Consultation in Corona Period-178

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Pankaj Oudhia पंकज अवधिया


"आपने बताया कि आपको एनजाइना के लिए तीन तरह की दवाएं दी जा रही है। ब्लड प्रेशर के लिए 2 दवाएं दी जा रही हैं जबकि कोलेस्ट्रॉल के लिए एक दवा दी जा रही है। आपको डायबिटीज की भी समस्या है। उसके लिए दो शक्तिशाली दवाएं दी जा रही है। आपकी समस्या यह है कि आपको सीने में अभी भी बहुत दर्द होता है। आप बहुत कमजोरी महसूस करते हैं। काम करने की बिल्कुल भी इच्छा नहीं होती है। भूख बहुत बढ़ गई है। आपने यह भी बताया कि जब आपने ह्रदय की पूरी जांच कराई तो जांच रिपोर्ट पूरी तरह से दोष रहित थी अर्थात आप को हृदय की किसी भी प्रकार की समस्या नहीं है। रिपोर्ट के आ जाने के बाद भी आपके चिकित्सक ने इन दवाओं को बंद नहीं किया है। इतनी शक्तिशाली डायबिटीज की दवाओं के बावजूद आपकी शुगर कंट्रोल में नहीं है और इन्हीं सब समस्याओं के लिए आपने मुझसे परामर्श के लिए समय लिया है।" जब दक्षिण भारत के एक सज्जन ने फोन पर अपनी समस्या बताई तो उन्हें समझते हुए मैंने उनसे कहा।

 मैंने उनकी सारी रिपोर्ट देखी फिर उनसे कहा कि जब आपको एनजाइना के लिए तीन-तीन दवाएं लेने के बावजूद सीने में दर्द होता है तो आपको यह बात अपने चिकित्सक को बतानी चाहिए। तब उन सज्जन ने कहा कि मेरे चिकित्सक मेरी बात सुनते ही नहीं है। मेरी थोड़ी सी बात सुनने के बाद ही दवाएं लिख देते हैं और अगले मरीज को बुला लेते हैं।

 मैंने उनकी दवाओं के अध्ययन करने के बाद उनसे यह कहा कि मुझे लगता है कि आपकी वर्तमान समस्याओं के लिए आपके द्वारा ली जा रही इतनी शक्तिशाली दवाएं काफी हद तक जिम्मेदार है। यदि आपके चिकित्सक आपकी बात नहीं सुनते हैं तो आप दूसरे चिकित्सक से परामर्श ले। मैं तो आपको यही सलाह दूंगा कि आप किसी ह्रदय रोग विशेषज्ञ से मिलें। वे आपकी अधिक सहायता कर सकते हैं। 

उन्होंने कहा कि मैं रायपुर आ जाता हूं और वहां के किसी हृदय रोग विशेषज्ञ से मिल लेता हूं। मैंने कहा कि भारत के हर शहर में दक्ष ह्रदय रोग विशेषज्ञ हैं। आप उनसे सलाह ले सकते हैं। 

उन्होंने धन्यवाद दिया और अगले ही दिन में हृदय रोग विशेषज्ञ से मिलने चले गए। 2 दिनों के बाद उनका फिर से फोन आया कि उनकी रिपोर्ट के आधार पर ह्रदय रोग विशेषज्ञ ने कहा है कि उन्हें इतनी अधिक दवाओं की जरूरत नहीं है। उन्होंने ब्लड प्रेशर की दवा आधी कर दी है और साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया है कि सीने में दर्द हृदय की समस्या के कारण नहीं हो रहा है और इस तरह उन्होंने एनजाइना की तीनों दवाओं को बंद कर दिया है। कोलेस्ट्रोल की दवा को उन्होंने बदल दिया है और कहा है कि उसे दिन में दो बार लेने के बजाय अगर एक बार भी लिया जाए तब भी ठीक है क्योंकि उनको अभी इसकी इतनी जरूरत नहीं है। 

उन सज्जन ने यह भी बताया कि उन दवाओं को बंद करने के बाद उन्हें काफी राहत महसूस हो रही है। कल वे डायबिटीज के लिए एक विशेषज्ञ से मिलने जाएंगे और उन्हें अपनी दवाओं के बारे में बताएंगे। 2 दिनों के बाद उन्होंने फिर से परामर्श के लिए समय लिया और बताया कि डायबिटीज के विशेषज्ञ ने उन्हें दी जा रही दवाओं के ऊपर आश्चर्य प्रकट किया और कहा कि डायबिटीज की समस्या इतनी अधिक नहीं होने पर भी कैसे दूसरे चिकित्सक इतनी शक्तिशाली दवा दे रहे थे। इस दवा के कारण उनका ब्लड शुगर बहुत कम हो रहा था। इससे उन्हें बहुत ज्यादा कमजोरी लग रही थी। कमजोरी के कारण वे मेहनत नहीं कर पा रहे थे जिससे उनका मोटापा बढ़ रहा था। इससे ही हृदय और कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो रही थी। उन्होंने आश्वस्त किया कि अब उन्होंने दवाई को बहुत कम कर दिया है। इससे उनकी डायबिटीज भी नियंत्रण में रहेगी और किसी तरह का नुकसान भी नहीं होगा।

 उन सज्जन ने मुझसे फोन पर बार-बार यही कहा कि उन्हें गैस की समस्या है और उन्हें लगता है कि इसी गैस की समस्या के कारण ही उनके सीने में दर्द होता है। यह हृदय से संबंधित समस्या नहीं है। उन्होंने याद करते हुए कहा कि जब उन्हें ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं बताई गई थी तब भी उनके सीने में इसी तरह का दर्द होता था। उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि ह्रदय रोग विशेषज्ञ ने साफ शब्दों में कह दिया कि यह दर्द हृदय के की समस्या के कारण नहीं है पर किस समस्या के कारण है वे यह बताने में असमर्थ है। 

अब इस विषय में वे सज्जन मुझसे सहायता चाहते थे। जब मैंने उनके द्वारा ली जा रही दूसरी दवाओं के बारे में जानकारी मांगी तो उन्होंने बताया कि वे लंबे समय से ब्लेडर की समस्या से प्रभावित है। उनका ब्लैडर कमजोर हो गया है जिससे कि पेशाब रुकती नहीं है और डॉक्टर कहते हैं कि यह अब सुधरने की स्थिति में नहीं है इसलिए उन्होंने एक वैद्य से अमरबेल पर आधारित एक नुस्खा लिया। इसका प्रयोग वे काढ़े के रूप में लंबे समय से कर रहे हैं। 

मैंने उनसे वैद्य का पता माँगा और उनसे कहा कि मैं उनसे बात कर लूंगा और उनसे पूछ लूंगा कि वे अमरबेल का प्रयोग किस तरह से कर रहे हैं। इस पर सज्जन ने खुलासा किया कि शुरू के सालों में उन्होंने वैद्य से अमरबेल से संबंधित नुस्खा लिया। फिर एक दिन वैद्य के शिष्य से गुपचुप वह फार्मूला ले लिया। अब वे घर के आस पास उगने वाली अमरबेल का उपयोग करके अपने पैसे बचा लेते हैं। 

मैंने उनसे कहा कि आपने यह तो गलत किया। वैद्य किसी विशेष तरह के वृक्ष से एकत्र की गई अमरबेल का ही उपयोग करते होंगे। अलग-अलग वृक्षों से एकत्र की गई अमरबेल में अलग-अलग प्रकार की मेडिसिनल प्रॉपर्टीज होती है। बहुत से ऐसे जंगली वृक्ष होते हैं जिनसे अमरबेल का एकत्रण नहीं किया जाता है क्योंकि उसका प्रयोग करने से विष जैसे लक्षण आने लग जाते हैं। इस बात की जानकारी सभी वैद्यों को है। 

मैंने जोर देकर कहा कि आप मुझे उन वैद्य का पता दें ताकि मैं उनसे स्पष्ट बात कर सकूं। वे इस बात के लिए तैयार हो गए और उन्होंने वैद्य का फोन नंबर दे दिया। जब मैंने वैद्य से बात की तो उन्होंने कहा कि किसी भी अमरबेल का उपयोग करने से नुकसान हो सकता है इसलिए वे विशेष तरह के जंगली वृक्षों से ही अमरबेल का एकत्रण करते हैं। इसके लिए उन्हें घने जंगल में जाना पड़ता है और फिर वहां से वह कई दिनों बाद इस अमरबेल को लेकर लौटते हैं। मैंने उनका धन्यवाद किया और फिर उन सज्जन को कहा कि आप की चतुराई आपको महंगी पड़ गई। मुझे लगता है कि आप सिरिस या कुटज के वृक्षों से एकत्रित अमरबेल का प्रयोग कर रहे हैं। इस अमरबेल का अधिक मात्रा में प्रयोग करने से सीने में दर्द की समस्या हो जाती है इसलिए मैं आपको परामर्श दूंगा कि आप वैद्य द्वारा दी जा रही अमरबेल का ही उपयोग करें। इस अमरबेल का बिल्कुल भी उपयोग न करें। 

जब आप सही अमरबेल का उपयोग करना शुरू करेंगे तो 20 से 25 दिनों में आपके सीने के दर्द की समस्या का पूरी तरह से समाधान हो जाएगा। सज्जन ने अपनी गलती स्वीकार की और कहा कि वे अगले हफ्ते ही फिर से वैद्य से मिलेंगे। उनसे क्षमा मांगेंगे और फिर उनके द्वारा दी जा रही अमरबेल पर आधारित औषधि का उपयोग ही काढ़े के रूप में करेंगे।

 इसके बाद लंबे समय तक उनसे किसी भी प्रकार का संपर्क नहीं हुआ। अगली बार जब उन्होंने फोन किया तो बताया कि उनकी समस्या का पूरी तरह से समाधान हो गया है। सारा दोष उनके द्वारा एकत्र की जा रही अमरबेल का ही था। अब उनकी दवाएं बहुत कम हो गई है और सीने का दर्द जो कि कई सालों से लगातार परेशान कर रहा था वह भी अब पूरी तरह से ठीक हो गया है।

 उन्होंने धन्यवाद ज्ञापित किया। मैंने उन्हें शुभकामनाएं दी। 


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