

आपने गुडमार का नाम बहुत सुना था. आपके किसी रिश्तेदार ने बताया कि इससे बहुत कम समय में शुगर कंट्रोल हो जाती है. इसलिए आपने मेषासिंगी बटी के  रूप में बिकने वाले गुडमार का सेवन आरम्भ कर दिया.

आपने अपने डाकटर को यह बात बताई भी पर उन्होंने यह कहकर टाल दिया कि गुडमार से कोई फायदा नही होगा और यदि फिर भी आप इसे लेना चाहती हैं तो आप ले सकती हैं.

आपने यह भी बताया कि आपको कैंसर के लिए Cytarabine  नामक दवा दी जा रही है. मैं आपको बताना चाहता हूँ कि डायबीटीज की दवा मेटफार्मिन से बहुत से लोगों को त्वचा की समस्याएं हो जाती है जो इसका सेवन बंद करते ही ठीक हो जाती हैं.

इन समस्याओं में सफेद दाग की भी समस्या है. जब इसके साथ गुडमार को लिया जाता है तो लीवर की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है और सफेद दाग की समस्या पैदा हो जाती है और यदि यह पहले से है तो बहुत तेजी से दाग फैलने लगते हैं.  

आपके कैंसर की दवा Cytarabine त्वचा के बहुत से विकार पैदा करती है. यह लीवर की कार्यप्रणाली को भी प्रभावित करती है. इसलिए जब Cytarabine को मेटफार्मिन और गुडमार के साथ लिया जाता है तो यह Deadly Combination  हो जाता है.

आपकी समस्या की जड़ यही है.  मेरी यही सलाह है कि इन तीनो दवाओं का एक साथ उपयोग बंद करें. कैंसर की दवा चलने दे और डायबीटीज के लिए मेटफार्मिन का विकल्प अपनाएँ. इसमें आपके डाकटर आपकी मदद करेंगे.

गुडमार का सेवन रोक दें. इससे निश्चित ही आपकी समस्या का समाधान होग.      

मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.

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कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर पंकज अवधिया द्वारा तैयार की गयी 1000 घंटों से अधिक अवधि की  फिल्में आप इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं. 
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