कैंसर हो स्तन का और दवा हो अंगरेजी, सोम बूटी जैसी बूटियों के प्रयोग में सही नही मनमर्जी

कैंसर हो स्तन का और दवा हो अंगरेजी, सोम बूटी जैसी बूटियों के प्रयोग में सही नही मनमर्जी

पंकज अवधिया

पिछली बार तो मैंने फार्मूले में सुधार कर दिया था. क्या अभी भी समस्या बरकरार है? आप आराम से बैठिये और मेरे प्रश्नों का उत्तर दीजिये. मैं आपकी समस्या का समाधान करने का प्रयास करूंगा.

मुझे याद है कि कुछ महीनों पहले आप अपनी माताजी को लेकर मेरे पास आये थे. वे घर में गिर गयी थी जिससे उनके पैर की हड्डी टूट गयी थी. आप उन्हें अस्पताल लेकर गये और उनकी चिकित्सा शुरू हुयी.

लम्बी चिकित्सा के बाद भी उनकी हड्डी पूरी तरह जुड़ नही पायी. आपने बहुत से चिकित्सकों से मुलाक़ात की पर समस्या का कुछ समाधान नही निकला. आप हड्डी जोड़ने में महारत रखने वाले पारम्परिक चिकित्सकों से भी मिले और फिर उनके परामर्शानुसार आपने एक फार्मूला लेना  शुरू किया जिसमे हड़जोड़ के साथ  सात प्रकार की वनस्पतियाँ डाली गयी थी.

आपने इस फार्मूले का प्रयोग किया पर समस्या घटने की बजाय बढ़ गयी. आपके डाक्टर ने कहा कि हड्डियां और अधिक कमजोर हो रही हैं. थक –हार कर आप मेरे पास आये और मैंने विस्तार से आपकी माताजी को दी जा रही दवाओं के बारे में पूछा.

आपने जानकारियाँ दी और उसके आधार पर मैंने पारम्परिक चिकित्सक के फार्मूले को और अधिक शक्तिशाली बनाने के लिए पांच और वनस्पतियाँ जोड़ दी. आपने पारम्परिक चिकित्सक  के मार्गदर्शन में माताजी को दवा देना शुरू किया. पर हड्डियों की कमजोरी बढती गयी और आपके माताजी की हाथ की हड्डी चटक गयी. अब आप फिर से मेरे  पास आये हैं.

मैंने आपसे फिर से पूछा कि माताजी की कौन-कौन सी दवाएं चल रही है. मुझे लगा कि आप कुछ छुपा रहे हैं. बहुत जोर देने पर आपने बताया कि एक और दवा जो माताजी ले रही हैं उससे हड्डियों का कोई सम्बन्ध नही है.

उन्हें दस वर्षों पहले ब्रेस्ट कैंसर हुआ था. उनकी सर्जरी हुयी थी. सर्जरी के बाद से यह कैंसर दोबारा न हो इसलिए डाक्टरों ने  Anastrozole  नामक दवा दी थी. यह दवा नियमित रूप से आपकी माताजी ले रही हैं.

अब तस्वीर कुछ साफ़ हो रही है. मैं आपको बताना चाहता हूँ कि आपकी माताजी को होने वाली समस्या के मूल में आधुनिक और पारम्परिक दवाओं के बीच होने वाली नकारात्मक प्रतिक्रिया  Negative Drug Interaction है.

पारम्परिक चिकित्सक के फार्मूले में सोम बूटी नामक वनस्पति है जो कि सोम यानि बल देती है. यह हड्डियों को मजबूत बनाती है और शरीर को कमजोर नही होने देती है. यह दुर्लभ वनस्पति है और हड्डी के रोगों के लिए अमृत तुल्य है.

मैं पिछले पच्चीस से भी अधिक वर्षों से इसके सफल प्रयोगों के बारे में जानकारी एकत्र कर रहा हूँ. मैं अपने अनुभव के आधार पर आपको बताना चाहता हूँ कि सोम बूटी आपके कैंसर के लिए दी जाने वाली दवा के साथ नही प्रयोग की जाती है.

मैंने आपके पारम्परिक चिकित्सक से बात की है. वे न चाहते हुए भी अपने फार्मूले से सोम बूटी हटाने को तैयार हैं. मैंने उसके स्थान पर दूसरी बूटी डालने का अनुरोध उनसे कर दिया है. अब आप दोनों दवाएं साथ-साथ ले सकते हैं. मुझे विश्वास है कि जल्दी ही माताजी की हड्डी जुड़ जायेगी.

आप से बस इतना ही अनुरोध है कि जानकार या चिकित्सक से किसी भी बात को छिपायें नही.   

मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.

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सर्वाधिकार सुरक्षित
 E-mail:  pankajoudhia@gmail.com

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