कैंसर में कमजोरी और कब्जियत, संजीवनी बूटी से हटायें Sorafenib से होने वाली दिक्कत

कैंसर में कमजोरी और कब्जियत, संजीवनी बूटी से हटायें Sorafenib से होने वाली दिक्कत
पंकज अवधिया   




लीवर के कैंसर के मैंने बहुत से मामले देखे हैं पर ऐसा मामला कम ही देखने में आता है.

आपको लीवर का कैंसर है. आप कनाडा में रहते हैं और आपको कैंसर का पता तभी लग गया था जब यह आरम्भिक अवस्था में था.

अक्सर इस अवस्था में यदि कैंसर का पता लग जाए तो आधुनिक चिकित्सक बड़ी आसानी से इसकी चिकित्सा कर लेते हैं. पर आप इस मामले में सौभाग्यशाली नही रहे. आपका कैंसर फैलता गया.

आप एक के बाद एक डाक्टर बदलते रहे और दुनिया भर के चिकित्सकों से दवाएं ली पर जल्दी ही आप कैंसर की अंतिम अवस्था में पहुंच गये.

आपने भारत के बहुत से वैद्यों से चिकित्सा करवाई और काफी दिन भारत में बिताये फिर भी कोई नतीजा नही निकला. आपने इंटरनेट पर मेरे द्वारा तैयार की गयी कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर फिल्म देखी और फिर मिलने का निश्चय किया.

मैंने आपसे विस्तार से चर्चा की. आपकी सारी रिपोर्ट देखी और फिर जड़ी-बूटियों के माध्यम से आरम्भिक परीक्षण किये. आपने बताया कि  आधुनिक उपचार के नाम पर आपकी केवल  Sorafenib  नामक दवा ही चल रही है.

आपको बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस होती है. हमेशा ही ठंड लगती रहती है और आपको कब्जियत की जबर्दस्त शिकायत है जो कि किसी तरह की दवा लेने पर ठीक नही होती है. इस कब्जियत के कारण आपके शरीर में नाना प्रकार के विकार पैदा हो गये हैं.

आपने बताया कि मध्य भारत के किसी वैद्य की दवा अभी भी आप ले रहे हैं. वे आपको लीवर कैंसर के लिए संजीवनी बूटी दे रहे हैं. इसे वे जंगल से एकत्र करते हैं. आप अपने साथ संजीवनी बूटी का नमूना भी लेकर आये हैं.

भारत में बहुत सी जड़ी-बूटियाँ संजीवनी बूटी के रूप में जानी जाती है. आपके वैद्य जिसे संजीवनी बूटी कह रहे हैं उसे हमारे क्षेत्र में हनुमान फल के रूप में जाना जाता है. यह कैंसर के लिए उपयोगी है पर अकेले नही.

इसमें पैतीस किस्म की जड़ी-बूटी मिलाकर आपके वैद्य दवा तैयार कर रहे हैं. आप रोग की आरम्भिक अवस्था में उनसे यह दवा लेते तो आपको निश्चित ही लाभ होप्ता है पर अब बहुत देर हो चुकी है.

मैं आपको बताना चाहता हूँ कि आपको हो रही शारीरिक समस्याओं के लिए कैंसर नही बल्कि कैंसर की Sorafenib नामक दवा जिम्मेदार है. इस दवा के प्रयोग से भयंकर कब्जियत की शिकायत होती है. आपके डाक्टर को इस बारे में आपको बताना चाहिए था. यदि आप इसे बंद कर दें या आपके डाक्टर इसमें या इसकी मात्रा में फेरबदल कर दें तो आपकी सारी समस्याएं सुलझ जायेगी.

मैं आपके वैद्य के फार्मूले में दस और जड़ी-बूटियाँ मिलाकर उसे शक्तिशाली बना सकता हूँ ताकि वह आपके कैंसर से लड़ सके. एक बार लाभ होने के बाद फार्मूले में नियमित सुधार की आवश्यक्ता होगी.

आप अपने वैद्य से मिले और मेरे द्वारा सुझाई गयी बातें बताये.  यदि आपका उपचार फिर से शुरू होता है तो मैं लगातार आपके और आपके वैद्य के सम्पर्क में रहूंगा.  इस फार्मूले से आपकी कैंसर की आधुनिक दवा के कारण हो चुके दुष्प्रभाव भी खत्म हो जायेगे.

मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.
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कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर पंकज अवधिया द्वारा तैयार की गयी 1000 घंटों से अधिक अवधि की  फिल्में आप इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं. 
सर्वाधिकार सुरक्षित

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