Consultation in Corona Period-193

Consultation in Corona Period-193 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "एक ही क्षेत्र के सात युवाओं की एक के बाद एक मौत हुई तो पुलिस का ध्यान इस ओर गया। इन सभी मौतों में एक विशेष बात थी कि सभी मौतें होटलों में हुई थी। सभी की मृत्यु सेक्स के 1 घंटे के अंदर हुई थी और सभी ने शराब पी रखी थी। पुलिस ने यह केस मुझे दिया और मैंने विस्तार से इसका अध्ययन करना शुरू किया तो मुझे पता चला कि सभी युवकों ने एक ही बार से शराब का सेवन किया था। जब हमने बार मालिक से इस बारे में बात की तो उसने कहा कि उसकी शराब में किसी भी प्रकार की कोई मिलावट नहीं है। न ही किसी प्रकार का दोष है। जब आसपास के लोगों से बातचीत की गई तो पता चला कि इस बार में विशेष रुप से भीड़ रहती है विशेषकर युवा बड़ी संख्या में यहां पर आते हैं। मुझे तो पहले लगा यह किसी ड्रग का मामला है पर बाद में जब युवाओं से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि शराब में एक विशेष तरह का पाउडर मिलाकर बार मालिक देता है जिससे कि सेक्स करने की क्षमता बढ़ जाती है और जल्दी से थकान नहीं होती है। यही कारण है कि इस बार में युवा अधिक संख्या में जाते हैं और उन्हें शराब के अधिक पैसे नहीं देने पड़ते हैं। हमने फिर बार मालिक की ओर ध्यान केंद्रित किया और जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह एक तांत्रिक से एक पाउडर लेकर आता है जिसे कि वह शराब में मिलाकर पिलाता है। उस तांत्रिक ने बताया है कि इस पाउडर का प्रयोग करने से सेक्स पावर बहुत बढ़ जाता है। बार मालिक ने यह भी बताया कि यह सचमुच बड़ा प्रभावी है क्योंकि उसके बार में युवाओं की भीड़ बढ़ती ही जा रही है। उसने इस बात से इनकार किया कि वह किसी भी प्रकार के ड्रग का प्रयोग करता है विशेषकर नशीली दवाओं का जिनसे शराब में ये गुण आ जाते हैं। उसके द्वारा दिए गए पाउडर की जब हमने प्रयोगशाला में जांच की तो उसकी बात सही निकली। उसमें किसी भी प्रकार की नशीली दवा का प्रयोग नहीं किया गया था, न ही किसी प्रतिबंधित दवा का प्रयोग किया गया था। इस विश्लेषण के बाद हमारा ध्यान तांत्रिक के ऊपर केंद्रित हुआ। हमने अपने दूतों को तांत्रिक के पास भेजा और तांत्रिक से वही पाउडर फिर से मंगाया। पाउडर की जब जांच की यानी हमारे एक साथी ने जब पाउडर का उपयोग किया और हमने उसके स्वास्थ का अध्ययन किया तो हमें पता चला कि पाउडर के उपयोग करने के कुछ ही मिनटों के बाद हृदय की धड़कन बहुत अधिक बढ़ जाती है। फिर बहुत सारी दवाओं के प्रयोग के बाद ही धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आती है पर यह पाउडर किसी भी तरह से जहरीला साबित नहीं हुआ। ऐसा जहरीला कि इससे किसी भी प्रकार की मृत्यु हो सके। किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचने पर मैंने आपसे परामर्श लेने का निश्चय किया। आप ड्रग इंटरेक्शन पर काम कर रहे हैं और यहां तांत्रिक एक विशेष तरह का पाउडर शराब में मिलाकर देने की बात कह रहा है इसलिए आप इस केस में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। आपको जो भी जानकारी चाहिए वह सब जानकारी मैं देने के लिए तैयार हूं।" जब मेरे फॉरेंसिक विशेषज्ञ मित्र का यह संदेश आया तो मैंने उनसे कहा कि मैं आपकी मदद करूंगा। मुझे उस तांत्रिक का नाम बताएं जिसके बारे में आपने यह सब बताया है। जब तांत्रिक का नाम और उनकी फोटो मेरे पास आई तो मैं चौक गया क्योंकि वह तेलंगाना के जाने-माने वैद्य थे जिन्होंने प्रोस्टेट के कैंसर में महारत हासिल की थी और दुनियाभर से लोग प्रोस्टेट की चिकित्सा के लिए उनके पास आते थे। उन्होंने कुछ वर्ष पूर्व मुझसे संपर्क किया था। उनकी बिटिया को सिकल सेल एनीमिया था और उनकी दवाओं से उनकी बिटिया को किसी भी तरह से लाभ नहीं हो रहा था। जब वे मुझसे मिलने आए तो मैंने उन्हें मेडिसिनल राइस दिया और जब मुझे पता चला कि वे जाने-माने वैद्य हैं तो मैंने फीस लेने से इंकार कर दिया। वे इस बात के लिए तैयार नहीं हुए और लगातार मुझ पर जोर लगाते रहे कि मैं उनसे फीस ले लूं। एक महीने बाद फिर उन्होंने संपर्क किया और बताया कि उनकी बिटिया की हालत में काफी सुधार है और अब ऐसा लगता है कि आजीवन उसे इस मेडिसिनल राइस के प्रयोग से यह समस्या नहीं होगी। इस बार भी जब वे आए तो उन्होंने कहा कि मैं उनसे फीस लूँ। मैंने साफ मना कर दिया। इस पर उन्होंने कहा कि उनके पास एक विशेष फार्मूला है जो कि सेक्स पावर को बहुत बढ़ा देता है। आप फीस नहीं ले रहे हैं तो मैं यह फार्मूला आपको देता हूं। आप इसका प्रयोग यथासंभव कर सकते हैं। उन्होंने इस फार्मूले के बारे में विस्तार से बताया कि वे नंदी चेट्टू नामक एक वृक्ष की छाल का प्रयोग इस फार्मूले में करते हैं और साथ में छत्तीसगढ़ के पारंपरिक चिकित्सकों से कोलीहा कंद नामक एक कंद एकत्र करते हैं। इसका प्रयोग नंदी चेट्टू की छाल के साथ किया जाता है। इसके अलावा इस फार्मूले में और घटक होते हैं। इस फार्मूले को देते समय उन्होंने मुझे बताया कि जो व्यक्ति किसी कारणवश नपुंसक हो जाते हैं उनके लिए यह फार्मूला रामबाण की तरह काम करता है। स्वस्थ लोगों के लिए यह फार्मूला नहीं है। मैंने उन्हें धन्यवाद दिया और उसके बाद फिर वे मेडिसिनल राइस के बारे में पूरी जानकारी लेकर वापस लौट गए। मैंने फॉरेंसिक विशेषज्ञ मित्र को पूरी बात बताई और इस बात पर आपत्ति व्यक्त की और कहा कि उन्हें तांत्रिक न कहा जाए। जब फॉरेंसिक विशेषज्ञ मित्र से मैंने केस के बारे में विस्तार से जानकारी ली तो समस्या का समाधान दिखने लगा। मैंने फॉरेंसिक विशेषज्ञ मित्र को बताया कि जब यह फार्मूला दिया जाता है तो उसके साथ पर्याप्त मात्रा में गाय के दूध का प्रयोग किया जाता है। वैद्य ने मुझे साफ शब्दों में बताया था कि यदि दूध का प्रयोग पर्याप्त मात्रा में नहीं किया गया तो हृदय की धड़कन अप्रत्याशित रूप से बढ़ जाती है और यदि उस पर भी नियंत्रण नहीं किया गया तो इसका प्रयोग करने वाले की मौत भी हो सकती है। उन्होंने कभी भी किसी को यह नहीं कहा कि इस फार्मूले को शराब के साथ लिया जाए। जब मैंने उन वैद्य से फिर से बात की तो उन्होंने बताया कि शराब के साथ इसका प्रयोग करने से जिन युवाओं को या जिन मरीजों को पहले से हृदय की समस्या है उनकी तत्काल मृत्यु हो सकती है। सामान्य लोगों को हृदय की तकलीफ हो सकती है और वे स्थाई रूप से हृदय रोग के शिकार हो सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मनोरंजन के उद्देश्य से कभी भी वे इस फार्मूले को किसी को नहीं देते हैं। जब उनसे बार मालिक के बारे में पूछा गया और पूरे केस के बारे में बताया गया तो उन्होंने कहा कि उस बार का मालिक तो खुद नपुंसक है इसलिए वह मुझसे दवा लेकर जाता है। उन्हें इस बात का खेद था कि उनकी दवा के गलत प्रयोग से 7 युवाओं की मौत हो चुकी है। मैंने फोरेंसिक विशेषज्ञ मित्र से कहा कि वैद्य पूरी तरह से निर्दोष हैं। उन्होंने तो बार मालिक को रोगी समझकर दवाई दी और साफ शब्दों में कहा कि इसका प्रयोग दूध के साथ करना है। जब बार मालिक ने इसका प्रभाव देखा तो उसके मन में लालच जागा और उसने शराब में मिलाकर यह फार्मूला देना शुरू किया। आपको और विस्तार से इस इन केसों का अध्ययन करना चाहिए। मुझे लगता है कि जब वह महीनों से इस तरह के प्रयोग कर रहा है तो और भी ऐसे युवक होंगे जो अनजाने में इसका प्रयोग कर मौत के घाट उतर गए होंगे। इतना कहने के बाद मैंने इन वनस्पतियों से संबंधित सारी तकनीकी जानकारी अपने मित्र को दे दी। इस तरह एक जटिल समस्या का समाधान हुआ। तेलंगाना के वैद्य में मुझे आश्वस्त किया कि अगली बार से वे किसी को पूरे परीक्षण के बिना इस दवा को नहीं देंगे और कोशिश करेंगे कि यह दवा अल्प मात्रा में दी जाए ताकि कोई इसका व्यवसायिक दुरुपयोग न कर सके। मैंने उन्हें धन्यवाद दिया। सर्वाधिकार सुरक्षित

Comments

Popular posts from this blog

गुलसकरी के साथ प्रयोग की जाने वाली अमरकंटक की जड़ी-बूटियाँ:कुछ उपयोगी कड़ियाँ

कैंसर में कामराज, भोजराज और तेजराज, Paclitaxel के साथ प्रयोग करने से आयें बाज

भटवास का प्रयोग - किडनी के रोगों (Diseases of Kidneys) की पारम्परिक चिकित्सा (Traditional Healing)