बाल तोड़ फोड़ा, लगाये नियमित जीवन में रोड़ा

बाल तोड़ फोड़ा, लगाये नियमित जीवन में रोड़ा

पंकज अवधिया

रुको मै तुम्हारे लिए तकिया लाता हूँ ऐसे तो तुम बैठ नही पाओगे. मुझे याद है यह पांचवी बार हुआ है पिछले सात महीनों में. उफ़ दुश्मन को भी यह तकलीफ न दे भगवान. पिछवाड़े में बाल तोड़ फोड़ा माने जान पर बन आना वो भी कई हफ्तों तक.

मित्र, तुम्हे पहले लगा कि यह सब डायबीटीज के कारण हो रहा है पर ऐसे फोड़े अक्सर डायबीटीज के कारण नही होते. मेरी बात की पुष्टि तुमने भी की क्योंकि दूसरी बार बाल तोड़ होने पर तुमने अच्छे से परहेज किया और दवाओं के माध्यम  से डायबीटीज पर पूरा नियंत्रण कर लिया. पर फिर बालतोड़ हुआ.

मित्र, तुम रोज सवेरे सैर पर भी जाते हो. इतनी उम्र में सात किलोमीटर रोज चलना वो भी बिना किसी ब्रेक के मायने रखता है.

लगता है तकिया भी आराम नही पहुंचा पा रहा है. अरे, तुम्हारा शरीर तो तप रहा है. यह फोड़े का रोष है. यह अभी भी लाल है. तुम्हे टनक भरा दर्द हो रहा होगा. ऐसा लगता होगा जैसे कि कोई गर्म लोहे से दाग रहा हो, मुझे मालूम है मित्र तुम्हारा दर्द.

मित्र, विदेशों में तो डाक्टर ऐसे समय में एंटी-बायोटिक नही देते हैं. वे कहते हैं कि भरपूर आराम करो और अधिक मात्रा में पानी पीयो जिससे रक्त में फैला विष शरीर के बाहर आ जाए. पर इतने दिन तक घर पर बैठना सम्भव नही है यह मै जानता हूँ. तुमने पिछली बार तीन महीने तक एंटी बायोटिक ली तेज वाली फोड़े के बैठने के बाद तक ताकि फिर यह न सताए पर फोड़ा तो फिर से उग गया. हां, एंटी बायोटिक से हाजमा पूरी तरह से बिगड़ गया.

मित्र, यह तो तुम अब जान चुके होगे कि चाहे दवा लो या ना लो फोड़ा जब तक फूटेगा नही तब तक बात नही बनने वाली. इसलिए मेरी सलाह है कि तुम अरवा चावल की मदद ले ही लो.

अरवा चावल का पानी के द्वारा बनाया गया लेप फोड़े पर लगाओ और प्रतीक्षा करो. शीघ्र ही फोड़ा फूट जाएगा और तुम्हे असीम आराम मिलेगा और दो-तीन दिनों में फिट हो जाओगे.  

जब फोड़ा फूट जाए तो इसकी अच्छे से सफाई करना नही तो इससे निकला दूषित रक्त नये फोड़े को जन्म दे सकता है. इसे जोर से ड्रेस मत करना क्योकि फूटने के बाद भी इसका निचला हिस्सा पत्थर की तरह कड़ा रहेगा. यह कडापन धीरे-धीरे जाएगा.

मित्र, मैंने बहुत से रोगियों से मुलाक़ात की है जो इस तरह के बाल तोड़ फोड़ो से परेशान रहते हैं. मैंने यह देखा है कि जी-तोड़ परिश्रम करने वाले और अति दुबला होने के चक्कर में नियमित खाने से मुंह मोड़ने वालों को यह शिकायत ज्यादा होती है. इसलिए कहता हूँ कि सुबह की सैर थोड़ी कम कर दो. डट के खाओ और अति डायटिंग के अभिशाप से बचो.

माफ़ करना मित्र मैं इस फोड़े को दबा देने के पक्ष में नही हूँ. इसे दबाना असम्भव नही है पर एक स्थान पर दबाने पर कुछ समय बाद यह दूसरे स्थान से और अधिक उग्र रूप में निकल आयेगा फिर लेने के देने पड़ जायेंगे.

ये लो अरवा चावल का लेप. इसे लगाओ पिछवाड़े पर 


सर्वाधिकार सुरक्षित

Comments

36solutions said…
सचमुच में बहुत पीड़ादायक होता है यह, अरवा चावल के लेप का इलाज लोगों को बताना होगा। धन्यवाद।
इसने मुझे भी परेशान किया था। अब दूसरों को इसका इलाज़ बताना जरुरी है।

Popular posts from this blog

कैंसर में कामराज, भोजराज और तेजराज, Paclitaxel के साथ प्रयोग करने से आयें बाज

गुलसकरी के साथ प्रयोग की जाने वाली अमरकंटक की जड़ी-बूटियाँ:कुछ उपयोगी कड़ियाँ

भटवास का प्रयोग - किडनी के रोगों (Diseases of Kidneys) की पारम्परिक चिकित्सा (Traditional Healing)