कैंसर में चले बूटियों पर नंगे पाँव, प्रकृति का चिकित्सालय है जंगल में आपका गाँव

कैंसर में चले बूटियों पर नंगे पाँव, प्रकृति का चिकित्सालय है जंगल में आपका गाँव  

पंकज अवधिया 

जी आपने सही सुना. यदि आप जंगली क्षेत्र में रहते हैं और जंगल में जाते रहते हैं तो आपको कैंसर की चिकित्सा के लिए बड़े शहर आने की जरूरत नही है.

बड़े शहरों यहाँ तक कि विदेशों में प्रयोग की जाने वाली बूटियाँ आपके ही जंगलों से पहुंचती हैं. उनमे उतनी ताकत नही होती जितनी कि आपके आस-पास उगने वाली बूटियों में होती है.

आप कैंसर के रोगी है और डाक्टरों के अनुसार यह रोग की अंतिम अवस्था है. आप बड़े शहरों में अपनी जीवन भर की पूंजी लुटाकर अब वापस लौट आये हैं. चिकित्सकों के तमाम प्रयोग असफल साबित हुए हैं. अब आप इंटरनेट पर मेरे आलेखों को पढ़कर मुझसे मिलने आये हैं बड़ी उम्मीद के साथ.

मैंने आपको बताया कि आपको मेरे पास आने की जरूरत नही है. आपको लम्बी यात्रा में अनावश्यक ही कष्ट उठाना होगा. बेहतर होगा कि मैं आपको यहाँ से आपके आस-पास उगने वाली जड़ी-बूटियों के बारे में बता दूं ताकि आज ही से आपकी चिकित्सा आरम्भ हो जाए.

आपका प्रश्न है कि  आप जडी-बूटियों को तो पहचान लेंगे पर उनसे दवा बनाना नही जानते हैं ऐसे में कैसे चिकित्सा शुरू होगी.

मैंने आपको बताया कि आपको केवल आस-पास ऐसे स्थानों को चुनना है जहां बताई गयी जड़ी-बूटियाँ उग रही हो. आपको दिन में कई बार उन बूटियों  पर नंगे पाँव चलना है. यही चिकित्सा विधि है. किसी तरह की आंतरिक दवा की जरूरत ही नही है.

मुझे इस बात का भान है कि आपको एकाएक इस पारम्परिक चिकित्सा विधि पर विश्वास नही होगा. पर जैसे-जैसे आप बताई हुयी विधि को अपनाएंगे आपको सुधार दिखेगा.

सबसे पहले तो आपकी जीवनी शक्ति बढ़ जायेगी जो आपको कैंसर से लड़ने में मदद करेगी. फिर आपके शरीर का दर्द और कैंसर के कारण होने वाला दर्द कम होने लगेगा.  उसके बाद कैंसर का फैलाव रुकेगा.

इसके बाद आपसे जंगली मशरूमों पर चलने को कहा जाएगा विशेषकर सेन्हा फ़ुटू जैसे जंगली मशरूमो पर जिससे आपके टयूमर पर असर पड़ेगा.

आप चाहेंगे तो यह उपचार जारी रहेगा और मैं बीच-बीच में आपके पास आकर उचित निर्देश देता र्रहूंगा. जीवनी शक्ति के बढने और दर्द कम होने पर चाहें तो आप भी आ सकते हैं मुझसे मिलने.

मैं आपको डाक से उपयोग में लाई जाने वाली जड़ी-बूटियों के स्थानीय नाम और उनकी पहचान के लिए रंगीन चित्र भेज रहा हूँ. मेरे एक पारम्परिक चिकित्सक मित्र आपके क्षेत्र में रहते हैं. वे आकर आपको शुरुआती मदद कर देंगे.

मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.   

सर्वाधिकार सुरक्षित
कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर पंकज अवधिया द्वारा तैयार की गयी 1000 घंटों से अधिक अवधि की  फिल्में आप इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं. 

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