कैंसर में सपनों से रोग की पहचान, और फिर ताड़ से समस्या का समाधान

कैंसर में सपनों से रोग की पहचान, और फिर ताड़ से समस्या का समाधान
पंकज अवधिया



आपको सपने में सब कुछ काला दिखता था. कभी सपना आता था कि आप काली भैंस पर बैठे हुए हैं तो कभी सपना आता था कि आप किसी बड़े समारोह में हैं जहां सभी ने काले कपड़े पहने हुए हैं. आपको झरने का पानी भी सपने में काला दिखता था. आपकी नींद उजड़ी हुयी थी और आप मानसिक अवसाद के शिकार हो गये थे.

आपने पहले घरेलू दवाएं ली और फिर नींद की दवाओं का सहारा लिया. आपकी समस्या जस की तस रही तब आपने मनोचिकित्सक से परामर्श लिया.

उन्होंने आपको तनाव से बच कर रहने को कहा और बहुत सारी दवाएं दी. इन दवाओं से आपको पाचन तंत्र की बहुत सी समस्याएं पैदा हो गयी. काली वस्तुओं के सपनों का आना जारी था. आपने झाड-फूंक भी करवाई पर नतीजा सिफर रहा. इंटरनेट पर मेरे लेख पढ़कर आपने मुझसे संपर्क किया और फिर आप रायपुर आ गये.

मैंने जब आपसे विस्तार से चर्चा की तो आपने सपनों के बारे में बताया. मैंने आपको पूरे शरीर की जांच करवाने को कहा. उसके बाद किडनी के स्वास्थ की जांच करवाने को भी कहा.

आपके डाक्टर को जांच रिपोर्ट में कुछ संदेहास्पद लगा तो उन्होंने आपको अपने विशेषज्ञ मित्र के पास भेजा. जल्दी ही आपको बता दिया गया कि आपको किडनी का कैंसर है जो कि तेजी से फैल रहा है.

आप घबरा गए और आनन-फानन में आधुनिक उपचार शुरू कर दिया. यह उपचार बिना किसी अधिक लाभ के दो वर्षों तक चलता रहा. आपने बहुत कष्ट सहा पर आपको मन पर आघात उस समय लगा जब डाक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए.

फिर आपका वैद्यों से मिलने का सिलसिला आरम्भ हुआ पर उन्होंने भी आपसे कहा कि आपको उनसे पहले मिलना चाहिए था. आपको फिर से मेरी याद आई. आप मुझसे मिलने आये तो आपकी गम्भीर स्थिति को देखते हुए मैंने आपको पास के देहाती इलाके में रहने वाले पारम्परिक चिकित्सक के पास भेजा. आपको लाभ होने लगा पर आप इससे संतुष्ट नही हुए. अब आप फिर से मुझसे मिलने आये हैं.

मैंने आपको जिस पारम्परिक चिकित्सक के पास भेजा था वे ताड़ की जड़ पर आधारित फार्मूले की सहायता से कैंसर की चिकित्सा करते हैं. उनका फार्मूला कारगर है इसलिए आपको कम समय में लाभ होने लगा.

आप चाहते हैं कि अब आप को ठीक होने में जरा भी देर न लगे. आपके पारम्परिक चिकित्सक अपने फार्मूले में बदलाव अभी नही करना चाहते हैं.

उनका कहना है कि अभी सात महीनों तक यही दवा चलेगी. आप को आशा है कि मेरे कहने पर वे दवा बदल देंगे. मैं उन पर दबाव नही डालना चाहता.

मैंने उनको सलाह दे सकता हूँ कि वे इसी फार्मूले का प्रयोग जारी रखें पर ताड़ की जड़ के स्थान पर ताड़ के फल की मज्जा का प्रयोग करें. इससे यह फार्मूला बहुत अधिक शक्तिशाली हो जाएगा और आपको जल्दी लाभ होगा.

मैं आपके पारम्परिक चिकित्सक से बात करूंगा और उन्हें फार्मूले को शक्तिशाली बनाने को कहूंगा. आशा है वे मेरी बात मान लेंगे. आप उनसे दवा लेना जारी रखें.
    
मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.
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