कैंसर में रूद्रवंती और लाजवंती के साथ कॉफी, रोगी की हालत बिगड़ सकती है काफी

कैंसर में रूद्रवंती  और लाजवंती के साथ कॉफी, रोगी की हालत बिगड़ सकती है काफी
पंकज अवधिया



अक्सर कैंसर रोगियों की जिद उनके लिए जानलेवा बन जाती है. उन्हें चिकित्सकों या वैद्यों की राय को गम्भीरतापूर्वक लेना चाहिए.

आप से मिलकर बड़ी प्रसन्नता हुयी. भले ही हमारे बीच भाषा की बाधा है पर हम सब मिलकर एक ही उद्देश्य के लिए काम कर रहे हैं. आपके साथ आये अनुवादक ने बताया कि श्रीलंका में आप पारम्परिक चिकित्सा करते हैं और आपको कैंसर की चिकित्सा में बिशेष महारत हासिल है.

आप अपने रोगी के साथ मेरे पास आये हैं. इन्हें लीवर का कैंसर है और डाक्टरों के अनुसार ये रोग की अंतिम अवस्था हैं. वहां का कोई अस्पताल अब इन्हें रखने को तैयार नही हैं. बड़ी आशा के साथ ये भारत आये पर यहाँ भी सभी ने एक-एक करके हाथ खड़े कर दिए. अब आप सब अंतिम विकल्प के रूप में मेरे पास आये हैं.

आपने बताया कि आप रूद्रवंती  और लाजवंती पर आधारित पारम्परिक मिश्रण की सहायता से अपने रोगी का इलाज करते रहे. आप इस फार्मूले में सत्तर प्रकार की जड़ी-बूटियाँ इस्तमाल करते हैं.

ये सभी जड़ी-बूटियाँ श्रीलंका में उगती हैं और आप स्वयं जंगल जाकर इन्हें एकत्र करते हैं. आमतौर पर आप अपने फार्मूले के बारे में किसी को नही बताते हैं पर आपने मुझे इस योग्य समझा इसके लिए धन्यवाद.

आपने बताया कि इस फार्मूले की सहायता से आपने सैकड़ों रोगियों को ठीक किया है. पर इस रोगी पर इस फार्मूले ने काम नही किया. रोग की आरम्भिक अवस्था में इस रोगी ने आपसे समपर्क किया था और रोग की अंतिम अवस्था तक वह आपसे दवा ले रहा है. इसकी सफल चिकित्सा न कर पाने के कारण आप निराश और दुखी हैं.

मैं आपको बताना चाहता हूँ कि रूद्रवंती  और लाजवंती पर आधारित ऐसे और इससे भी जटिल फार्मूले भारत में भी कैंसर की चिकित्सा में प्रयोग किये जाते हैं पर इस फार्मूले के प्रयोग के दौरान रोगियों को खान-पान पर विशेष नियंत्रण रखना होता है.

आपने बताया कि आप इस बात से परिचित है और आप अपने रोगियों को इस फार्मूले के साथ बैंगन, काकोरा, खटाई, लाल मिर्च, चाय और काफी के प्रयोग पर पाबंदी लगा देते हैं. आपने यह भी बताया कि आपके सभी रोगी आपकी बात को अच्छी तरह से मानते हैं.

मैंने आपके साथ आये रोगी की आरम्भिक जांच की है. कैंसर बहुत फ़ैल चुका है और रोगी की हालत ठीक नही है. यदि जल्दी की सही चिकित्सा नही की गयी इस रोगी का अधिक समय तक जीवित रहना सम्भव नही है.

मुझे लगता है कि इस रोगी ने आपकी बातें पूरे मन से नही मानी है. जब मैंने उससे लम्बी बात की तो वह बीच-बीच में कॉफी की मांग करता रहा. उसके परिजनों ने बताया कि आपके लाख मना करने के बावजूद रोगी कॉफी का सेवन जारी रखे हुए है. वह दिन में दस से बारह कप स्ट्रांग काफी पी जाता है.  कॉफी रूद्रवंती  और लाजवंती के फार्मूले के लिए अभिशाप है. वह इस फार्मूले को पूरी तरह से बेअसर कर देती है.

मैं आपको यही सलाह देना चाहता हूँ कि आप अपने रोगी की कॉफी बंद करवाएं और यह फार्मूला देना जारी रखें. रोगी को साफ़ शब्दों में चेता दें कि इसके अलावा कोई और फार्मूला उसकी जान नही बचा सकता है.  ऐसा कहने पर शायद उसकी अक्ल ठिकाने पर आ जाए.

मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.
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कैंसर की पारम्परिक चिकित्सा पर पंकज अवधिया द्वारा तैयार की गयी 1000 घंटों से अधिक अवधि की  फिल्में आप इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं. 
सर्वाधिकार सुरक्षित

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