कैंसर में हेमक्षीरी, बीजों के प्रयोग से बढ़ सकती है बीमारी
कैंसर में हेमक्षीरी, बीजों के प्रयोग से
बढ़ सकती है बीमारी
पंकज अवधिया
यदि आपके डाक्टर अमेरिका से आपके साथ आना
चाहें तो उनका स्वागत है. उनके आने से मैं आपके कैंसर के बारे में विस्तार से जान
सकूंगा और आपकी चिकित्सा बेहतर ढंग से हो सकेगी-ऐसा मैंने आपसे कहा था.
आपको लीवर का कैंसर है और अब आपका आधुनिक
उपचार बंद हो चुका है. आपको बता दिया गया है कि आपके पास ज्यादा वक्त नही है.
आपके चिकित्सक ने ही आपको मुझसे मिलने की
सलाह दी और आपके साथ चलने की हामी भरी. आपने बताया कि पहले आपने श्रीलंका के हर्बल
विशेषज्ञ से दवाएं ली और फिर उसके बाद ब्राजील मूल के हर्बल विशेषज्ञ से पर आपको
लाभ नही हुआ.
अंत में आपने भारतीय मूल के हर्बल
विशेषज्ञ से सलाह ली और पिछले कुछ महीनों से उनकी दवा चल रही है. आपके डाक्टर इस
दवा से खुश नही है.
वे लगातार कह रहे हैं इस दवा के कारण
कैंसर तेजी से बढ़ रहा है और आपकी हालत बिगडती जा रही है पर आपको उन हर्बल विशेषज्ञ
पर भरोसा है और आपको लगता है डाक्टर जलन के कारण ऐसा कह रहे हैं. पर अंदर ही अंदर
आप भी महसूस कर रहे हैं कि आपको लाभ नही हो रहा है.
आपके हर्बल विशेषज्ञ ने बताया कि वे
प्रतिवर्ष हिमालय जाते हैं और वहां से जड़ी-बूटियाँ लेकर आते हैं. उन्होंने दावा
किया था कि तीन महीने में आपका कैंसर ठीक हो जाएगा पर अव उन्होंने अवधि बढा दी है
और कह रहे हैं कि कीमोथेरेपी की दवाओं के कारण उनकी दवाएं असर नही कर रही हैं.
क्या हुआ जो कीमोथेरेपी की दवाएं महीनों
पहले बंद हो चुकी है. आपके हर्बल विशेषज्ञ मानते हैं कि उनका असर अभी भी शरीर में
है. इस बात पर भी आपके डाक्टर उनसे सहमत नही है.
आपने बताया कि वे आपको हेमक्षीरी नामक
बूटी पर आधारित फार्मूला दे रहे हैं. मैंने उनसे फोन पर विस्तार से बात की है और
उनके कैंसर की चिकित्सा से सम्बन्धित अनुभव को जाना है.
मैं आपको बताना चाहता हूँ कि आपके हर्बल
विशेषज्ञ आपके कैंसर के लिए गलत दवा का प्रयोग कर रहे हैं. वे हेमक्षीरी के बीज का प्रयोग कर रहे हैं जो
लीवर के लिए हानिकारक है इस दवा के कारण
ही आपको कैंसर तेजी से फैल रहा है. आपके डाक्टर सही कह रहे हैं.
पारम्परिक चिकित्सा में लीवर के कैंसर के
लिए हेमक्षीरी का प्रयोग नही किया जाता है. विशेष परिस्थितियों में इसके अन्य पौध
भागों का प्रयोग किया जाता है पर बीजों का नही.
दक्ष पारम्परिक चिकित्सक यदि इनके बीजों
का प्रयोग करते हैं तो बहुत कम समय के लिए और गहन शोधन के बाद कई तरह के परीक्षणों
से इसकी विषाक्तता को जांचने के बाद ही इसका प्रयोग करते हैं.
आपके हर्बल विशेषज्ञ को शायद किताबी
ज्ञान अधिक है और जमीनी स्तर का ज्ञान बहुत कम इसलिए वे आपकी जान से खिलवाड़ कर रहे
हैं. हेमक्षीरी के साथ एलो का प्रयोग भी सम्भलकर किया जाता है. आपके हर्बल विशेषज्ञ
इस बात से भी अनजान है और वे आपको अधिक मात्रा में एलो का जूस लेने को कह रहे हैं.
मैं आपको यही सलाह देना चाहता हूँ कि आप हर्बल
विशेषज्ञ की दवा तुरंत बंद करें. यदि आप चाहे तो मैं आपको दक्ष पारम्परिक चिकित्सकों
के पास भेज सकता हूँ. यदि आप मेरी सेवायें लेना चाहते हैं तो भी मैं तैयार हूँ.
मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.
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सर्वाधिकार सुरक्षित
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