Consultation in Corona Period-154

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Pankaj Oudhia पंकज अवधिया

"जिस सुख के लिए मैंने इससे शादी की थी वह सुख तो मुझे नहीं मिल रहा है। किसी भी तरह से इसे समझाने पर वह इसके लिए तैयार नहीं हो रही है फिर हम लोगों को साथ-साथ रहने में क्या फायदा इसलिए हम लोगों ने तलाक की अर्जी दी और शादी के 2 साल बाद ही हम एक दूसरे से अलग हो रहे हैं।

 पिछले हफ्ते ही हमारी अंतिम सुनवाई होनी थी। इस बीच हमने फेसबुक पर आपके लेख देखें और हमें लगा कि एक बार आपसे मिलना चाहिए। हो सकता है कि आपके पास हमारी इस समस्या का कोई स्थाई समाधान हो इसलिए हमने अंतिम सुनवाई की डेट को आगे बढ़ाया और आपसे मिलने के लिए आ गए।"

 मेरे सामने एक युवा पति-पत्नी बैठे हुए थे जो कि अपनी समस्या बता रहे थे। 

युवक ने जब अपनी बात पूरी कर ली तब सकुचाते हुए उसकी पत्नी ने कहा कि मुझे इस तरह के वैवाहिक संबंध में किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं है पर एक गंभीर समस्या के कारण हम लोगों ने यह कदम उठाया है। 

दरअसल जब भी हम हमबिस्तर होते हैं तो दूसरे दिन ऑफिस में सब लोग मुझे घूर-घूर कर देखते हैं और कहते हैं कि आपके शरीर से एक विचित्र तरह की गंध आ रही है। 

जब इसकी शुरुआत हुई तब मुझे लगा कि पसीने की वजह से यह समस्या हो रही है पर जब मैंने साफ सफाई की और तरह-तरह के इत्रों का उपयोग किया उसके बाद भी समस्या का हल नहीं निकला। इसके बाद हम लोगों ने अपने-अपने चिकित्सकों से अपनी पूरी जांच कराई और उन्हें बताया कि हर बार सेक्स के बाद मेरे शरीर से एक विशेष तरह की गंध आती है जिसे कि लोग महसूस करते हैं और यह गंध न होकर दुर्गंध होती है जो कि स्थाई रूप से शरीर में बसी हुई रहती है। चिकित्सकों ने दोनों के स्वास्थ की अच्छे से जांच की और उसके बाद उन्होंने बताया कि आप दोनों पूरी तरह से स्वस्थ हैं और आपको किसी भी तरह की खतरनाक बीमारी नहीं है। 

उन्होंने यह भी बताया कि आप दोनों को कोई भी सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज नहीं है और न ही किसी प्रकार का इंफेक्शन है जिसके कारण शरीर से इस तरह की बदबू आ रही है। हमने चिकित्सकों का धन्यवाद दिया पर इससे हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ। हम लोग अलग-अलग रहने लगे और केवल लोगों के सामने ही पति-पत्नी होने का ढोंग करने लगे। जब करीब के लोगों को इस बारे में पता चला तो उन्होंने हमें सलाह दी कि हमें मनोचिकित्सक से मिलना चाहिए। जब हम मनोचिकित्सक से मिले तो उन्होंने कहा कि यह एक तरह का भ्रम है। उन्होंने ढेर सारी दवाईयां दी और कहा कि इससे समस्या का समाधान हो जाएगा।

 उन दवाओं से हमें अच्छी नींद आने लगी और हमारी भूख बहुत बढ़ गई पर शरीर से दुर्गंध आने की समस्या का समाधान नहीं हुआ। जब बात बहुत बढ़ गई और मैं इन्हें लगातार मना करती रही कि हम किसी भी तरह की सेक्सुअल गतिविधि में नहीं शामिल होंगे तो हमारे घर में झगड़े बढ़ते गए। वे मुझे ही दोषी सिद्ध करने में लगे रहते थे।

 एक दिन बातों ही बातों में मेरे पति ने मुझे बताया कि उनसे दूसरी लड़कियों को शादी से पहले भी इसी तरह की समस्या थी। इसी दुर्गंध के कारण कोई भी महिला मित्र उनसे संबंध नहीं रखना चाहती थी। 

इसी से थक हार कर उन्होंने विवाह करने का निश्चय किया ताकि उनकी इच्छा को पूरी करने के लिए जो भी पत्नी बने वह किसी भी तरह का विरोध न कर सके। अपनी पत्नी की बात को सुनकर युवक चुपचाप रहा और सहमति में अपना सिर हिलाता रहा। ऐसा लग रहा था कि दोनों ही साथ रहना चाहते थे पर इस समस्या के कारण उनका साथ रहना बहुत मुश्किल दिखाई पड़ रहा था। शायद इसीलिए ही उन्होंने तलाक जैसा कदम उठाया था। 

मैंने उनसे कहा कि मैं आपकी मदद करूंगा।

 मैंने पति-पत्नी दोनों के लिए जड़ी बूटियों का एक लेप तैयार किया और फिर उन लेप को उन दोनों के तलवों पर लगाया और प्रतिक्रिया देखने के लिए रुक गया। कुछ समय बाद जब कुछ प्रतिक्रियाएं दिखी तो उस आधार पर मैंने अपने डेटाबेस को देखने का मन बनाया और उनसे कहा कि वे शाम को एक बार फिर आकर मुझसे मिले ताकि मैं इस बारे में अध्ययन करके अपनी राय व्यक्त कर सकूं।

 उनके जाने से पहले मैंने युवक से पूछा कि क्या वह किसी प्रकार के तंबाकू से संबंधित उत्पाद का प्रयोग करता है जैसे सिगरेट या गुटखा क्योंकि तंबाकू का बहुत अधिक प्रयोग करने से सीमेन में निकोटिन जमा हो जाता है और जब निकोटिन से युक्त यह सीमेन वेजाइना में पहुंचता है तो बहुत अजीब सी दुर्गंध आती है जो सब लोगों को सहन नहीं होती है। 

आजकल भारत में बहुत सारे लोग गुटखे का प्रयोग करते हैं इसलिए सार्वजनिक स्थानों पर विशेषकर बसों और ट्रेनों में इस विचित्र दुर्गंध को महसूस किया जा सकता है जो कि किसी दंपत्ति के शरीर से आ रही होती है। यह गंध इतनी तीव्र होती है कि तेज से तेज डिओडोरेंट से भी नहीं खत्म होती है। 

उस युवक ने कहा कि वह किसी भी तरह से तंबाकू का प्रयोग नहीं करता है। एक बार उसने बचपन में तंबाकू का प्रयोग करने की कोशिश की थी तो उसके पूरे शरीर में लाल रंग के चकत्ते उभर आए थे जिससे डरकर उसने आजीवन तंबाकू का कभी भी प्रयोग नहीं किया।

 उसके बाद मेरा शक लहसुन पर गया। आजकल इंटरनेट पर लहसुन के बारे में इतने सारे लाभ बताए जाते हैं कि बहुत सारे लोग आवश्यकता से अधिक मात्रा में लहसुन का लंबे समय तक प्रयोग करते रहते हैं। लहसुन की पर्याप्त मात्रा भी सीमेन तक पहुंच जाती है और इसी सीमेन के माध्यम से वजाइना तक पहुंच जाती है। सेक्स के बाद वजाइना से असहनीय बदबू आने लग जाती है। दोनों पार्टनर को इस बात का एहसास भी नहीं होता है कि लहसुन के कारण इस तरह की समस्या हो रही है। जब मैंने उस युवक से पूछा कि वह किसी नुस्खे में या ऐसे ही भोजन के साथ अधिक मात्रा में लहसुन का प्रयोग कर रहा है तो उसने बताया कि वह लहसुन का प्रयोग नहीं कर रहा है। 

सब्जियों में ही थोड़ी मात्रा में लहसुन का प्रयोग होता है। अधिक लहसुन खाने की उसकी आदत नहीं है। मैंने उस युवक से पूछा कि वह मुझे साफ-साफ उन दवाओं के बारे में बताएं जिनका प्रयोग वह कर रहा है ताकि मैं यह बता सकूं कि उन दवाओं के प्रयोग के कारण तो कहीं इस तरह की बदबू नहीं आ रही है। उसने दवाओं के बारे में कुछ विशेष जानकारी नहीं दी और कहा कि वह पूरी तरह से स्वस्थ है। बस उसे इस गंभीर समस्या से जल्दी से जल्दी निजात चाहिए यदि संभव हो तो। 

मैंने उसे आश्वस्त किया कि कुछ न कुछ समाधान तो अवश्य निकलेगा और उनसे कहा कि वे शाम को एक बार फिर मुझसे मिलने आए। 

उनके जाने के बाद जब मैंने अपने डेटाबेस को खंगाला तो काफी मशक्कत के बाद कुछ-कुछ सूत्र मिले पर इसके लिए उस युवक से बात करना जरूरी था कि क्या वह ऐसी वनस्पतियों का प्रयोग कर रहा है या नहीं। शाम को जब पति-पत्नी फिर से मुझसे मिलने आए तो मैंने युवक से पूछा कि क्या वह स्तंभन के लिए किसी देसी वैद्य की दवा का प्रयोग कर रहा है लंबे समय से। मेरे प्रश्न से पत्नी ने युवक को घूर कर देखा। शायद उसे भी इस बात का आभास नहीं था कि वह स्तम्भन के लिए किसी प्रकार की औषधि का प्रयोग कर रहा है। पहले तो युवक कहता रहा कि वह इस तरह की किसी औषधि का प्रयोग नहीं कर रहा है क्योंकि उसे स्तंभन की आवश्यकता ही नहीं है। सब कुछ सामान्य रूप से हो रहा है फिर बहुत अधिक पीछे पड़ने पर उसने बताया कि वह मध्यप्रदेश के एक वैद्य से पिछले कुछ सालों से स्तंभन की दवा ले रहा है।

अब समस्या का समाधान दिखने लगा था।

 मैंने उस युवक से उस वैद्य का नाम पूछा फिर एक बार अपने डेटाबेस को देखा तो मुझे उस वैद्य के फार्मूले के बारे में काफी जानकारी मिल गई। 

मैंने उस युवक से कहा कि तुम्हारी समस्या की जड़ यही स्तंभन का फार्मूला है जिसका प्रयोग तुम लंबे समय से कर रहे हो। इस फार्मूले में कसेरू बूटी नामक एक ऐसी बूटी का प्रयोग किया गया है जो कि स्तंभन शक्ति को तो बहुत बढ़ा देती है पर उसके प्रयोग से सीमेन में एक विशेष तरह की बदबू उत्पन्न हो जाती है जोकि पार्टनर के वेजाइना में जाकर लंबे समय तक बनी रहती है। संभवत: ये वेजाइना के माध्यम से किसी तरह शरीर के अंदर अवशोषित होकर फिर पूरे शरीर को विशेष दुर्गंध से भर देती है। इस बूटी का लंबे समय तक प्रयोग करने से वेजाइना से संबंधित बहुत सारे रोग भी हो जाते हैं और बहुत सारे रोगों को बढ़ावा भी मिलता है। 

अगर मैं गलत नहीं हूं तो इसका प्रयोग तुम्हें बताने से पहले वैद्य ने साफ शब्दों में कहा होगा कि इसका प्रयोग एक या दो बार ही करना है। जिंदगी में लगातार इसका प्रयोग नहीं करना है क्योंकि इस बूटी का अनुमोदन करने वाले विशेषज्ञ इस बात को साफ तौर पर जानते हैं कि इससे पुरुषों को तो कुछ घाटा नहीं होता है पर उनके पार्टनर को कई तरह की स्वास्थ समस्याएं हो जाती हैं। यह भी एक कड़वा सत्य है कि एक बार लंबे समय तक इस बूटी का प्रयोग करने से इसका असर कई सालों तक रहता है। उसके सीमेन में लगातार बदबू आती रहती है। 

आधुनिक वैज्ञानिक अनुसंधानों से पता चला है कि इस बूटी के प्रयोग से शुक्राणुओं पर बहुत विपरीत असर पड़ता है और नपुंसकता की स्थिति भी आ जाती है। यही कारण है कि बहुत सी जड़ी-बूटी बनाने वाली कंपनियां चाह कर भी इस बूटी से कोई उत्पाद नहीं बना पाती हैं। इससे जन स्वास्थ्य को बड़ी हानि होने की संभावना रहती है।

 मैंने उस युवक से कहा कि वह खाने में अधिक मात्रा में सौंफ का प्रयोग करें केवल कुछ दिनों तक। मुझे लगता है इससे उसकी दुर्गंध वाली समस्या का पूरी तरह से समाधान हो जाएगा।

 वह अभी किसी भी तरह का सेक्स न करें बल्कि 15 दिनों का इंतजार करे। उसके बाद ही सेक्स करें। और फिर मुझसे संपर्क कर मुझे बताये कि उसकी समस्या का समाधान हुआ कि नहीं।

 मैंने उसकी पत्नी से अनुरोध किया कि वह वापस जाकर युवक को डांट न लगाएं क्योंकि उसे भी इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। उससे अनजाने में यह गलती हो रही थी। यदि वह उसे यह मालूम होता कि उसकी समस्या का मूल कारण यह बूटी है तो वह भूल कर भी इसका प्रयोग नहीं करता। 

अब आप लोगों के दुख के दिन बीत गए हैं। अब आपके खुशी से साथ रहने के दिन है इसलिए इन पुरानी बातों को भूल जाएं और नए जीवन की शुरुआत करें।

 उन्होंने धन्यवाद दिया और वे वापस लौट गए। 

युवक ने संयमपूर्वक 1 महीने का इंतजार किया और फिर फोन कर मुझे बताया कि अब पत्नी को किसी भी तरह की दुर्गंध की समस्या नहीं हो रही है पर उसने बताया कि वह स्तंभन की बूटी नहीं ले रहा है इससे उसे पूरी तरह से आत्मविश्वास नहीं आ रहा है। उसने मुझसे अनुरोध किया कि मैं उसे कोई नुस्खा बताऊँ जिससे कि उसकी स्तंभन शक्ति बढ़ जाए और उसे किसी भी तरह का नुकसान भी न हो।

मैंने उसे बहुत समझाया और यह भी बताया कि स्तम्भन के लिए औषधियों का प्रयोग स्थाई समाधान नहीं है बल्कि अस्थाई समाधान है और इन औषधियों की आदत पड़ जाती है जिसके कारण कई तरह की समस्याएं हो जाती हैं। 

हमारी बातचीत का सार यही रहा कि सेक्स दोनों टांगों के बीच न होकर दोनों कानों के बीच होता है यानि दिमाग के प्रयोग से यदि इस प्रक्रिया को किया जाए तो किसी भी प्रकार की दवा की जरूरत नहीं है।

 लंबी बातचीत के बाद वह युवक इस बात के लिए तैयार हो गया। 

फिर फोन पर उसकी पत्नी आई और उसने भी धन्यवाद दिया।

 मैंने उन्हें सुखी जीवन के लिए शुभकामनाएं दी। 


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