Consultation in Corona Period-208

Consultation in Corona Period-208 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "कोरोना ने हमारी पूरी कॉलोनी को खाली कर दिया है। कितने सारे लोग इस दुनिया से चले गए। अब जब वैक्सीन आ गई है तो मेरे डॉक्टर कहते हैं कि आप वैक्सीन के लिए उपयुक्त पात्र नहीं है। यदि आपके घुटने का ऑपरेशन अगले हफ्ते होता है तो आपको वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी क्योंकि आपको बहुत सारी ऐसी दवाएं दी जाएंगी जिनके प्रयोग के समय वैक्सीन नहीं दी जा सकती है। मेरे हस्बैंड पहले से ही बिस्तर पर है। पिछले महीने ही उनकी किडनी का ट्रांसप्लांट हुआ है। अभी उन्हें जो दवाएं दी जा रही हैं वे ऐसी दवाएं हैं जिनके साथ वैक्सीन का प्रयोग नहीं किया जा सकता है। ऐसे में यदि दोनों को ही वैक्सीन नहीं लगेगी तो हम पूरे परिवार को कैसे संभाल पाएंगे? मैंने अपने घुटने की समस्या के लिए आपसे संपर्क किया है। जैसा कि मैंने आपको बताया कि अगले हफ्ते ही उसका ऑपरेशन होने वाला है पर मैं चाहती हूं कि यह आपरेशन कुछ समय के लिए टल जाए और मैं वैक्सीन लगवाने के बाद ही इस ऑपरेशन को करवा पाऊं।" गुजरात से एक 55 वर्षीय महिला ने जब मुझसे फोन पर परामर्श का समय मांगा तो मैंने उनसे कहा कि मैं आपकी मदद करूंगा। मैंने उनसे उनके द्वारा प्रयोग की जा रही खाद्य सामग्रियों के बारे में विस्तार से जानकारी ली और यह भी पूछा कि अभी उनकी कौन-कौन सी दवाई चल रही है। उन्होंने बताया कि उन्हें खाने-पीने का कोई विशेष शौक नहीं है तला भूंजा खाना वे नहीं खाती हैं। सब्जियों पर उनका विशेष जोर रहता है। दूध का वे नियमित प्रयोग करती है पर गाय के दूध को ही प्राथमिकता देती है। उन्हें मीठा अधिक पसंद है। नमकीन कम पसंद है। खट्टा बिल्कुल भी नहीं सुहाता है। उन्हें जोड़ों में दर्द नहीं होता है। केवल घुटनों में ही दर्द होता है। उन्हें डायबिटीज की समस्या है जिसके लिए वे आधुनिक दवा का प्रयोग कर रही हैं। इसके अलावा उन्हें ब्लड प्रेशर की समस्या है। इसके लिए भी कई दवाएं चल रही हैं। हाल ही में उन्हें बताया गया है कि उनका कोलेस्ट्रॉल बढ़ रहा है इसलिए एक कोलेस्ट्रोल की दवा भी चल रही है। उन्होंने बताया कि उन्हें उपवास पर विश्वास है इसलिए वे जिंदगी भर एंटीबायोटिक का प्रयोग करने से बचती रही हैं। जब भी उनको लगता है कि उनकी तबीयत खराब होने वाली है तो वे उपवास कर लेती हैं। इससे उनकी तबीयत फिर से ठीक हो जाती है। उन्हें बहुत अधिक प्यास नहीं लगती है लेकिन फिर भी वे दिन में बहुत अधिक पानी पी जाती है क्योंकि उन्हें बताया गया है कि अधिक पानी पीने से घुटनों का दर्द ठीक रहेगा और जोड़ों की किसी भी तरह से कोई समस्या नहीं होगी। उन्होंने आगे बताया कि वे ऑर्गेनिक पर विश्वास करती हैं इसलिए अपने फार्म में उगी हुई सब्जियों का ही प्रयोग करती हैं। बाजार से सब्जी का नहीं लेती हैं। उन्हें सभी गुजराती व्यंजन पसंद है पर वे इनका प्रयोग त्यौहारों पर ही करती है। आम दिनों में नहीं करती हैं। उन्हें चाय पीने की आदत नहीं है। कॉफी उन्होंने जिंदगी में मुश्किल से दो या तीन बार पी होगी। उन्हें काफी पसंद नहीं आती है। गेहूं को अधिक प्राथमिकता देती हैं चावल की तुलना में और मोटे अनाज खाने में उन्हें विशेष रूचि होती है। उन्हें कब्जियत की शिकायत नहीं है और दिन में दो बार पेट साफ होता है। उन्हें आंखों की कोई समस्या नहीं है। पहले चश्मे की जरूरत होती थी पर अब वह पूरी तरह से समाप्त हो गई है। मैंने उन्हें इतने विस्तार से अपने बारे में जानकारी देने के लिए धन्यवाद दिया और फिर उनसे कहा कि क्या आपके फार्म के मैनेजर से बात हो सकती है तो उन्होंने कहा कि हां, बिल्कुल हो सकती है। जब मैंने मैनेजर से बात की तो उनसे पूछा कि फार्म में सब्जियों को कैसे उगाया जाता है? उन्हें किस फसल पद्धति के तहत उगाया जाता है या अकेली फसल के रूप में उगाया जाता है? कौन-कौन से जैविका आदानों का प्रयोग किया जाता है? मैंनेजर साहब ने पूरी जानकारी अच्छे से दी। उनकी जानकारी से मैं पूरी तरह से संतुष्ट हो गया। अगली बार उन महिला ने फोन किया तो मैंने उनसे कहा कि मुझे लगता है कि आपको खून पतला करने के लिए जो दवा दी जा रही है उसकी आपके द्वारा प्रयोग की जा रही वनस्पतियों से विपरीत प्रतिक्रिया हो रही है। इसकी पुष्टि के लिए यह जरूरी है कि आप उन वनस्पतियों विशेषकर धनिया का प्रयोग कुछ समय के लिए रोक दें और फिर देखें कि आपके घुटने की तकलीफ में किस तरह की का परिवर्तन दिखता है। उन्हें यह जानकर बड़ा आश्चर्य हुआ और उन्होंने कहा कि क्या धनिया खाने से घुटने का दर्द होता है। मैंने कहा कि आप अभी धैर्य रखिए। पहले इस समस्या का समाधान हो जाने दीजिए। उसके बाद ही मैं आपको कुछ विस्तार से बता पाऊंगा। उन्होंने जब धनिया का प्रयोग पूरी तरह से रोक दिया तो धीरे-धीरे उनके घुटने की सूजन गायब होने लगी और दर्द भी काफी हद तक कम हो गया। घुटने के दर्द के लिए जो उन्हें दवा लेनी पड़ती थी वह भी उन्होंने बंद कर दी। उन्होंने फोन पर कहा कि वे धनिया के बिना नहीं रह सकती है इसलिए आप कोई और समाधान बताइए जिससे कि वे धनिया का लगातार प्रयोग कर सकें। मैंने उनसे कहा कि आप फार्म की धनिया का उपयोग न करें बल्कि बाजार में मिलने वाली या किसी ऑर्गेनिक शॉप में मिलने वाली धनिया का उपयोग करें। इससे आपको किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं आएगी। इससे वे और अधिक उलझन में पड़ गई पर उन्होंने मेरी बात मानने का फैसला किया। जब उन्होंने बाजार से धनिया खरीद कर उपयोग करना शुरू किया तो इस बार उनके घुटने में दर्द नहीं हुआ। समस्या का समाधान होने के बाद जब उन्होंने सब कुछ जानना चाहा तो मैंने उन्हें बताया कि आपको खून पतला करने के लिए हिपेरिन नामक दवा दी जा रही है। इस दवा की धनिया से विपरीत प्रतिक्रिया होती है विशेषकर उस समय जब आप धनिए की पत्तियों के साथ में उसकी जड़ का भी उपयोग करते हैं। उन्होंने कहा कि यह तो मैंने आपको बताया नहीं। पर आपने कैसे जाना कि मैं धनिया की जड़ का भी उपयोग करती हूं। मैंने कहा कि दुनिया के बहुत से हिस्सों में विशेषकर थाईलैंड और मेक्सिको में धनिया की जड़ का उपयोग भी किया जाता है। इसमें पत्तियों से अधिक सुगंध होती है इसलिए मैंने कयास लगाया कि आप धनिए की जड़ का उपयोग कर रही होंगी। उन्होंने खुलासा किया कि उनके पति की लंबे समय तक नौकरी थाईलैंड में रही जिसके कारण वे थाई व्यंजनों की विशेष रूप से फैन है और वहीं से उन्होंने सीखा है कि धनिए की जड़ का भी उपयोग किया जा सकता है। मैंने उन्हें आगे बताया कि जब खेतों में धनिया को प्याज के साथ लगाया जाता है तब धनिया की जड़ में विशेष तरह के परिवर्तन आते हैं। जब ऐसी धनिया का प्रयोग व्यंजनों में किया जाता है और उसके साथ खून को पतला करने वाली हिपेरिन नामक दवा का प्रयोग किया जाता है तब घुटनों की समस्या हो जाती है। मैंने ऐसे कई मामले सुलझाए हैं इसलिए मैंने पहले आपके फार्म के मैनेजर से बात की और जब उन्होंने बताया कि वे धनिया की खेती प्याज के साथ करते हैं तो समस्या का समाधान होता नजर आया। अगली बार से वे धनिया के साथ प्याज की खेती नहीं करेंगे तब आप फॉर्म में उगने वाली धनिया का प्रयोग कर सकती हैं और साथ में खून पतला करने वाली दवा हिपेरिन का भी साथ में प्रयोग कर सकती हैं। आपको घुटने की किसी भी तरह की कोई तकलीफ नहीं होगी। उन्होंने धन्यवाद दिया और अगले दिन फिर से परामर्श के लिए समय लिया। उन्होंने बताया कि उनके डॉक्टर ने कहा है कि घुटने को अब किसी तरह की चिकित्सा की आवश्यकता नहीं है। ऑपरेशन तो बहुत दूर की बात है। जब उन्होंने पूरे मामले के बारे में डॉक्टर को बताया तो उन्हें भी आश्चर्य हुआ और बाद में उन्होंने फोन पर मुझसे बात की और इस नई जानकारी के लिए शुक्रिया अदा किया। सर्वाधिकार सुरक्षित

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