कैंसर की आधुनिक दवा से मिर्गी जैसे लक्ष्ण, फार्मूले से नागकेसर हटायें उसी क्षण
कैंसर की आधुनिक दवा से मिर्गी जैसे
लक्ष्ण, फार्मूले से नागकेसर हटायें उसी क्षण
पंकज अवधिया
सूरज का सा तेज होवे, कामदेव का सा रूप
होवे, गन्धर्व का सा स्वर होवे, 1000 वर्ष
की आयु होवे, घोड़े का सा वेग होवे, अनेक स्त्रीयों से नित्य रमण करे- ----
माननीय वैद्य जी आपका फार्मूला निश्चित ही इन सब बातों को सही साबित करता
है.
आप हिमाचल के प्रसिद्ध वैद्य हैं और सभी
रोगों की चिकित्सा करते हैं. कैंसर के उपचार
में आपकी मास्टरी है. आप छत्तीसगढ़ के प्रवास पर थे तो आपने मुझसे अपने एक फार्मूले
पर विस्तार से चर्चा करने के लिए समय लिया है. आपका स्वागत है.
मैं आपको बताना चाहता हूँ कि आपके इस फार्मूले
को मैं अमृतवर्तिका के रूप में जानता हूँ.
आपने बताया कि आप सभी प्रकार के कैंसर रोगियों को मुख्य दवा के साथ इसे देते हैं
और इसके कारण आपकी मुख्य दवा सही तरीके से काम करती है.
यह अच्छी बात है कि इस फार्मूले में
उपयोग की जाने वाली सारी जड़ी-बूटियाँ आप स्वयं एकत्र करते हैं और फिर अपने हाथों से
इसे तैयार करते हैं. आपके सौ से अधिक चेले
हैं पर सारा काम आप ही देखते हैं ताकि कहीं चूक न हो. यही आपकी सफलता का राज है.
मैं आपको बताना चाहता हूँ कि देश के बहुत
से पारम्परिक चिकित्सक इस फार्मूले का प्रयोग करते हैं. वे प्रोस्टेट कैंसर की
चिकित्सा में इसका प्रयोग करते हैं और उन्हें सफलता मिलती है.
वे इसका प्रयोग आधुनिक दवाओं के साथ भी
करते हैं. पर मैंने अपने अनुभव से जाना है कि कुछ आधुनिक दवाओं के साथ इसकी
नकारात्मक प्रतिक्रिया होती है.
चूँकि आप पढ़े-लिखे हैं और रोगियों की मेडीकल रिपोर्ट देखने के बाद ही
उपचार शुरू करते हैं इसलिए मैं आपको बताना
चाहता हूँ कि जब भी आपको रोगियों की पर्ची में
Cabazitaxel नामक दवा का नाम दिखे तो आप अपने
फार्मूले से नागकेसर को हटा दीजिएगा.
इसके बाद आप बिना किसी फ़िक्र के फार्मूला इस आधुनिक दवा
के साथ उपयोग कर सकते हैं. यदि आप फार्मूले को अपने मूल रूप में इस दवा के साथ
उपयोग करेंगे तो रोगियों को सांस की बड़ी तकलीफ हो सकती है और उनमे मिर्गी जैसे लक्ष्ण दिख सकते हैं.
आशा है कि मेरे द्वारा दी गयी जानकारी
आपके लिए मददगार सिद्ध होगी.
मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.
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कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर पंकज
अवधिया द्वारा तैयार की गयी 1000 घंटों से अधिक अवधि की फिल्में आप इस
लिंक पर जाकर देख सकते हैं.
सर्वाधिकार सुरक्षित
E-mail: pankajoudhia@gmail.com
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