कैंसर में तेज बुखार, नही है अच्छे आसार, जंगली फलों से हो सकता है उपचार

कैंसर में तेज बुखार, नही है अच्छे आसार, जंगली फलों से हो सकता है उपचार

पंकज अवधिया   

कैंसर की अंतिम अवस्था में तेज बुखार आना भले ही आधुनिक चिकित्सकों के लिए एक सामान्य घटना है पर मेरा मानना है कि यदि आप इस अवस्था में किसी तरह की जड़ी-बूटियाँ ले रहे हैं तो तेज बुखार का आना इस बात का द्योतक है कि दवा का असर नही हो रहा है.

आपके पिताजी फेफड़ों के कैंसर की अंतिम अवस्था में है. आपने बताया कि आप अमेरिका के किसी प्रसिद्ध आयुर्वेद चिकित्सक से इलाज करवा रहे हैं. पिछले कुछ समय से आपके पिताजी को बहुत तेज बुखार (ज्वर) आ रहा है जो कि किसी भी दवा से कम नही हो रहा है. इसलिए आप इतनी दूर से अच्छे इलाज की आशा में मेरे पास चले आये हैं.

मैं आपको बताना चाहूँगा कि तेज बुखार और खाँसी की समस्या आमतौर पर कैंसर के मरीज से जुडी हुयी होती हैं. आधुनिक चिकित्सा जगत अभी इसके लिए उत्तरदायी कारणों पर शोध कर रहा है. पर इस बात पर सभी चिकित्सा पद्धतियों में एकराय है कि टयूमर दिन में कई बार खून में विष का विसर्जन करता हैं और शरीर से इस विष के बाहर नही निकलने के कारण तेज बुखार आ जाता है. आधुनिक चिकित्सक ऐसे में साधारण ज्वर नाशक की सहायता से बुखार को मैनेज करने की सलाह देते हैं. पर कैंसर की अंतिम अवस्था में ज्वर की सारी दवाएं बौनी साबित होती हैं.

पारम्परिक चिकित्सक मानते हैं कि जैसे ही विष खून में मिले और तेज बुखार आना शुरू हो वैसे ही ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए ताकि विष तुरंत ही शरीर से बाहर आ जाए. 

उनका मानना है कि शरीर में विष के रहने पर कैंसर का तेजी से शरीर के दूसरे भागों में फैलने का खतरा रहता है. जड़ी-बूटियों के निरंतर सेवन के बावजूद बुखार का आना शुभ संकेत नही माना जाता है. ऐसे में वे आत्मविवेचन करते हैं और जड़ी-बूटियों में तुरंत ही फेरबदल करते हैं.

आपके अमेरिका के चिकित्सक का धन्यवाद जो उन्होंने दी जा रही समस्त जड़ी-बूटियों के बारे में विस्तार से बता दिया है. वे सही दिशा में है पर औषधीय मिश्रणों को और अधिक प्रभावी बनाने की जरुरुत है.

मुझे १८ प्रकार के जंगली फलों से तैयार एक स्वादिष्ट औषधीय मिश्रण याद आ रहा है जिसमे कठपीपल, पीपल, वन पीपल, बरगद, गस्ती, डूमर, कुक्कुर जाम आदि फलों को शामिल किया जाता है. इस मिश्रण के सेवन से कैंसर के अर्बुद यानि टयूमर से निकला विष तुरंत ही मूत्र के साथ बाहर निकल जाता है.

यदि आप मरीज का टायलेट इस्तमाल करेंगे तो आपको बहुत अधिक बदबू आयेगी और शायद आप घंटों तक वहां दोबारा जा न सके. पर ये शुभ लक्ष्ण है कि विष बाहर आ गया. इससे आपको बुखार नही आयेगा और इस तरह शरीर के दूसरे अंग कैंसर की चंगुल में आने से पूरी तरह बचे रहेंगे.

आप इस अनोखे औषधीय मिश्रण के साथ अपनी अमेरिका वाली दवा चालू रख सकते हैं. मैं आज शाम को ही आपके चिकित्सक से बात करूंगा. मुझे आशा है कि इस अनोखे मिश्रण के बारे में जानकार उन्हें खुशी होगी और वे किसी भी प्रकार की आपत्ति नही करेंगे.

मैं कुछ लोगों को जंगल में भेजकर इन फलों को एकत्र करवा लेता हूँ और फिर तीन महीनों की दवा तैयार कर देता हूँ. दवा के खत्म हो जाने पर आप फिर से मुझसे सम्पर्क कर सकते हैं.

आप अब अपने पिताजी को होटल में ले जा सकते हैं. उन्हें आराम करने दीजिये.  


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