अग्नाशय कैंसर में हस्तिकर्ण पलाश की छद्म छाल, ठगी से बचकर ही करें स्वास्थ की देखभाल
अग्नाशय कैंसर में हस्तिकर्ण पलाश की छद्म
छाल, ठगी से बचकर ही करें स्वास्थ की
देखभाल
पंकज अवधिया
आपने बताया कि आप अभी तक 11 लाख रुपये दे
चुके हैं और आपसे चार लाख रुपयों की मांग की जा रही है. आपने मुझे उस वनस्पति का
नमूना भेजा है. मैंने उसकी पहचान कर ली है. उस व्यक्ति को और अधिक पैसे देने की
जरूरत नही है.
आप गुजरात के बड़े व्यवसायी हैं और आपको Pancreatic Cancer
है. आपका कैंसर अब बहुत फैल चुका है. हाल
ही में आई आपकी जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि यह दिमाग तक पहुंच गया है.
आप इस कैंसर का आधुनिक उपचार करवा रहे
हैं. आपको किसी ने सलाह दी कि हस्तिकर्ण पलाश ही आपकी जान बचा सकता है पर इसका
मिलना मुश्किल है. आपने इस वनस्पति की खोज आरम्भ की तो आपको सलाह देने वाले व्यक्ति
ने गुजरात के दूसरे व्यक्ति का पता दिया और कहा कि उसके पास इसकी छाल मिल जायेगी.
आपको इसकी छाल का काढा पीने की सलाह दी
गयी. पहली बार छाल लेने पर आपको 11 लाख
रूपये देने पड़े. आप बीस दिनों तक काढा पीते रहे. उसके बाद छाल के खत्म हो जाने पर
आपने फिर से इसकी मांग की तो सामने वाले व्यक्ति ने 4 लाख रूपये बतौर एडवांस
मांगे.
हस्तिकर्ण पलाश पर मेरे शोध लेखों को
पढ़कर आपके मन में मुझसे मिलने का विचार आया. मैंने आपको नमूना भेजने को कहा. आज आप मुझसे इस बारे में विस्तार से चर्चा करने
के लिए आये हैं. मैं आपकी मदद करूंगा.
मैं आपको बताना चाहता हूँ कि आपने जो छाल
भेजी है वह हस्तिकर्ण पलाश की छाल न होकर जंगली वृक्ष भिरहा की छाल है. आपके साथ
बड़ी ठगी हुयी है. इससे आपको आर्थिक हानि तो हुयी ही साथ ही आपके स्वास्थ के साथ
खिलवाड़ भी हुआ.
आपने बताया कि आपको कैंसर के लिए Erlotinib नामक दवा दी जा रही
है. मैं आपको बताना चाहता हूँ कि यह दवा भिरहा की छाल के साथ नकारात्मक
प्रतिक्रिया करती है. यह प्रतिक्रिया इतनी अधिक उग्र होती है कि रोगी की जान पर बन
आती हैं. आप बीस दिनों तक बिना किसी से पूछे अपने मन से काढा पीते रहे और आपका
कैंसर तेजी से फैलता गया.
मैं आपको यही सलाह देना चाहता हूँ कि आप
इस काढ़े का प्रयोग तुरंत बंद करे. यदि आपको अभी भी हस्तिकर्ण पलाश की आवश्यक्ता है
तो मैं आपको जानकार पारम्परिक चिकित्सकों के पास भेजने का प्रबंध करता हूँ पर वे
आपको इसकी छाल नही देंगे.
यदि उन्हें उपयुक्त लगा आपकी जांच करने
के बाद तो वे इस पर आधारीत पारम्परिक औषधीय मिश्रण जरुर आपको देंगे ताकि आपको इस
महारोग से मुक्ति मिल सके.
मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.
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कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर पंकज
अवधिया द्वारा तैयार की गयी 1000 घंटों से अधिक अवधि की फिल्में आप इस
लिंक पर जाकर देख सकते हैं.
सर्वाधिकार सुरक्षित
E-mail: pankajoudhia@gmail.com
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