कैंसर लिंग का तो आपका चेहरा, राज बताता है गहरा

कैंसर लिंग का तो आपका चेहरा, राज बताता है गहरा

पंकज अवधिया  

आप लगातार छींक रहे थे और आपकी साँसे तेज चल रही थी. मैं हवाई जहाज में आपकी बगल की सीट पर बैठा असहज हो रहा था. मेरा ध्यान बार-बार आपकी ठुड्डी की ओर जा रहा था पर मैं आपको एक विशेष जानकारी देने का तरीका सोच नही पा रहा था.

आप मुम्बई के बड़े उद्योगपति हैं और मेरी चेन्नई यात्रा के दौरान आप मेरे सहयात्री थे.

उस दिन जब आप कुछ सामान्य हुए तो मैंने ही अपना परिचय देते हुए आपसे बातचीत की शुरुआत की थी. आप बड़े ही दिलचस्प व्यक्ति निकले.

आप पिछले कई महीनों से बीमार चल रहे थे. आपका वजन तेजी से घट रहा था, रातों की नींद गायव थी, पैरों में सूजन थी, पेट में असहनीय दर्द होता था, हमेशा ज्वर बना रहता था.

आपके डाक्टरों ने सभी तरह की जांच की पर वे मर्ज को पकड़ नही पाए और आप से तनाव से बचने की बात कहते रहे. इसलिए आपने उनकी बातों को मानते हुए लम्बी छुट्टी पर जाने की योजना बनाई. उसी छुट्टी के लिए आप चेन्नई की यात्रा कर रहे थे.

आपसे इधर-उधर की बातें होती रही पर मैं अपनी वो बात आपसे कहने से बचता रहा. आखिर मैंने पूछ ही लिया कि क्या आपको पहले सिफलिस हो चुका है.

आपने पहले तो मुझे विस्मय से देखा और फिर बताया कि आप दो बार इसके शिकार हो चुके हैं अपने रंगीन मिजाज दिल के कारण. मैंने आपसे फिर पूछा कि क्या आप को इस बात का पक्का यकीन है कि अब आपके लिंग में किसी तरह की कोई समस्या नही है?

आपने कहा कि जी बिलकुल.

मैंने खुलासा किया कि आपकी ठुड्डी को देखकर न जाने क्यों मुझे लगता है कि आपके लिंग में कुछ समस्या है. किसी तरह का इन्फेक्शन या सूजन?

आपने फिर से मुझे विस्मय से देखा और फिर बताया कि पिछली बार जब आपने  पेरिस की यात्रा की थी तो वहां रंगीन मिजाजी के बाद लिंग पर एक छोटा सा जख्म हो गया जिसमे किसी तरह का दर्द नही था पर उससे कभी-कभी बदबूदार खून निकलता है.

आपने डाक्टरों द्वारा दी गयी पुरानी दवाएं ली और फिर इस बात को भुला दिया. आपकी यह बात सुनकर मैंने आपसे सीधे शब्दों में कहा था कि आप बिना किसी विलम्ब कैंसर विशेषज्ञ से मिलें.

चेन्नई पहुंचकर हम अपनी-अपनी राह पर निकल पड़े पर एक सप्ताह बाद आपका फोन आया कि आपको लिंग का कैंसर है.

आप बुरी तरह घबराए हुए थे. डाकटर सर्जरी की बात कर रहे थे. आप मुझसे चिकित्सा करवाना चाहते थे. मैंने आपको गुजरात के एक पारम्परिक चिकित्सक के  पास भेजा जो लिंग के कैंसर की चिकित्सा में महारत रखते हैं.  अब आपकी हालत में तेजी से सुधार आ रहा है.

यदि उस यात्रा के समय आपने अपनी दाढी बढाई होती तो मैं उस दिन यह नही जान पाता कि आपके लिंग में किसी तरह की समस्या है.

आप स्वास्थ लाभ कर जल्दी से ठीक होइए.    

मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.

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कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर पंकज अवधिया द्वारा तैयार की गयी 1000 घंटों से अधिक अवधि की  फिल्में आप इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं. 
सर्वाधिकार सुरक्षित
 E-mail:  pankajoudhia@gmail.com

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