Posts

Showing posts from January, 2021

Consultation in Corona Period-206

Consultation in Corona Period-206 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "पूरे शरीर में खुजली की समस्या 10 साल पहले शुरू हुई। शुरू में मैंने घरेलू औषधियों का सहारा लिया पर जब किसी भी तरह से यह खुजली ठीक नहीं हुई तो मैंने आधुनिक दवाओं का सहारा लिया। मुझे तरह-तरह की दवायें दी गई और बहुत सारे परीक्षण किए गए। जब इन दवाओं ने भी असर नहीं किया तो मुझे सलाह दी गई कि मैं किसी एलर्जी विशेषज्ञ से मिलूँ ताकि यह पता चल सके कि यह खुजली किस चीज की एलर्जी के कारण हो रही है? मैं अब तक 20 से अधिक एलर्जी विशेषज्ञ से मिल चुका हूं। उन्होंने लंबे समय तक मेरा परीक्षण किया पर वे किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सके इसलिए उन्होंने सलाह दी कि मैं दवा का प्रयोग लगातार जारी रखूं। एलर्जी से बचने के लिए मैंने बहुत तरह के उपाय किए। पूरे समय घर में रहना शुरू किया। घर में एयर प्यूरीफायर लगाया। बाहर की यात्रा बंद कर दी। बाहर का खाना पीना तो पूरी तरह से बंद कर दिया। किसी भी नए तरह के खाने को देख कर मुझे डर लगता था कि कहीं इससे एलर्जी की समस्या फिर से न बढ़ जाए। मेरे ऐसे कष्ट भरे जीवन को देखकर मेरे मित्र ने कहा कि मुझे आयुर्वेदिक दव

Consultation in Corona Period-205

Consultation in Corona Period-205 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "सबसे पहले मुझे मुंह सूखने की समस्या से हुई। जब मैंने चिकित्सकों से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि यह डायबिटीज के कारण हो सकता है। मैंने अपनी पूरी जांच कराई पर मुझे डायबिटीज नहीं निकला। मुँह के सूखने के दूसरे कारणों के लिए उन्होंने बहुत सारी दवाएं सुझाई पर किसी भी दवा से कोई लाभ नहीं हुआ। इस बीच मैंने पारंपरिक चिकित्सा का सहारा लिया और एक वैद्य से दवा लेनी शुरू की। यह उनका ही बनाया हुआ फार्मूला था जिसमें कि बहुत सारी जड़ी बूटियों को मिलाया गया था। इस फार्मूले का प्रयोग करते ही मेरे मुंह सूखने की समस्या का तुरंत ही समाधान हो गया और मैं आज तक इस दवा का प्रयोग कर रहा हूं। कुछ सालों तक मेरी तबीयत पूरी तरह से ठीक रही। उसके बाद फिर मुझे चलने में दिक्कत होने लगी। मैं लंगड़ा कर चलने लगा और कुछ दिनों के बाद चलना फिरना पूरी तरह से बंद हो गया। पैरों की जांच जब मैंने कराई तो पैरों में किसी भी तरह का दोष नजर नहीं आया। इसे वात की समस्या माना गया और उस हिसाब से इसकी चिकित्सा की गई। थोड़े ही दिनों में मेरी जबान में लड़खड़ाहट पैद

Consultation in Corona Period-204

Consultation in Corona Period-204 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "क्या दांतो को दोबारा उगाया जा सकता है" इस विषय पर मैंने आपका एक आलेख दिल्ली में पढ़ा था। उस समय मैं भारत में रहकर भारत के अध्यात्मिक ज्ञान की जानकारी ले रहा था। मेरे गुरुजी ने कहा कि अब मुझे इसी विषय पर अपना जीवन लगा देना चाहिए। उनकी आज्ञा पाकर मैं आपसे मिलने की कोशिश करने लगा। एक बार मैं रायपुर भी आया पर आपसे मुलाकात नहीं हो सकी फिर मुझे आपके इस विषय पर बहुत सारे आर्टिकल मिलने शुरू हुए। उस आधार पर मैंने आरंभिक शोध आरंभ किया। मैंने एक टीम बनाई और एक कंपनी की स्थापना की। बाद में जब आपने बॉटनिकल डॉट कॉम पर नियमित स्तंभ लिखना शुरू किया तब उस आधार पर मैंने भारत के पारंपरिक चिकित्सकों से मिलने का क्रम शुरू किया। मुझे इस बात का एहसास था कि वे किसी अनजाने को इस महत्वपूर्ण विषय में किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं देंगे पर फिर भी मैंने कोशिश जारी रखी। जब भारत के पारंपरिक चिकित्सकों से मिलने का क्रम खत्म हुआ तो मैं बांग्लादेश के पारंपरिक चिकित्सकों से मिला फिर नेपाल के और उसके बाद भूटान के। उसके बाद मैंने अपने देश का

Consultation in Corona Period-203

Consultation in Corona Period-203 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "अपनी बिटिया की Autism की समस्या के लिए मैंने आपसे संपर्क किया है। उसे सबसे पहले जब चिकित्सकों ने बताया है कि Autism है तब उसकी उम्र मात्र 2 वर्ष थी। इसके बाद से ही उसे सामान्य बच्चों से अलग कर दिया गया और विशेष स्कूलों में भेजा गया। हम तब से लगातार प्रयास कर रहे हैं कि उसकी हालत में सुधार हो और कैसे भी वह सामान्य बच्चों की तरह हो जाए। स्पेशल स्कूल तो स्पेशल स्कूल ही होते हैं। वे बच्चों को सामान्य ढंग से नहीं ट्रीट करते हैं। इससे उनके मन में एक अजीब सी भावना का वास होने लग जाता है और बच्चे अपने आप में ही घुटते जाते हैं। मैं बिटिया को लेकर विदेश भी गया और दुनिया भर के चिकित्सकों से अनुरोध किया कि कैसे भी मेरी बेटी को सामान्य बच्चों की तरह कर दें और उसके लिए जितनी भी फीस लगेगी मैं देने को तैयार हूं पर सभी ने कहा कि यह अनुवांशिक रोग है और स्पेशल स्कूल ही इन बच्चों के लिए एक सशक्त समाधान है। चिकित्सकों के कहने पर मैंने दो बार दिमाग की स्कैनिंग भी कराई। पर उसमें किसी भी प्रकार का ऐसा दोष नहीं दिखाई दिया जिसे कि सुधारा

Consultation in Corona Period-202

Consultation in Corona Period-202 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "शादी के बाद जब हम अपने गुरु महाराज से मिलने गए तो उन्होंने हमें आशीर्वाद दिया और फिर हमारी कुंडली देखी। उसके बाद कहा कि आगे आने वाले जीवन में समस्या हो सकती है इसलिए बेहतर होगा कि हम लोग हिमाचल जाएं। वहां के एक वैद्य से मिले और आगे के सुखी जीवन के लिए उनसे एक विशेष तरह का तरह का फार्मूला लें। उस फार्मूले का प्रयोग फिर च्यवनप्राश और दूध के साथ लंबे समय तक करें ताकि वैवाहिक जीवन में किसी भी तरह की कोई समस्या न हो। हमने उनका धन्यवाद किया और फिर उसी समय हिमाचल जाकर उन वैद्य से मिले जिन्होंने हमारा नाड़ी परीक्षण किया और उस आधार पर उन्होंने एक फार्मूला बना कर दिया जिसका प्रयोग मुझे और मेरी पत्नी को सुबह-शाम करना था।  हमें बताया गया कि इस फार्मूले का प्रयोग लंबे समय तक चलेगा इसलिए एक बार में उन्होंने 6 महीने की दवा दी और फिर कहा कि इसके बाद जब हम अगली बार आएंगे तो हमें 2 साल की दवा एक साथ दे दी जाएगी। हमने उनका धन्यवाद किया और वापस लौट कर नियमित रूप से दवा का प्रयोग करते रहे। 6 महीने बाद जब हम उनसे फिर से मिले तो उन्होंने कहा कि

Consultation in Corona Period-201

Consultation in Corona Period-201 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "मेरे कोलोरेक्टल कैंसर के लिए जब सब दरवाजे बंद हो गए और कोई भी चिकित्सक दवा देने को तैयार नहीं हुआ तब मैंने निश्चय किया कि इस अवस्था में भी मैं हार नहीं मानूंगा और अपने प्रयास जारी रखूंगा। मैंने विदर्भ के उन वैद्य की दवा जारी रखी जो कि मुझे पिछले 15 सालों से दवा दे रहे थे जब मुझे सबसे पहले इस कैंसर के बारे में पता चला था। मेरी जीवनी शक्ति इतनी कम हो गई कि कीमोथेरेपी के विशेषज्ञों ने भी कह दिया कि पहले आप अपने शरीर को मजबूत करें जो कि कैंसर की इस अवस्था में संभव नहीं लगता है, उसके बाद ही वे अपनी चिकित्सा शुरू करेंगे। कैंसर की अवस्था यानि स्टेजेस गिन-गिन कर अब मैं पूरी तरह से ऊब चुका हूं। कुछ महीनों पहले मैंने बस्तर के एक पारंपरिक चिकित्सक से मुलाकात की तो उन्होंने भी बताया कि कैंसर शरीर के दूसरे हिस्सों में फैल चुका है और अब इसकी चिकित्सा बहुत कठिन है। उन्होंने एक बहुत विशेष बात बताई और कहा कि आपके शरीर में कैल्शियम की कमी है। यदि आपको इसकी पुष्टि करनी है तो आप आधुनिक लेबोरेटरी से जांच करा सकते हैं। उनकी बात मान क

Consultation in Corona Period-200

Consultation in Corona Period-200 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "आप तो जानते ही हैं कि Thalidomide नामक दवा ने जर्मनी में कितना कोहराम मचा दिया था। 1950 के दशक में जब इसका निर्माण किया गया और बिना सही ढंग से परीक्षण किए जब इसे गर्भावस्था में होने वाली उल्टी को रोकने के लिए प्रयोग किया गया तो हजारों बच्चे विकलांगता के साथ पैदा हुए और उन्हें phocomelia जैसी बीमारियां होने लगी। उसके बाद दुनिया भर की नजर इस दवा पर गई और पूरी दुनिया ने यह सबक सीखा कि दवाओं को पूरी तरह परीक्षण किए बिना आम लोगों को देना कितना घातक हो सकता है। आपने यह भी पढ़ा होगा कि उस दवा को लेने के बाद पैदा हुए ज्यादातर बच्चे अब इस दुनिया में नहीं है। वे एक दशक से अधिक जीवित नही रह सके। मैंने अपनी पूरी जिंदगी इस दवा पर शोध करने में बिता दी। मुझे मालूम है कि यह एक बहुत खतरनाक दवा है जो शरीर के लगभग सभी अंगों को प्रभावित करती है और इस कदर प्रभावित करती है कि वे पूरी तरह से काम करना बंद कर देते हैं फिर भी यह एक नग्न सत्य है कि अभी भी इस दवा का प्रयोग किया जा रहा है विशेषकर कैंसर की चिकित्सा में और कई प्रकार के त्वचा के

Consultation in Corona Period-199

Consultation in Corona Period-199 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "मेरे मित्र को लगता है कि जैसे उन्हें कोई धीमा जहर देकर मारना चाहता है। उनकी आंखों की रोशनी तेजी से कम होती जा रही है और उन्हें दिन में कई बार बुखार आ जाता है। मैं चाहता हूं कि एक बार आप आकर उनका परीक्षण कर ले। आपके आने जाने की व्यवस्था कर दी है। मित्र आपको अच्छे से जानते हैं। वे एक बड़े व्यापारिक घराने से संबंध रखते हैं और उन्हें लगता है कि उनके बेटे और उनकी पत्नी उनकी जान लेना चाहते हैं जबकि मैं उस परिवार को कई सालों से जानता हूं, मुझे नहीं लगता कि उनके बेटे और उनकी पत्नी को उनकी मृत्यु से किसी तरह का लाभ होने वाला है पर फिर भी उनके मन में यह बात बैठी हुई है इसलिए एक बार आप तसल्ली के लिए उनकी जांच कर ले और मुझे बता दें कि उन्हें किसी तरह का धीमा जहर तो नहीं दिया जा रहा है।" मेरे फॉरेंसिक विशेषज्ञ मित्र ने जब फोन पर मुझसे यह अनुरोध किया तो मैंने उनसे कहा कि मैं जल्दी से ही समय निकालकर आपके शहर पहुंच जाऊँगा और फिर वहां आकर परीक्षण कर लूंगा। जब मैंने उनके मित्र के पैरों के तलवों में जड़ी बूटियों का लेप लगाकर

Consultation in Corona Period-198

Consultation in Corona Period-198 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "मेरे कैंसर सर्जन और आपकी जुगलबंदी के चलते मेरी ब्रेस्ट कैंसर की समस्या अब काफी हद तक नियंत्रण में है। मैंने इस समस्या के लिए आपसे परामर्श का समय नहीं लिया है बल्कि मुझे एक दूसरी समस्या के बारे में बात करना है जोकि गर्ल्स हॉस्टल से संबंधित है। मैं अपने महाविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल की वार्डन हूं और हमारे हॉस्टल में बच्चियों की तबीयत तेजी से बिगड़ती जा रही है। उन्हें कुछ विशेष तरह के लक्षण आ रहे हैं। शुरू में कुछ बच्चियों को ऐसे लक्षण आ रहे थे तब हमने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और उन्हें चिकित्सालय भेज दिया। पर जब ऐसे लक्षण वाली बच्चियों की संख्या बढ़ने लगी तब हमें लगा कि यह गंभीर मामला हो सकता है इसलिए हम चीफ मेडिकल ऑफिसर से मिलने गए और उन्हें इन लक्षणों के बारे में बताया। उन्होंने कई तरह की दवाएं बताईं पर उससे बच्चियों की समस्या का समाधान नहीं हुआ। बच्चियों को सिर में दर्द होता है। उनकी त्वचा का रंग काला होता जा रहा है। उन्हें पेशाब संबंधी समस्याएं हो रही है। शाम को उनको हल्का बुखार आ जाता है सप्ताह के कुछ दिन

Consultation in Corona Period-197

Consultation in Corona Period-197 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "वैसे तो मुझे बचपन से बहुत अधिक पसीना आता था और मेरे मित्र बार-बार मुझे टोका करते थे पर जैसे जैसे मेरी उम्र बढ़ी तो इसकी समस्या बढ़ने लगी। हाल ही में यह समस्या इतनी उग्र हो गई कि मुझे हर थोड़े समय में अपनी शर्ट बदलनी पड़ती है और दिन में कई बार नहाना पड़ता है। ऐसी स्थिति होने पर मैंने निश्चय किया कि मैं चिकित्सक से मिलूंगा और अपनी स्थिति के बारे में बताऊंगा। जब मैं चिकित्सक से मिला तो चिकित्सक ने कहा कि अधिक पसीना आना अच्छे स्वास्थ के लक्षण है। इससे यह स्पष्ट होता है कि उसके शरीर के सभी छिद्र खुले हुए हैं और शरीर अच्छे से काम कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि उससे अधिक पसीना तो उन चिकित्सक को आता है। इसमें घबराने की कोई बात नहीं है। मैं निश्चिंत हो गया और सामान्य जीवन जीने लगा फिर जब यह समस्या और बढ़ने लगी तो मैंने पास के बड़े शहर में जाकर चिकित्सक से मिलने की योजना बनाई। जब मैं उन चिकित्सक से मिला तो उन्होंने कहा कि यह डायबिटीज के कारण होने वाली समस्या हो सकती है इसलिए उन्होंने परामर्श दिया कि मैं किसी अच्छे डायबि

Consultation in Corona Period-196

Consultation in Corona Period-196 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "मेरे बड़े भाई कोविड-19 के मरीज रहे हैं। बड़ी मुश्किल से उनकी जान बची। उसके बाद उन्होंने कॉलेज से छुट्टी ले ली है और वह घर पर ही रहते हैं। हाल ही में उन्हें नर्वस सिस्टम की समस्याएं होनी शुरू हुई। जब मैंने अपने साथी चिकित्सकों से बात की तो उन्होंने जांच करके बताया कि कोविड-19 के बाद ऐसे ही लक्षण आते हैं और कोविड-19 से सिस्टम बुरी तरह से प्रभावित होता है। उन्होंने यह भी कहा कि भाई कोविड-19 प्रभावित है इसलिए अभी उनके पास ऐसे उपाय नहीं है जो कि कोविड-19 द्वारा किए गए नुकसानो की कैसे भरपाई की जाए इसकी जानकारी दे सकें। उन्होंने बड़े भाई को लक्षणों के आधार पर राहत पहुंचाने की कोशिश शुरू कर दी है पर उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। आपने कोविड-19 पर बहुत कुछ लिखा है और उन फाइटोमेडिसिंस के बारे में अनुसंधान किया है जो कि इस महामारी को रोकने में सक्षम है। आपके द्वारा सुझाए गए कई ट्रायल हमारे अस्पताल में चल रहे हैं और हमें अच्छे परिणाम मिल रहे हैं इसलिए मैंने सोचा कि एक बार बड़े भाई का केस आपके पास भेजा जाए और आपकी राय

Consultation in Corona Period-195

Consultation in Corona Period-195 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "वर्ष 2004 में हमारे प्रोफेसर ने आपसे संपर्क किया था बालों की समस्या के लिए। उनके बाल तेजी से झड़ रहे थे और वे गंजे होते जा रहे थे। आपने उनका परीक्षण किया। उसके बाद 1 सप्ताह रुकने को कहा। 1 सप्ताह के बाद आपने एक विशेष तरह का तेल उन्हें सिर में लगाने के लिए दिया। इस तेल का उनके ऊपर बहुत असर हुआ और उनके बाल तेजी से फिर से उगने लगे। इतने अच्छे परिणाम आने के बाद हमारे प्रोफ़ेसर साहब ने सोचा कि क्यों न इस पर एक अच्छा प्रोजेक्ट लिया जाए और इस फार्मूले को अपने नाम किया जाए। प्रोजेक्ट लेने से पहले उन्होंने इस तेल का रासायनिक विश्लेषण किया। उस आधार पर अपना तेल तैयार किया और फिर प्रोजेक्ट बना कर भेज दिया। उनके प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई। यह 1 करोड़ से अधिक रुपयों का प्रोजेक्ट था। जब उन्होंने अपने द्वारा तैयार किए गए तेल का प्रयोग करना शुरू किया तो उसका किसी भी प्रकार से कोई असर नहीं हुआ और उनकी सारी मेहनत पर पानी फिर गया। फार्मूले का असली रूप जानने के लिए उन्होंने चालबाजी का इस्तेमाल किया। आपको याद होगा उस समय आपसे दिल्ली

Consultation in Corona Period-194

Consultation in Corona Period-194 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "50 की उम्र के बाद सेक्स की आवृत्ति बहुत कम कर देने के कारण भी प्रोस्टेट का कैंसर हो जाता है। इस बात को आधुनिक और पारंपरिक चिकित्सा दोनों ही के विशेषज्ञ मानते हैं।" मैं मुंबई के एक शोध संस्थान में व्याख्यान दे रहा था। मेरा विषय था हर बार की तरह प्रोस्टेट कैंसर और इससे बचने के पारंपरिक तरीके। यह व्याख्यानमाला पिछले 20 सालों से चल रही है। मुझे साल में दो बार मुंबई जाना होता है और उन लोगों को संबोधित करना रहता है जो कि स्वस्थ होते हैं और जिनकी उम्र 40 से 45 के बीच होती है। इसी समय उन लोगों को बताया जाता है कि कैसे वे अपने स्वास्थ की थोड़ी सी देखभाल करके एक कठिन बुढ़ापे से बच सकते हैं। प्रोस्टेट की समस्या बुढ़ापे की एक गंभीर समस्या है और इसके कारण बुढ़ापा एक अभिशाप की तरह लगने लग जाता है। देर सबेर सभी को प्रोस्टेट की समस्या होनी ही है इसलिए जरूरी है कि समय रहते इसकी देखभाल की जाए ताकि उम्र बढ़ने पर किसी भी प्रकार की समस्या न हो और जीवन सुखपूर्वक व्यतीत हो सके। इस व्याख्यानमाला में देश के अलग-अलग हिस्सों के विशेषज्ञ

Consultation in Corona Period-193

Consultation in Corona Period-193 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "एक ही क्षेत्र के सात युवाओं की एक के बाद एक मौत हुई तो पुलिस का ध्यान इस ओर गया। इन सभी मौतों में एक विशेष बात थी कि सभी मौतें होटलों में हुई थी। सभी की मृत्यु सेक्स के 1 घंटे के अंदर हुई थी और सभी ने शराब पी रखी थी। पुलिस ने यह केस मुझे दिया और मैंने विस्तार से इसका अध्ययन करना शुरू किया तो मुझे पता चला कि सभी युवकों ने एक ही बार से शराब का सेवन किया था। जब हमने बार मालिक से इस बारे में बात की तो उसने कहा कि उसकी शराब में किसी भी प्रकार की कोई मिलावट नहीं है। न ही किसी प्रकार का दोष है। जब आसपास के लोगों से बातचीत की गई तो पता चला कि इस बार में विशेष रुप से भीड़ रहती है विशेषकर युवा बड़ी संख्या में यहां पर आते हैं। मुझे तो पहले लगा यह किसी ड्रग का मामला है पर बाद में जब युवाओं से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि शराब में एक विशेष तरह का पाउडर मिलाकर बार मालिक देता है जिससे कि सेक्स करने की क्षमता बढ़ जाती है और जल्दी से थकान नहीं होती है। यही कारण है कि इस बार में युवा अधिक संख्या में जाते हैं और उन्हें शराब के अ