Consultation in Corona Period-90

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Pankaj Oudhia पंकज अवधिया


"जब मर्दाना शक्ति बढ़ाने के लिए जापानी तेल का प्रयोग किया उसके बाद भी बालों का झड़ना जारी रहा तब मैं पूरी तरह से निराश हो गया। 


मेरी उम्र 27 वर्ष है और 3 वर्ष पूर्व मुझे अपनी मर्दाना शक्ति बढ़ाने का जुनून सवार हुआ।


 मैंने सबसे पहले सफेद मूसली का प्रयोग किया। दो-तीन महीने तक इसका प्रयोग करने के बाद जब मेरी मर्दाना शक्ति बढ़ने लगी तब मैंने महसूस किया कि मेरे बाल तेजी से झड़ रहे हैं। 


मैंने सफेद मूसली का प्रयोग उसी समय रोक दिया और अपने आप किसी दवा का प्रयोग करने की बजाय किसी विशेषज्ञ से दवा लेने की योजना बनाई।


 मैं राजस्थान के एक वैद्य से मिलने गया। उन्होंने मुझे  असगन्ध पर आधारित एक नुस्खा दिया और कहा कि इससे मर्दाना शक्ति भी बढ़ेगी और बालों का झड़ना भी रुक जाएगा।


 दो-तीन महीने के प्रयोग के बाद जब बालों का झड़ना नहीं रुका तो मुझे लगा कि इसी नुस्खे के कारण बाल झड़ रहे हैं और मैंने उसका प्रयोग पूरी तरह से रोक दिया।


 उसके बाद मैं छत्तीसगढ़ के एक वैद्य से मिला जिन्होंने मुझे बीरबहूटी पर आधारित एक नुस्खा दिया और कहा कि यह मर्दाना शक्ति और बालों दोनों के लिए बहुत ज्यादा उपयोगी है और पीढ़ियों से उपयोग किया जाता रहा है। 


 इसके प्रयोग से निश्चित ही मेरी मर्दाना शक्ति तो बहुत अधिक बढ़ गई पर बालों का झड़ना जारी रहा इसलिए मैंने कुछ समय बाद इसका प्रयोग करना बंद कर दिया। 


इसके बाद मैंने आधुनिक दवाओं का सहारा लिया पर हमेशा की तरह इनसे मर्दाना शक्ति तो बढ़ी पर मेरा आधा सिर पूरी तरह से खाली हो गया। 


थक हार कर मैंने होम्योपैथी का सहारा लिया। डॉक्टर ने मुझे तीन प्रकार की दवाएं दी। दो प्रकार की दवाएं मर्दाना शक्ति को बढ़ाने वाली थी जबकि एक प्रकार की दवा बालों को फिर से उगाने वाली थी।


 दो प्रकार की दवाओं ने अच्छा काम किया पर बालों को उगाने वाली दवा बेअसर रही। 


 मुझे लगा कि आंतरिक दवाओं से ही बाल झड़ रहे हैं इसलिए मैंने जापानी तेल जैसे बाहरी उपायों को अपनाने का निश्चय किया पर इससे न तो मर्दाना शक्ति बढ़ी और न ही बालों का गिरना कम हुआ।


 क्या आप अपने अनुभव के आधार पर कोई ऐसी जड़ी बूटी बता सकते हैं जिससे मेरे बाल गिरने रुक जाएं खाली स्थान पर नए बाल आ जाएं और मर्दाना शक्ति भी बढ़ती जाए। "


मध्यप्रदेश के युवक का जब यह संदेश आया तो मैंने उसे कहा कि बेहतर होगा कि वह किसी दक्ष पारंपरिक चिकित्सक से मिलें और लंबे समय तक जड़ी बूटी ले।


 तभी कुछ लाभ दिखेगा। 



मैंने उसे उत्तर छत्तीसगढ़ के एक पारंपरिक चिकित्सक के पास भेजा। वह धैर्यपूर्वक 1 साल से अधिक समय तक उनसे दवा लेता रहा पर समस्या वहीं की वहीं रही। 


उसने फिर से मुझसे संपर्क किया और कहा कि मैं उसे कोई दवा सुझाऊँ।


 मैंने उससे विस्तार से बात की और पूछा कि ऐसी कौन सी दवाएं हैं जिनका प्रयोग वह पिछले 3 वर्षों से लगातार कर रहा है।


 उसे यह भी कहा कि उन सभी दवाओं के सैंपल मुझे भेजें ताकि मैं स्थानीय लैब से उनकी जांच करा सकूं। 


उसने बताया कि वह पताल कुम्हड़ा पर आधारित एक नुस्खा लंबे समय से ले रहा है। च्यवनप्राश का प्रयोग भी वह लंबे समय से कर रहा है। 


गुड़मार पर आधारित एक नुस्खा भी वह लंबे समय से प्रयोग कर रहा है। 


उसने यह भी बताया कि वह शक्कर का कम से कम प्रयोग करता है और उसके स्थान पर स्टीविया का प्रयोग करता है।


 लंबी चर्चा के बाद मैंने उसे परामर्श दिया कि वह स्टीविया का प्रयोग कुछ समय के लिए रोके और फिर मुझे बताये कि उसके बालों के झड़ने पर क्या किसी तरह का प्रभाव पड़ा या नहीं?


2 महीने बाद उसने फोन कर बताया कि स्टीविया का प्रयोग पूरी तरह से रोक देने से उसके बालों का झड़ना पूरी तरह से रुक गया है।


 इसके बाद मैंने उससे कहा कि वह च्यवनप्राश का प्रयोग कुछ समय के लिए रोके और स्टीविया का प्रयोग फिर से शुरू कर दे।


 उसने मेरी बात मानी और फिर कुछ महीनों बाद मुझे बताया कि अब स्टीविया लेने के बावजूद उसके बाल नहीं झड़ रहे हैं। 


मुझे समस्या का समाधान मिल गया था।


 मैंने उसे विस्तार से समझाया कि तुमने जो च्यवनप्राश का नमूना मुझे भेजा था उसकी जब मैंने स्थानीय लैब में जांच कराई तो मुझे पता चला है कि वह च्यवनप्राश दोषयुक्त है। 


दरअसल उसमें जिस सतावर का प्रयोग मुख्य घटक के रूप में किया गया था वह दोषपूर्ण थी। 


सतावर की जड़ों में एक विशेष प्रकार के फंगस का आक्रमण होता है और अगर उसका उपचार नहीं किया जाए तो यह सतावर के कन्दों की गुणवत्ता को बुरी तरह से प्रभावित करता है। 


जब ऐसे दोषयुक्त सतावर के कन्दों का प्रयोग च्यवनप्राश बनाने के लिए किया जाता है तो उसकी बहुत सारी दवाओं और खाद्य सामग्रियों से नकारात्मक प्रतिक्रिया होती है।


 इनमें स्टीविया भी शामिल है। 


चूंकि तुम इन दोनों का प्रयोग लंबे समय से कर रहे हो इसलिए इनकी आपसी प्रतिक्रिया के कारण तुम्हारे बाल झड़ रहे थे। 


इसमें मर्दाना शक्ति बढ़ाने वाली दवाओं का किसी भी प्रकार से कोई दोष नहीं है। 


तुम दोषयुक्त च्यवनप्राश या स्टीविया दोनों में से किसी एक का प्रयोग रोक दो तो तुम्हारी बाल झड़ने की समस्या का समाधान हो सकता है। 


फिर जिस औषधि से तुम्हें सबसे अधिक फायदा हो मर्दाना शक्ति बढ़ाने के लिए उसका प्रयोग फिर से जारी रखो। इससे तुम्हारे दोनों उद्देश्य पूरे हो जाएंगे।


 युवक ने प्रसन्नता जाहिर की और जब उसने ऐसा किया तो उसे सही मायने में सफलता मिली। 


उसने धन्यवाद ज्ञापित किया। 


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