Consultation in Corona Period-288 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया
Consultation in Corona Period-288
Pankaj Oudhia पंकज अवधिया
आंखों की तेजी से घटती रोशनी के लिए एक सज्जन ने मुझसे संपर्क किया। पिछले एक हफ्ते में उनकी आंखों की रोशनी बिल्कुल कम हो गई थी और उन्हें दिखाई देना लगभग बंद हो गया था। यह सज्जन विदर्भ से पधारे थे और उनके साथ में उनके डॉक्टर भी थे जो कि इस समस्या से परेशान थे। उनके डॉक्टर ने बताया कि वह यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन के लिए उन्हें पिछले 1 महीने से कई तरह की दवाएं दे रहे हैं जिनमें कई प्रकार की एंटीबायोटिक्स भी शामिल है।
मैंने उन डॉक्टर महोदय से कहा कि इन दवाओं का प्रयोग आपके अधिकार क्षेत्र में आता है इसलिए मैं इसमें किसी भी तरह की दखल नहीं देना चाहता हूं।
मैंने जब सज्जन से पूछा कि आप और कौन-कौन सी देसी दवाओं का प्रयोग कर रहे हैं तो उन्होंने बताया कि वे डायबिटीज के लिए एक लंबे समय से एक वैद्य की दवा ले रहे हैं। जब मैंने उस दवा का विश्लेषण किया तो मुझे पता चला कि उसमें थोड़ी मात्रा में सिरस की छाल का उपयोग किया गया है। इस आधार पर मैंने जब अपने डेटाबेस का अध्ययन किया तो मुझे पता चला कि इस वनस्पति की छाल का आधुनिक एंटीबायोटिक दवा linezolid से विपरीत प्रतिक्रिया होती है जिससे इस तरह के लक्षण आ सकते हैं। मैंने इस तरह के दसों मामले पहले देखे थे इसलिए इस आधार पर मैंने उन्हें सलाह दी कि जब तक आप इन डॉक्टर महोदय की दवा ले रहे हैं तब तक आप अपनी डायबिटीज की दवा को पूरी तरह से बंद कर दें।
इससे आपकी आंखों की रोशनी धीरे-धीरे करके फिर से वापस आ जाएगी। यह एक तरह का ड्रग इंटरेक्शन है जिसका असर स्थाई नहीं होता है इसलिए आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
उन सज्जन और डॉक्टर महोदय ने धन्यवाद दिया और इस तरह एक जटिल मामले का सरल समाधान हो गया। सब ने राहत की सांस ली।
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