कैंसर में जब सूजें ओंठ और जीभ, असगंध और मार्फीन से बचने की तब कर लें तरकीब

कैंसर में जब सूजें ओंठ और जीभ, असगंध और मार्फीन से बचने की तब कर लें तरकीब
पंकज अवधिया

अब आपकी तबियत कैसी है? आपको देखकर लगता है कि पहले से कुछ स्थति सुधरी है पर समस्या बरकरार है.

आप कैंसर के रोगी है और दिल्ली से आये हैं.  कैंसर के लिए आप आधुनिक  चिकित्सा का सहारा ले रहे हैं. पिछली बार जब आपने मुझसे मुलाक़ात की थी तब आपकी आधुनिक और पारम्परिक चिकित्सा दोनों ही चल रही थी.

 

उस  समय आपके ओंठो और जीभ में इतनी अधिक सूजन थी कि आपको मुँह से खाते नही बन रहा था. आपने इसकी शिकायत अपने डाक्टरों से की थी पर  उनकी दवाओं से आपको लाभ नही हुआ. आप  पारम्परिक चिकित्सक से भी मिले पर उन्होंने कह दिया कि यह उनकी दवाओं के कारण नही हो रहा है.

आपने मुझसे मिलने का समय लिया और रायपुर आकर विस्तार से चर्चा की. आपने पारम्परिक चिकित्सक आपको असगंध आधारित औषधीय मिश्रण दे रहे थे जिसकी आपके कैंसर की दवा  Cytarabine के साथ नकारात्मक प्रतिक्रिया हो रही थी.

 

आपने उस औषधीय मिश्रण का प्रयोग कुछ समय तक बंद किया तो आपकी समस्या काफी हद तक कम हो गयी और आपने फिर से मुँह से खाना आरम्भ कर दिया. आप वापस लौट गये.

 

इस बार आपने फिर से मिलने का समय लिया है ताकि  इस समस्या का पूरी तरह से समाधान हो सके. आपने बताया कि अभी भी आपको Cytarabine नामक दवा कैंसर के लिए दी जा रही है.  मैंने आपसे पूछा था कि आपके डाकटर और कौन सी दवा दे रहे हैं तो आपने पूरी सूची मुझे भेज दी थी.

 

मैं आपको बताना चाहता हूँ कि आपके डाकटर आपको कैंसर की सही दवा दे रहे हैं. आपने बताया कि कैंसर के दर्द के लिए आप मार्फीन का प्रयोग कर रहे हैं. इसकी मात्रा आपके डाकटर ने तय की है और आप उनके अनुमोदनो का गम्भीरता से अपना रहे हैं.

 

मैं आपको बताना चाहता हूँ कि लम्बे समय तक मार्फीन के प्रयोग से ऐसे लक्ष्ण आते हैं. आप यह बात अपने डाकटर को बताएं ताकि वे कुछ समय के लिए इसके स्थान पर दूसरी दवा दे सकें. मुझे विश्वास है कि ऐसा करने से आपकी समस्या का पूरी तरह से समाधान हो जाएगा.


मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.

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कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर पंकज अवधिया द्वारा तैयार की गयी 1000 घंटों से अधिक अवधि की  फिल्में आप इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं. 
सर्वाधिकार सुरक्षित
 E-mail:  pankajoudhia@gmail.com

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