Consultation in Corona Period-115

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Pankaj Oudhia पंकज अवधिया


"4 महीने पहले कोविड से उबरने के बाद मुझे सांस लेने में बहुत तकलीफ होने लगी तब मैंने अपने लंदन के उस डॉक्टर से बात की जिन्होंने कोविड-19 के समय मेरी बहुत मदद की थी और मुझे इस महामारी से बचाया था। 


उनका कहना है कि कोविड का बहुत ज्यादा असर मुझ पर नहीं हुआ है और अभी जो सांस की तकलीफ हो रही है उसका कारण कोविड-19 नहीं है। 


आपने परामर्श के लिए जो प्रक्रिया मुझे भेजी थी उसमें साफ लिखा था कि बेहतर होगा कि जब मैं आपसे बात करूं तो मेरे चिकित्सक भी फोन लाइन पर उपलब्ध रहें। 


आप जब भी मुझे समय देंगे तो मैं अपने चिकित्सक के साथ आपसे फोन पर बात करूंगा ताकि आपको जो भी पूछना है आप उनसे पूछ सकें।"


सर्बिया से डेविड का जब यह संदेश आया तो मैंने बिना देरी के उसे समय दे दिया और इस बात का ध्यान रखा कि मुझसे परामर्श लेते समय न मुझे किसी तरह की समस्या हो, न ही उनके डॉक्टर को और न ही डेविड को क्योंकि हम सभी अलग-अलग टाइम जोन में थे। 


डेविड के डॉक्टर ने बताया कि डेविड को माइल्ड अटैक हुआ था और बहुत ही जल्दी मैनेज हो गया था। 


कोरोनावायरस उसके फेफड़े को ज्यादा प्रभावित नहीं कर पाया और उससे पहले ही हमने उसे संकट से निकाल लिया।


 वह बहुत भाग्यशाली था क्योंकि जिस वार्ड में उसे रखा गया था वहां के अधिकतर मरीज अब इस दुनिया में नहीं है।


 डेविड पूरी तरह से गम्भीर संक्रमण से बचा रहा। शायद उसकी लड़ने की शक्ति बहुत प्रबल थी इसलिए वह जीत गया।


 उन्होंने आगे बताया है कि डेविड को सांस लेने में तकलीफ होती है। वह पहले से डायबिटिक है इसलिए वह मुझसे डायबिटीज की एक दवा जिसका नाम Sitagliptin है, ले रहा है।


 उसे आंखों के सामने कई तरह की रोशनी भी दिखाई देती है और बहुत ज्यादा दम घुटने जैसा लगता है। मैंने उसे जो दवा दी है वह पूरी तरह से सुरक्षित है। 


फिर भी उसे इस तरह के लक्षण क्यों आ रहे हैं यह जानने के लिए उसने आपसे परामर्श के लिए समय मांगा है। मैं फोन पर उपलब्ध हूँ। 


आप मुझसे जिस भी तरह की जानकारी चाहते हैं मैं उन जानकारियों को देने के लिए तैयार हूँ। 


डेविड के डॉक्टर बड़े ही सहृदय थे और उन्होंने मुझसे खुलकर बात की और मेरे शोध कार्यों की प्रशंसा भी की है। मुझे यह जानकर आश्चर्यमिश्रित खुशी हुई कि मेरे लेख दुनिया भर में पढ़े जा रहे हैं। 


उसके बाद मैंने डेविड से अलग से बात की और उससे कहा कि वह अपने बारे में विस्तार से बताए।


 मैंने उससे पूछा कि क्या वह ऐसे स्थान पर रहता है जहाँ कि आसपास बहुत अधिक पानी है तो उसने कहा कि हां, वह एक बड़ी नदी के किनारे रहता है और उस नदी के कारण घर में बहुत ज्यादा सीलन होती है और उसके हाथ पैरों में अक्सर दर्द रहता है। 


स्थानीय डॉक्टर ने उसे सलाह दी थी कि वह सीलन भरे स्थान में रहने से बचे। इससे उसके जोड़ों का दर्द पूरी तरह से ठीक हो जाएगा। 


यह एक महत्वपूर्ण जानकारी थी। 


मैंने डेविड से पूछा कि क्या तुमने यह जानकारी अपने लंदन वाले चिकित्सक को दी है जो कि तुम्हें डायबिटीज की दवा दे रहे हैं तो उसने कहा कि उसने यह जानकारी नहीं दी क्योंकि इसका डायबिटीज से किसी भी प्रकार से लेना देना नहीं है। 


फिर मैंने उससे पूछा कि क्या वह शराब का बहुत अधिक सेवन करता है तो उसने कहा कि कोरोनावायरस के समय वह शराब का कम प्रयोग करता था पर कोरोना से जीतने के बाद उसमें अजीब सा उत्साह भर गया है और अब वह लगभग रोज ही अधिक मात्रा में शराब का सेवन करता है। 


उसने यह भी बताया कि इस महामारी में उसने बहुत सारे मित्र और रिश्तेदार खोए हैं जिनका गम उसे सताता रहता है और इसलिए वह अपने आप को शराब में पूरी तरह से डुबो देना चाहता है। 


मैंने उससे पूछा कि क्या तुमने अपने लंदन के चिकित्सक को यह बात बताई तो उसने कहा कि शराब का डायबिटीज से क्या लेना देना। 


यहां यूरोप में तो सभी शराब पीते हैं और मुझसे भी अधिक मात्रा में। मुझे लगा कि यह बात लंदन के मेरे चिकित्सक को अच्छे से मालूम होगी इसलिए मैंने उन्हें नहीं बताई। 


मैंने डेविड से आगे पूछा कि क्या उसे किडनी में किसी प्रकार की पथरी की शिकायत कभी रही है तो उसने कहा कि किडनी में तो नहीं पर गॉलब्लैडर में पथरी अवश्य है पर अभी वह किसी भी तरह की परेशानी पैदा नहीं कर रही है इसलिए डॉक्टरों ने कहा है कि ऑपरेशन कराने की जरूरत नहीं है।


 मैंने झुंझला कर फिर से डेविड से पूछा कि क्या तुमने इस पथरी के बारे में अपने लंदन के चिकित्सक को बताया है तो उसने थोड़े ऊंचे स्वर में कहा कि नहीं। 


मैंने उसे समझाने की कोशिश की कि डायबिटीज की जिस दवा का प्रयोग लंदन के चिकित्सक कर रहे हैं उसके प्रयोग से पहले चिकित्सक साफ तौर पर सुनिश्चित कर लेते हैं कि रोगी अधिक मात्रा में शराब का सेवन तो नहीं कर रहा है। कहीं रोगी के शरीर में विशेष कर जोड़ों में किसी प्रकार का पुराना दर्द तो नहीं है और कहीं उसे गाल ब्लैडर में पथरी का प्रॉब्लम तो नहीं है। 


जब वे पूरी तरह से आश्वस्त हो जाते हैं तब डायबीटीज की इस दवा का प्रयोग किया जाता है।


 मुझे विश्वास है कि लंदन के तुम्हारे चिकित्सक ने तुमसे भी यह सब पूछा होगा या गलती से वे यह नहीं पूछ पाए होंगे तो तुम्हें अपने आप ही उन्हें यह सब बताना चाहिए था क्योंकि चिकित्सक से किसी भी बात को छुपाना अपने पैरों में कुल्हाड़ी मारने जैसा है। 


मैंने उसे परामर्श दिया कि वह फिर से अपने लंदन के चिकित्सक से बात करे और उन्हें साफ-साफ इन समस्याओं के बारे में बताएं। मुझे उम्मीद है कि वे दवा को तुरंत बदल देंगे और इससे उसकी आधी से ज्यादा समस्या का तुरंत समाधान हो जाएगा।


 उसे एकाएक इस पर विश्वास नहीं हुआ पर उसने जब अपने चिकित्सक से बात की तो उन्होंने बहुत नाराजगी प्रकट की और बिना किसी देरी के Sitagliptin नामक दवा को बंद कर दिया। 


जब उन्होंने दूसरी दवा का परामर्श दिया और डेविड ने उसका प्रयोग करना शुरू किया तो हफ्ते भर के भीतर ही उसे जो सांस लेने में तकलीफ हो रही थी उसका पूरी तरह से निराकरण हो गया पर आंखों के सामने रोशनी दिखाई देने की समस्या अब भी बरकरार थी।


 उसने जब फिर से मुझसे संपर्क करने के लिए समय मांगा तो मैंने उसके द्वारा प्रयोग की जा रही खाद्य सामग्रियों के बारे में विस्तार से जानकारी मांगी और उससे कहा कि वह आराम से बैठे और मुझे यह बताएं कि उसने बचपन से लेकर अभी तक कौन-कौन सी खाद्य सामग्रियों का प्रयोग किया है और कौन सी ऐसी खाद्य सामग्रियां है जो उसे विशेष तौर पर पसंद है?


 मैंने उससे यह भी पूछा कि क्या वह डायबिटीज के लिए कोई भारतीय दवा का प्रयोग भी कर रहा है। डेविड ने कुछ भी नहीं छुपाया और सारी जानकारी खुल कर दी।


 उसने बताया कि वह भारत से एक विशेष तरह की लकड़ी का बना गिलास मंगाता है जिसमें रात भर उसे पानी रखना पड़ता है और फिर सुबह लाल रंग के उस पानी को पीना पड़ता है। 


यह उसने भारत के पारंपरिक चिकित्सक से प्राप्त किया है और हर 6 महीने में उसे इस गिलास को बदलना पड़ता है।


 उसने बताया कि इस गिलास में किस लकड़ी का प्रयोग किया गया है इसके बारे में उसे जानकारी नहीं है पर उसे पारंपरिक चिकित्सक पर विश्वास है क्योंकि सर्बिया के बहुत सारे लोग उन पारंपरिक चिकित्सक की दवा से लाभान्वित हुए हैं और समय-समय पर वे पारंपरिक चिकित्सक सर्बिया आते रहते हैं। 


मैंने उसे बताया कि यह संभवत: बीजा की लकड़ी से बना हुआ गिलास होगा जिसे कि भारत के अलावा पूरी दुनिया में भारतीय पारंपरिक चिकित्सक अपने मरीजों को देते हैं।


 पर मैंने उससे कहा कि अधिकतर एक महीने के अंदर यह गिलास पूरी तरह से अप्रभावी हो जाता है। उसके बाद उस गिलास में पानी पीने से डायबिटीज पर तो किसी तरह का असर नहीं पड़ता है पर शरीर में दूसरे तरह के विकार होने शुरू हो जाते हैं इसीलिए 1 महीने से अधिक इसका प्रयोग नहीं किया जाता है।


 जब 1 महीने से अधिक इसका प्रयोग किया जाता है तो इसकी बहुत सारी आधुनिक और पारंपरिक दवाओं के साथ विपरीत प्रतिक्रिया होती है और कुछ इसी तरह के लक्षण आते हैं जो कि तुम्हें आ रहे हैं। 


मैंने उसे परामर्श दिया कि वह इस गिलास का प्रयोग 15 दिनों तक न करें और फिर मुझे बताएं कि उसकी कौन-कौन सी समस्या का समाधान पूरी तरह से नहीं हुआ है। 


15 दिन बाद जब उसने फिर से बात करने का समय लिया तो उसने बताया कि उसकी सारी समस्याओं का समाधान हो गया है और यह भी कहा कि उसे उस गिलास का प्रयोग करने से बहुत अधिक लाभ हो रहा था इसलिए वह ऐसे रास्ते की तलाश में है जिससे कि वह गिलास का भी उपयोग कर सके और उसे किसी तरह की परेशानी भी न हो।


 मैंने उससे कहा कि वह ग्लास का प्रयोग हर 15 दिन के बाद बदले। वह ऐसा भी कर सकता है कि महीने में 15 दिन गिलास में भरे पानी का उपयोग करें और 15 दिन तक किसी भी तरह से इसका उपयोग न करे।


 इससे उसे अधिक लाभ भी होगा और गिलास के पानी की किसी भी तरह से विपरीत प्रतिक्रिया नहीं होगी। 


उसने अपनी मजबूरी बताई कि यह गिलास सर्बिया में बहुत अधिक महंगा मिलता है और अगर मैं हर महीने इस गिलास को बदलूं तो मेरे घर का बजट बिगड़ जाएगा। 


मैंने उससे पूछा कि क्या यह गिलास पारंपरिक चिकित्सक सीधे ही तुम्हें देते हैं कि बीच में कोई बिचौलिया है तो उसने कहा कि बीच में कई तरह के बिचौलिये है क्योंकि सीधे हमारा पारंपरिक चिकित्सक से संपर्क नहीं हो पाता है।


 मैंने उसे आश्वस्त किया कि इस दिशा में मैं उसकी मदद करने की कोशिश करूंगा।


 मैंने उसे ऐसे कई पारंपरिक चिकित्सकों के पते दिए और साथ में उन स्वयंसेवी संस्थाओं के पते दिए जिनके माध्यम से यह गिलास बहुत ही सस्ते में उसके पास पहुंच सकता था।


 साथ ही उसे आगाह किया कि ये संस्थाएं तुम्हें बहुत अधिक मात्रा में इन गिलासों की आपूर्ति नहीं करेंगी क्योंकि उन्हें डर है कि तुम इससे दूसरे बिचौलियों की तरह व्यापार करना शुरु कर दोगे इसलिए तुम्हारी आवश्यकता के अनुसार ही तुम्हें ये गिलास दिए जाएंगे। 


डेविड ने मुझे धन्यवाद ज्ञापित किया। 


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