कैंसर से नपुंसकता, बूटियों के गलत प्रयोग से हुयी ऐसी विवशता

कैंसर से नपुंसकता, बूटियों के गलत प्रयोग से हुयी ऐसी विवशता
पंकज अवधिया   

क्या कैंसर के कारण नपुंसकता आ जाती है?

आप कैंसर के रोगी है और आपकी आयु महज २२ वर्ष है. आप की अभी-अभी शादी हुयी है. 

आपके मुंह का कैंसर अभी आरम्भिक अवस्था में है. आप आधुनिक एवं पारम्परिक दोनों ही तरह की चिकित्सा करवा रहे हैं पर आपने अनुभव किया है कि कैंसर का इलाज शुरू होने के बाद से आपकी कामशक्ति में तेजी के कमी आई है.  इससे आपका वैवाहिक जीवन प्रभावित हो रहा है. आपने सेक्स एक्सपर्ट से परामर्श लिया सफेद मूसली से लेकर वियाग्रा तक आजमाया पर नतीजा सिफर ही रहा. अब आप मानने लगे हैं कि यह सब कैंसर के कारण हो रहा है.

आपने मुझसे समय लिया है ताकि इस विषय पर आप खुलकर बात कर सकें.

मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूँ कि यह कैंसर के कारण नही है. 

आपने मुझे विस्तार से बताया है कि दिन भर में आप क्या-क्या खाते हैं.  आपने यह भी बताया कि आप कौन-कौन सी दवाएं ले रहे हैं.

आप राजस्थान के किसी पारम्परिक चिकित्सक से कैंसर का उपचार करवा रहे हैं. उन्होंने आपको उन बूटियों के नाम बताएं है जिनकी सहायता से वे कैंसर की चिकित्सा कर रहे हैं. इनमे एक बूटी गुंडलू  है जिसे आपको दिन भर में पांच बार लेना होता है. इसका प्रभाव बढाने के लिए आपको पारम्परिक चिकित्सक अधिक से अधिक मात्रा में बकरी का दूध लेने को कहते हैं. आप उनकी सलाह मानकर बकरी का दूध पी रहे हैं.

आपने बताया कि आप कैंसर के लिए तरह-तरह की हर्बल टी पी रहे हैं.  इनमे से कुछ आप थाईलैंड और अमेरिका से मंगवा रहे हैं. आपने इनके बारे में भी विस्तार से बताया.

मैंने नोट किया है कि आपकी सभी प्रकार की हर्बल टी में अदरक थोड़ी और अधिक मात्रा में उपलब्ध है.

मैं आपको बताना चाहूंगा कि गुंडलू बूटी के साथ अदरक का प्रयोग बहुत सम्भल कर करने की जरूरत है. गुंडलू के साथ अदरक का उपयोग करने पर कामशक्ति में कमी होने लगती है. ब्रम्हचर्य अपनाने वाले बहुत से गुणी जन इसका प्रयोग करते हैं ताकि वे काम शक्ति पर पूरी तरह से नियन्त्रण कर सकें. गुंडलू , दूध और अदरक का मिश्रण तो सोने में सुहागा वाली बात होती है इसलिए आपकी ऐसी स्थिति हो गयी है.

मेरा सुझाव है कि आप अदरक का प्रयोग रोक दें, एक सप्ताह के अंदर आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा और कामोत्तेजक दवाओं की जरूरत नही रहेगी.  

मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.   

सर्वाधिकार सुरक्षित
कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर पंकज अवधिया द्वारा तैयार की गयी 1000 घंटों से अधिक अवधि की  फिल्में आप इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं. 

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