Consultation in Corona Period-77

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Pankaj Oudhia पंकज अवधिया


"हर बार सेक्स करने के बाद मेरे हृदय की धड़कन इतनी तेज हो जाती है कि मुझे अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है।


 डॉक्टर ने मुझे पूरी तरह से सेक्स से बचने के लिए कहा है पर मन है कि मानता नहीं।


 मैंने आपका एक शोध ग्रंथ पढ़ा है जिसका शीर्षक था Traditional Medicinal Knowledge about Extra-ordinary sexual performances।


 मुझे एक्स्ट्राऑर्डिनरी नहीं बल्कि ऑर्डिनरी सेक्स करने की क्षमता विकसित करनी है क्योंकि मुझे भविष्य में शादी करनी है और बाप बनना है।


 क्या आपका यह ग्रंथ और उसमें लिखी बातें मेरी किसी तरह से मदद कर पायेंगी?"


जब 25 वर्षीय युवक ने मुझे यह संदेश भेजा तो मैंने उससे सबसे पहले कहा कि वह सेक्स के तुरंत बाद ठंडा पानी पीना बंद करे।


 उसने पलट कर सवाल पूछा कि आपको कैसे मालूम कि मैं सेक्स के तुरंत बाद ठंडा पानी पीता हूँ।


 मैंने उसे बताया कि अधिकतर ऐसी समस्याएं इसी कारण से होती है।


 फिर मैंने उससे कहा कि वह अपनी सारी रिपोर्ट मुझे भेजे। उनके अध्ययन के बाद ही मैं कुछ कह पाऊंगा।


 उसने न केवल अपनी सारी रिपोर्ट भेजी बल्कि जिन दवाओं का वह उपयोग कर रहा था उसके बारे में भी विस्तार से बताया।


 मैंने पूछा कि क्या ये दवाएं कुछ असर कर रही है तो उसने कहा कि नहीं बिल्कुल असर नहीं कर रही है। फिर भी डॉक्टरों के कहने पर वह इन्हें लगातार ले रहा है।


 मैंने उसे स्पष्ट शब्दों में कहा कि मैं चिकित्सक नहीं हूँ और अगर वह चाहे तो दवाओं नहीं बल्कि फंक्शनल फूड की सहायता से मैं उसकी समस्या के समाधान की कोशिश कर सकता हूँ। 


वह इस बात के लिए तैयार हो गया तब मैंने उसे एक डायट शेड्यूल बना कर दिया जो कि 65 दिनों का था। यह डायट शेड्यूल मेरे उसी ग्रंथ पर आधारित था।


मैंने उससे कहा कि वह गंभीरतापूर्वक इस डाइट शेड्यूल का पालन करे और अपनी दवाओं को कुछ समय के लिए बंद कर दे।


 मुझसे हर हफ्ते परामर्श लें और अपनी प्रगति के बारे में विस्तार से बताये।


 मैंने उसे आश्वस्त किया कि 65 दिनों में उसकी स्थिति में काफी सुधार होगा।


 उसने नियमपूर्वक सारी बातें मानी और हर हफ्ते मुझसे संपर्क करता रहा।


 40 दिनों के बाद ही उसकी हालत में सुधार होने लगा।


 उसके शरीर में बल आने लगा पर मैंने उससे कहा कि वह अभी भी संयम रखें और किसी प्रकार की सेक्सुअल एक्टिविटी में भाग न ले।


 मैंने उसे 10 प्रकार के ऐसे मेडिसिनल राइस दिए जो कि भारतीय पारंपरिक चिकित्सा में उपयोग किए जाते हैं।


 40 दिन के बाद मैंने उसके खाने में 20 नए प्रकार के मेडिसनल राइस का समावेश किया और 65 दिन तक वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गया। 


यह सब मेडिसिनल राइस का कमाल था जो कि पीढ़ियों से इसी काम के लिए उपयोग हो रहा है।


 उसने मुझे धन्यवाद दिया और फिर काफी दिनों तक किसी प्रकार का संपर्क नहीं किया।


 कुछ समय बाद उसका फोन आया कि वह विवाह करने जा रहा है और उसने मुझे इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया।


 उसने बताया कि केवल संतानोत्पत्ति के उद्देश्य से वह विवाह कर रहा है और इस हेतु मेरा आशीर्वाद चाहता है।


 मैंने उसे शुभकामनाएं दी।


 उसके विवाह में तो मैं शामिल नहीं हो सका पर विवाह के दूसरे दिन ही सुबह-सुबह उसका फोन आ गया कि सब कुछ ठीक रहा और किसी भी प्रकार की हृदय की समस्या नहीं हुई। यद्यपि एक एम्बुलेंस को रात भर घर के सामने तैयार रखा गया। 


 मैंने उसे मेडिसिनल राइस के प्रयोग जारी रखने की सलाह दी। 


फिर जल्दी ही उसका फोन आया कि वह पिता बनने वाला है। वह एक सुंदर सी बिटिया का बाप बना फिर उससे लंबे समय तक किसी प्रकार का संपर्क नहीं हुआ। 


एक दिन अचानक ही एक व्यक्ति ने परामर्श के लिए समय लिया और परामर्श के दौरान मुझे बताया कि वह उस युवक का मित्र है।


 उस युवक की हालत बहुत खराब है। वह अस्पताल में है और डॉक्टरों ने कहा है कि उसके बचने की संभावना बहुत कम है। वह एक बार आपसे फोन पर बात करना चाहता है। 


मैंने तुरंत ही हामी भर दी और उससे बात करने के लिए तैयार हो गया। 


 फोन पर आते ही वह रोने लगा और उसने मुझे धन्यवाद दिया कि मेरे कारण ही वह पिता बन सका पर अब उसका बचना मुश्किल है।


 मैंने जब उससे विस्तार से इस बारे में पूछा तो उसने कहा कि मेडिसिनल राइस के फायदे को देखते हुए वह लंबे अंतराल में सेक्स करने की बजाय हर दिन इस कार्य में संलग्न होने लगा।


 धीरे-धीरे उसकी प्रतिरोधक क्षमता और शरीर का बल कम हो गया और फिर पुरानी समस्या उभरने लगी।


 उसने मेडिसिनल राइस का प्रयोग बढ़ा दिया पर समस्या बढ़ती ही गई और उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। 


मैंने उससे कहा कि निराश होने की आवश्यकता नहीं है। अगर संभव हो तो अपने चिकित्सक से मेरी बात करवाओ। 


जब उसके चिकित्सक से मेरी बात हुई तो मैंने कुछ और फंक्शनल फूड उन्हें सुझाये और यह अच्छी बात रही कि उनके चिकित्सक इन फंक्शनल फुड का उपयोग करने के लिए तैयार हो गए।


 धीरे-धीरे युवक की स्थिति में फिर से सुधार होने लगा। हृदय के तेज धड़कने की समस्या धीरे-धीरे काबू में आने लगी। फिर महीनों तक उससे किसी प्रकार का संपर्क नहीं रहा।


 इस कोरोना काल में उसने मुझसे फिर से संपर्क किया और बताया कि उसे एक और बेटी हुई है।


 इसका मतलब था कि वह पूरी तरह से ठीक हो गया था।


 मैंने उसे शुभकामनाएं दी।


 उसे पांच और नए प्रकार के मेडिसनल राइस दिए और कहा कि वह पहले दिए गए राइस का उपयोग न करें।


 भविष्य में जब भी मेरी आवश्यकता हो तो बिना किसी संकोच के संपर्क कर ले। 


उसने धन्यवाद ज्ञापित किया।


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