कैंसर में क्षुद्र पाषाणभेद , दूसरी बूटियों के साथ इसके फायदे अनेक

कैंसर में क्षुद्र पाषाणभेद , दूसरी बूटियों के साथ इसके फायदे अनेक
पंकज अवधिया  

क्षुद्र पाषाणभेद  ही चाहिए ना आपको. मैं प्रबंध करता हूँ.

आप आस्ट्रेलिया से आये हैं और आपने बताया कि आपकी माता जी को कैंसर है. आपने सभी तरह की चिकित्सा करवाई और अब हारकर अपने अध्यात्मिक गुरु की शरण में है.

आपके गुरु भारत में रहते हैं. उन्होंने आपसे कहा है कि यदि क्षुद्र पाषाणभेद का प्रबंध हो जाए तो वे कुछ कर सकते हैं.

आपने इस बूटी को सब जगह खोजा पर प्राप्त नही कर स्क्रे. इस नाम की कई तरह की बूटियाँ मिली पर आपके गुरु ने  उन्हें असली मानने से इंकार कर दिया.

आपको इंटरनेट से बड़ी उम्मीद थी. आपने गूगल हिन्दी में क्षुद्र पाषाणभेद शब्द खोजा पर किसी तरह की जानकारी नही मिली. मैं आपको बताना चाहूंगा कि इंटरनेट में बहुत सी जानकारियाँ है पर सारी जानकारियाँ अभी भी इंटरनेट पर नही है.

हिन्दी में तो सही जानकारियों का नितांत अभाव है.  गूगल की भारतीय टीम के सदस्य भरसक प्रयास कर रहे हैं कि अंगेजी में जानकारियों से इंटरनेट को समृद्ध करने वाले भारतीय हिन्दी में भी कुछ लिखें ताकि आम लोगों को उनकी भाषा में जानकारी मिल सके. 

आपने बताया कि आपके गुरु क्षुद्र पाषाणभेद का प्रयोग सीधे दवा के रूप में करेंगे और माँ के कैंसर को खत्म करने की कोशिश करेंगे. क्षुद्र पाषाणभेद कैंसर में निश्चित ही उपयोगी है पर इसके विवेकपूर्ण उपयोग की जरूरत है.

भारतीय पारम्परिक चिकित्सा में सैकड़ों औषधीय मिश्रण हैं जिनमे क्षुद्र पाषाणभेद का प्रयोग मुख्य घटक के रूप में होता है. पर पारम्परिक चिकित्सक क्षुद्र पाषाणभेद का प्रयोग एकल औषधि के रूप में नही करते हैं. वे क्षुद्र पाषाणभेद की सीमाओं को जानते हैं.  उससे होने वाली हानियों के बारे में भी. इसलिए वे इसे दूसरी वनस्पतियों के साथ प्रयोग करते हैं.

उड़ीसा में इस वनस्पति का स्थानीय नाम जमाला है. आप मेरे ड्रायवर के साथ उड़ीसा चले जाइए. वह आपको जमाला दिलवा देगा.  बरसात का समय है इसलिए बेहतर होगा कि आप जंगल में जाने की जिद न करे और गाँव में ही रुके.  वनवासी इसे जंगल से लाकर दे देंगे.

मैं आपको कैंसर की चिकित्सा पर बनी मेरी 1000 घंटों से अधिक अवधि की फिल्मों के कुछ अंश पेन ड्राइव में दे देता हूँ. इसमें क्षुद्र पाषाणभेद आधारित पारम्परिक औषधीय मिश्रणों के बारे में विस्तार से जानकारियाँ दी गयी है.  मुझे विश्वास है कि यह जानकारी आपके अध्यात्मिक गुरु को कैंसर की चिकित्सा करने में मददगार साबित होंगी.

अब आप उड़ीसा चलने की तैयारी करें.     


सर्वाधिकार सुरक्षित

Comments

Popular posts from this blog

गुलसकरी के साथ प्रयोग की जाने वाली अमरकंटक की जड़ी-बूटियाँ:कुछ उपयोगी कड़ियाँ

कैंसर में कामराज, भोजराज और तेजराज, Paclitaxel के साथ प्रयोग करने से आयें बाज

भटवास का प्रयोग - किडनी के रोगों (Diseases of Kidneys) की पारम्परिक चिकित्सा (Traditional Healing)