Posts

Showing posts from February, 2021

Consultation in Corona Period-234

Consultation in Corona Period-234 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "बहुत अधिक प्यास लगने और बार-बार पेशाब लगने की समस्या का जब घरेलू औषधियों से समाधान नहीं हुआ तब मैंने डॉक्टर की शरण ली और जिसका शक था वही हुआ। उन्होंने बताया कि मुझे डायबिटीज है और इसके लिए अच्छा जीवन जीने की जरूरत है। उन्होंने कई तरह के परहेज बताए और ढेर सारी दवाईयां लिखी। उनकी पर्ची लेकर मैं वापस आ गया पर उनकी बताई दवाओं को नहीं खरीदा क्योंकि मेरे साले का मेडिकल स्टोर है। मेरे साले ने डायबिटीज की बहुत सारी दवाएं मुझे दी और कहा कि अब डरने की जरूरत नहीं है। मैं आपको बताना चाहता हूँ कि मैं किसी भी तरह का परहेज नहीं कर सकता हूँ। हां, सुबह अगर घूमने कहे तो मैं हफ्ते में एक-दो दिन घूम सकता हूँ पर परहेज मुझसे नहीं होता है। मेरे साले ने कहा कि उसके द्वारा दी जा रही दवाओं में परहेज की आवश्यकता नहीं है और इससे डायबिटीज पूरी तरह से नियंत्रण में रहेगा। उसके बाद मैं बेफिक्र हो गया। मेरा ध्यान इस ओर तब गया जब मुझे कुछ समय बाद बहुत अधिक कमजोरी लगने लगी और आंखों के सामने अंधेरा छाने लगा। सुबह घूमते समय मैं गश खाकर गिरने लगा

Consultation in Corona Period-233

Consultation in Corona Period-233 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "हम मजे से सेक्स करते रहे पूरी तरह से बेफिक्र होकर पर हमें क्या पता था कि हमें एक दिन पता चलेगा कि फिर से गर्भ ठहर गया है। पत्नी लगातार Oral contraceptive pill का उपयोग कर रही है थी। फिर भी ऐसा हो गया। यह बड़े आश्चर्य का विषय था। यह हमारे साथ पहली बार नहीं हुआ बल्कि पहले भी एक बार ऐसा हो चुका है। हमने जब अपने चिकित्सकों से सलाह ली तो उन्होंने कहा कि अच्छी कंपनी की दवा प्रयोग करने से इस तरह की समस्या नहीं होती है। वे भी इससे ज्यादा कुछ बता नहीं पाए। यह मेरी ही समस्या नहीं है बल्कि मेरे एक मित्र की भी है जो कि मेरा पड़ोसी भी है। हम दोनों मित्रों ने आपके बारे में इंटरनेट पर पढ़ा और सोचा कि शायद आप इस विषय में कोई जानकारी रखते हो इसलिए हमने आपसे परामर्श का समय लिया है। आप जिस भी तरह का परीक्षण हमारे ऊपर करना चाहे कर सकते हैं। आप जब समय देंगे तो हम आपसे मिलने आ जाएंगे सपरिवार ताकि आप सभी तरह के प्रश्न पूछ सके।" मध्य भारत से आए दो सज्जनों ने जब यह बात कही तो मैंने उनसे कहा कि मैं आपकी मदद करूँगा। जब वे मुझसे मिलने

Consultation in Corona Period-232

Consultation in Corona Period-232 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "आप मेरी बात उन वैद्य से कराइये जो कि आपके पेट के कैंसर की चिकित्सा कर रहे हैं। उनसे बात करके ही मैं पता लगा सकता हूं कि आप का कैंसर इतनी तेजी से क्यों फैल रहा है और क्यों आधुनिक दवाएं असफल साबित हो रही हैं।" यह बात मैंने उन सज्जन से कहीं जिन्होंने पेट के कैंसर के लिए मुझसे संपर्क किया और बताया कि उनकी सभी तरह की चिकित्सा अब बंद हो चुकी है। उन्हें बहुत असहनीय दर्द हो रहा है और वे चाहते हैं कि कैसे भी उन्हें इस दर्द से मुक्ति मिले। भले ही उनका कैंसर पूरी तरह से ठीक हो या न हो पर यह दर्द नहीं सहा जाता है। उन्होंने मार्फिन का भी प्रयोग किया था पर उससे बहुत अधिक प्रभाव नहीं पड़ा था और उसके प्रयोग से उनको दूसरी तरह की स्वास्थ समस्याएं हो रही थी। उन्होंने बताया कि बहुत मुश्किल से केरल के एक वैद्य ने उनकी चिकित्सा करने की सहमति दी और कुछ वर्षों से वे उनकी ही दवा ले रहे हैं पर इससे उन्हें किसी तरह का लाभ नहीं हो रहा है और समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। हाल ही में जब उन्होंने टेस्ट करवाया तो पता चला कि कैंसर शरीर

Consultation in Corona Period-231

Consultation in Corona Period-231 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "सिकल सेल एनीमिया पर हमें एक अंतरराष्ट्रीय पेटेंट मिला है। हम जिस फॉर्मूलेशन का प्रयोग करने वाले हैं उसके घटकों की हम अपने फार्म में खेती कर रहे हैं। आपसे अनुरोध है कि आप समय निकालकर हमारे फार्म पर आयें और इस खेती के बारे में दिशा निर्देश दें। शुरुआत हमने 10 एकड़ से की है पर धीरे धीरे हम इसे 100 एकड़ तक बढ़ाना चाहते हैं। अभी यह पायलट प्रोजेक्ट है इसलिए आपके मार्गदर्शन की सख्त जरूरत है। हमने आपकी फीस जमा कर दी है और जिस दिन आप समय देंगे हमारी गाड़ी आपको लेने के लिए आ जाएगी एयरपोर्ट पर।" उत्तर भारत की एक जानी-मानी फार्मास्यूटिकल कंपनी के डायरेक्टर का जब यह संदेश आया तो मैंने उन्हें समय दे दिया और नियत समय पर मैं लंबी यात्रा करके उनके शहर पहुंच गया। आरंभिक औपचारिकता के बाद वे मुझे अपने फार्म में लेकर गए जहां जड़ी-बूटियों की खेती हो रही थी। वे 10 एकड़ में सुदर्शन की खेती कर रहे थे। उन्होंने बताया कि सिकल सेल एनीमिया के फार्मूले में इस वनस्पति की अहम भूमिका है और यह वनस्पति आसानी से बाजार में नहीं मिलती है इसलिए

Consultation in Corona Period-230

Consultation in Corona Period-230 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "जब तक मेरे सिर में बाल नहीं उगेंगे तब तक मैं आपका पीछा नहीं छोड़ने वाला। मैं रायपुर में ही रहूंगा और रोज आपके ऊपर दबाव बनाऊंगा कि आप मुझे वह विशेष तरह का लेप दें जिससे कि बाल तुरंत उगने शुरू हो जाते हैं।" ब्रिटेन से आए ये पत्रकार मुझसे यह उम्मीद कर रहे थे कि मैं उन्हें जड़ी बूटियों का एक विशेष तरह का लेप दूंगा जिससे उनकी गंजी खोपड़ी पर 30 दिनों के अंदर बाल उग जाएंगे। उनकी बात सुनकर मुझे विश्वास हो गया कि वे मुझे बहुत पहले से जानते हैं। उस समय से जबकि गूगल ने विकिपीडिया के तर्ज पर गूगल नोल की शुरुआत की थी जिसमें मैं लगातार अपना योगदान दिया करता था। एक ऐसे ही नोल में मैंने देश की पारंपरिक चिकित्सा के बारे में लिखा था जिसमें 30 दिनों के अंदर गंजी खोपड़ी में बाल उग जाने की बात कही गई थी। यह लेख बहुत लोकप्रिय हुआ और अचानक ही लोगों की भीड़ बढ़ने लगी। सब बड़ी उम्मीद से आते थे पर उपचार के तरीकों को जानकर निराश होकर लौट जाते थे। लोगों की भीड़ जब नियंत्रण से बाहर हो गई तब मैंने निश्चय किया कि इस नोल को इंटरनेट से हटा

Consultation in Corona Period-229

Consultation in Corona Period-229 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "क्या जड़ी बूटियों की सहायता से खूंखार अपराधियों की मानसिक दशा को ठीक किया जा सकता है और उन्हें फिर से सामान्य जीवन जीने के लिए प्रेरित किया जा सकता है? यह तो सर्वदा नई बात लगती है पर हमें यह बात पता चली एक ब्रिटिशर्स की डायरी से जो कि 1920 में मध्य भारत में वानस्पतिक सर्वेक्षण करने आए थे। उन्होंने ऐसे बहुत से पारंपरिक चिकित्सकों के बारे में लिखा है जो कि ऐसे नुस्खों के बारे में जानते थे जिनका प्रयोग करने से खूंखार से खूंखार अपराधी भी सामान्य मनुष्य की तरह व्यवहार करने लग जाता था और फिर उसकी सजा माफ कर दी जाती थी। अंग्रेज शासक इस बात को जानते थे और वे बड़ी संख्या में ऐसे अपराधियों को ऐसे पारंपरिक चिकित्सकों के पास भेजते थे या पारंपरिक चिकित्सकों को जेल में बुलवा लेते थे जहां ऐसे अपराधियों की चिकित्सा की जाती थी। यह बड़ी कारगर थी पर आश्चर्य की बात है कि उसके बाद किसी ने भी इस पर कुछ ज्यादा नहीं लिखा। जिन वनस्पति विशेषज्ञ ने इस बात को अपनी डायरी में लिखा वह तो अब दुनिया में नहीं है और उनकी इस बात को लिखे हुए 100 सा

Consultation in Corona Period-228

Consultation in Corona Period-228 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "जैसे ही मैं पैर जमीन पर रखता हूं मेरे पैरों में झुनझुनी होने लग जाती है और फिर उसके बाद पैर काँपने लग जाते हैं। मैं एक कदम भी नहीं चल पाता हूं। मेरे भाई साहब ने आपका पता दिया है और कहा है कि आपने उनके एक प्रोजेक्ट में बतौर सहायक के रूप में काम किया था आज से कई साल पहले।" मध्य भारत से आए एक सज्जन ने जब इस तरह से अपना परिचय दिया तब मैंने उनके भाई साहब को पहचान लिया। भला उन्हें मैं कैसे भूल सकता हूं। उनके ही प्रोजेक्ट में मैं 2 सालों तक अनुसंधानकर्ता रहा। यह प्रोजेक्ट हाइब्रिड राइस पर था और इसमें बहुत सारी हाइब्रिड राइस की किस्मों का परीक्षण करना था और फिर उनका किसानों के लिए अनुमोदन करना था। पहले ही साल में पूरी फसल में कीड़ों ने आक्रमण कर दिया और सभी किस्में कम या ज्यादा प्रभावित हुई। यह एक तरह की असफलता थी पर दूसरे मायनों से देखा जाए तो यह एक बहुत बड़ी सफलता भी थी क्योंकि हमें यह पता चल गया था कि कौन सी किस्म कीड़ों के प्रति कैसा व्यवहार करती है पर हमारे प्रोजेक्ट के प्रमुख का कुछ और ही मन था। उन्होंने आनन

Consultation in Corona Period-227

Consultation in Corona Period-227 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "हमने आपको हर्बल चाय का जो सैंपल भेजा था आशा है आपने उसका पूरा परीक्षण कर लिया होगा और अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली होगी। अब आपसे अनुरोध है कि आप जल्दी ही समय निकालकर हमारे शोधकर्ताओं के बीच प्रस्तुत हो और बताएं कि आपके इस फार्मूले के बारे में क्या विचार हैं? क्या डायबिटीज के लिए यह हर्बल चाय कारगर सिद्ध होगी या इसमें किसी तरह के सुधार की जरूरत है?" मुंबई की एक बड़ी फार्मास्यूटिकल कंपनी के डायरेक्टर ने मुझसे फोन पर कहा। मैंने उनसे कहा कि मैं अगले हफ्ते ही मुंबई आने को तैयार हूं और मुझे दिन भर का समय चाहिए ताकि मैं आपके शोधकर्ताओं को सारी बातें अच्छे से समझा सकूं और अपनी रिपोर्ट उन्हें दे सकूं। वे इस बात के लिए तैयार हो गए और जल्दी ही मैं नियत समय में उनके ऑफिस पहुंच गया। उनकी टीम ने 36 घटकों का प्रयोग करके एक फार्मूला बनाया था जिसके बारे में उनका दावा था कि इसका प्रयोग करने से डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है और लंबे समय तक लगातार प्रयोग डायबिटीज को पूरी तरह से समाप्त करने में कारगर है। उनके अनुसार यह एक क्

Consultation in Corona Period-226

Consultation in Corona Period-226 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "मैं पिछले कई सालों से हृदय की अनियमित धड़कन की समस्या से प्रभावित हूं और इसके लिए मैं अभी 17 से अधिक प्रकार की दवाओं का प्रयोग कर रही हूं पर इससे मुझे लाभ नहीं हो रहा है इसलिए मैंने आपसे परामर्श का समय लिया है। क्या आप ऐसे फंक्शनल फूड की जानकारी दे सकते हैं जिनका प्रयोग करने से मेरी इस समस्या का समाधान हो जाए।" पूर्वी भारत से एक प्रोफेसर साहिबा का जब यह संदेश आया तब मैंने उनसे कहा कि वे आने से पहले अपनी सारी रिपोर्ट भेजें और यह बताएं कि वे इस समय कौन-कौन सी दवाओं का प्रयोग कर रही है। जब उन्होंने रिपोर्ट भेजी और मैंने उस रिपोर्ट का अध्ययन किया तो मुझे उनकी हालत गंभीर लगी। उनकी उम्र इतनी अधिक नहीं थी कि उन्हें इस तरह की तकलीफ होती। रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद मैंने उनसे उनके खान-पान के बारे में जानकारी ली पर मुझे किसी भी तरह का कोई सुराग नहीं मिला। हां, ऐसे फंक्शनल फूड के बारे में जानकारी अवश्य हुई जिनका प्रयोग करके उनको राहत पहुंचाई जा सकती थी। मैंने उन्हें समय दे दिया और उनसे कहा कि वे कम से कम डेढ़ घंटे

Consultation in Corona Period-225

Consultation in Corona Period-225 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "मुंबई एयरपोर्ट पर हमारा ड्राइवर आपको ले लेगा। आप गाड़ी से पुणे आ जाइएगा फिर वहां से हम सब एक बड़ी गाड़ी में फार्म हाउस की तरफ चलेंगे जहां परिवार के सभी सदस्य मौजूद रहेंगे। आपके रुकने की व्यवस्था फार्म हाउस में ही की है। कल सुबह हम आपको वापस मुंबई एयरपोर्ट पर छोड़ देंगे जहां से आप अपनी वापसी की यात्रा कर सकेंगे।" पुणे के एक सज्जन ने जब मुझे सारी व्यवस्था के बारे में बताया तो मैं पुणे जाने की तैयारी करने लगा। इन सज्जन के बड़े परिवार में 18 से अधिक सदस्य थे जिन्हें अलग-अलग स्वास्थ समस्याएं थी और वे चाहते थे कि मैं एक बार पुणे आ जाऊं और सभी की स्वास्थ समस्याओं पर अपने विचार व्यक्त करूं और उनकी जांच के बाद यह बता सकूं कि उनके लिए कौन सा फंक्शनल फूड सही रहेगा। नियत समय पर सब कुछ योजना के अनुसार हुआ और मैं सुबह दस बजे तक उनके फार्महाउस पहुंच गया। वहां नाश्ते की व्यवस्था थी पर उन्हें मालूम था कि यह मेरे भोजन का समय है इसीलिए उन्होंने भोजन की व्यवस्था की थी। भोजन बड़ा ही स्वादिष्ट था। मैंने इतने स्वादिष्ट भोजन के

Consultation in Corona Period-224

Consultation in Corona Period-224 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "क्या आपके पिताजी किसी तरह की कामोत्तेजक दवाओं का प्रयोग अभी भी करते हैं 65 वर्ष की उम्र में?" जब मैंने यह पूछा तो उन सज्जन ने कहा कि इस बारे में तो आप पिताजी से ही बात करिए। वही बता सकते हैं। हम लोग भला यह प्रश्न उनसे कैसे कर सकते हैं। मैंने कहा कि ठीक है आप यह मत बताइए पर यह तो बताइए कि क्या वे अधिक मात्रा में तुवर की दाल का प्रयोग करते हैं और तुवर की दाल उन्हें बहुत अधिक पसंद है। इसके बिना वे भोजन नहीं करते हैं। तब उन सज्जन ने कहा कि हां, आपकी बात सही है वे तुवर दाल के बहुत बड़े फैन हैं और डॉक्टरों के बार-बार मना करने पर भी इस उम्र में वे तुवर की दाल को बड़े शौक से खाते हैं और उसके बिना भोजन नहीं करते हैं। यह एक महत्वपूर्ण जानकारी थी। ये सज्जन उत्तर भारत से आए थे और उनके पिताजी को विचित्र तरह की समस्याएं हो रही थी। इसके समाधान के लिए उन्होंने मुझसे संपर्क किया था। उनके पिताजी को हर बार भोजन के बाद गहरी बेहोशी जैसे लक्षण आते थे जो कि कई घंटों बाद ठीक होते थे। दिन भर उनकी हालत बिल्कुल ठीक रहती थी। ऐसा सिर

Consultation in Corona Period-223

Consultation in Corona Period-223 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "आप तो जानते ही हैं कि टियर गैस के प्रभाव से दुनिया में असंख्य लोग हर साल प्रभावित होते हैं पर उनकी किसी भी तरह से देखभाल नहीं की जाती है। मुख्य रूप से उनका श्वसन तंत्र, आँखें और त्वचा इससे प्रभावित होती हैं और कालांतर में जहरीले रसायनों के कारण उन्हें नाना प्रकार की बीमारियां हो जाती हैं। जब वे इन बीमारियों की चिकित्सा के लिए चिकित्सकों के पास जाते हैं तो चिकित्सकों को इस बात की खबर नहीं होती है कि टियर गैस के रसायन के कारण ये समस्याएं हो रही है। वे नियमित रूप से उनकी चिकित्सा करते हैं जिससे उन्हें किसी भी तरह का लाभ नहीं होता है। टियर गैस कितना नुकसान करेगी यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि उसमें किस तरह का रसायन डाला गया है और कितनी देर तक इस रसायन के संपर्क में प्रभावित व्यक्ति आया है। टियर गैस के प्रभाव से न केवल वे लोग प्रभावित होते हैं जिन पर इनका प्रयोग किया जाता है बल्कि बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी भी विशेषकर ऐसे देशों में जहां सुरक्षाकर्मी इनका प्रयोग करते समय किसी सुरक्षा उपकरण का प्रयोग नहीं करते हैं

Consultation in Corona Period-222

Consultation in Corona Period-222 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "गर्भपात के 3000 मामलों की जानकारी मैं आपके पास भेज रहा हूं। हमने इन केस स्टडीज को तैयार किया है। हमने बहुत विस्तार से अध्ययन किया पर हमें गर्भपात के लिए जिम्मेदार कारणों का पता नहीं चला। हो सकता है आप अपने अनुभव के आधार पर कुछ बता सके।" उत्तर भारत के एक शोध संस्थान के डायरेक्टर ने जब इस तरह के मामले मेरे पास भेजे तो मैंने उनसे कहा कि मैं आपकी मदद करने की कोशिश करूँगा। मैं किसी समय सीमा में आपकी मदद नहीं कर पाऊंगा। मुझे जब भी अपने शोध कार्यों से फुरसत मिलेगी तब मैं इन मामलों को देख लूँगा और फिर आपसे इस बारे में चर्चा करूँगा। वे सहमत हो गए। गर्भपात से संबंधित मामलों को जब मैंने गहराई से देखना शुरू किया तो मुझे एक ही तरह के कई मामले दिखाई दिए। इन मामलों में एक सामान्य बात यह थी कि प्रभावित महिला को लीवर की समस्या थी और जिस समय गर्भपात हुआ उसके 15 दिन पहले से उनका ब्लड प्रेशर बहुत बढ़ा हुआ था। इतना अधिक कि उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था। ऐसे मामलों को मैंने एक अलग से सेट बना कर रख लिया और फिर जब डायरेक्टर

Consultation in Corona Period-221

Consultation in Corona Period-221 Pankaj Oudhia पंकज अवधिया "आप पार्किंसन की समस्या के लिए जिस आधुनिक दवा का प्रयोग कर रहे हैं उसके साथ आप मोटापे के लिए उपयोगी एक आधुनिक दवा का प्रयोग और कर रहे हैं। इसके कारण ही आपको हृदय की 22 प्रकार प्रकार की समस्याएं हो रही है। यदि आप अपने चिकित्सक की बात मुझसे करा सके तो मैं उन्हें बता सकता हूं कि इन दवाओं में किस तरह का रिएक्शन हो रहा है जिससे आपके हृदय की समस्या हो रही है। मुझे यह भी लगता है कि किसी समझदार चिकित्सक ने यह पर्ची नहीं लिखी होगी क्योंकि उन्हें मालूम है कि इन दोनों दवाओं को एक साथ नहीं दिया जाना चाहिए।" मुंबई से पधारे एक 58 वर्षीय सज्जन से मैं ये बातें कह रहा था जो कि लंबी यात्रा करके मुझसे मिलने रायपुर आए थे। मेरी बात सुनकर उन्होंने कहा कि मैं आपके पास जड़ी बूटियों का परीक्षण कराने आया हूं और उस आधार पर मेडिसिनल राइस लेने के लिए। आप बिना परीक्षण किए ही बता रहे हैं कि मेरी 22 प्रकार की हृदय से संबंधित समस्या के लिए मेरी आधुनिक दवाएं जिम्मेदार है। आप आधुनिक दवाओं पर बिल्कुल भी ध्यान मत दीजिए। केवल अपना परीक्षण करिए औ