च्यवनप्राश से जब स्वास्थ्य समस्या होने लगे- पंकज अवधिया से जाने कारण
च्यवनप्राश से जब स्वास्थ्य समस्या होने लगे- पंकज अवधिया से जाने कारण
च्यवनप्राश खाने से यदि कम दिखने लगे तो निश्चित जानिए कि आंवलों को कम पानी वाले स्थानों के वृक्षों से एकत्रित किया गया।
च्यवनप्राश खाने से ब्रेस्ट कैंसर तेजी से फैलने लगे तो निश्चित जानिए कि आंवलों को सही समय से पहले तोड़ा गया है।
च्यवनप्राश खाने से यदि बहुत अधिक कमजोरी लगे तो निश्चित जानिए कि शुद्व वंशलोचन की जगह मिलावटी प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से थाइराइड कैंसर तेजी से फैलने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमें बहुत पुराने विदारीकंद का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से यदि मल-मूत्र मार्ग से खून आने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमें दोषपूर्ण पिप्पली का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से काम शक्ति तेजी से घटने लगे तो निश्चित जानिए कि ऐसा कीटग्रस्त अकरकरा के प्रयोग के कारण हो रहा है।
च्यवनप्राश खाने से ब्रेन ट्यूमर का आकार बढ़ने लगे तो निश्चित जानिए कि ऐसा रोगग्रस्त पुनर्नवा के प्रयोग के कारण हो रहा है।
च्यवनप्राश खाने से बाल तेजी से झड़ने लगे तो निश्चित जानिए कि प्रयोग किये गए आंवलो को आयरन की कमी वाले स्थान से एकत्र किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से बच्चों की स्मरण शक्ति घटने लगे तो निश्चित जानिए कि प्रयोग किये गए आंवलो को कैल्शियम की कमी वाले स्थान से एकत्र किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से Penile Cancer बढ़ने लगे तो निश्चित जानिए कि दीमक की बहुलता वाले क्षेत्र से पुनर्नवा एकत्र किया गया।
च्यवनप्राश खाने से अस्थमा बढ़े तो निश्चित जानिये कि विषाणु रोगग्रस्त गुडूची का प्रयोग इसमे किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से सोरायसिस बढ़े तो निश्चित जानिए कि तेज धूप में सुखाये गए नागरमोथा का प्रयोग इसमे किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से डायबीटीज की समस्या बढ़े तो निश्चित जानिए कि समय से पहले एकत्र हरड़ का प्रयोग इसमे किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से दस्त होने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमे गर्म हवाओं से झुलसे वासा का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से हाइपर एसीडीटी होने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमे मिलावटी ब्राम्ही का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से ह्रदय की धड़कन बढ़ने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमे अधिक pH वाली मिट्टी से एकत्रित गोखरु का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से हाथ-पैर में जलन होने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमे Problematic Soil से एकत्रित बला का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से नाक से खून निकलने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमे Heat Stress वाले स्थान से एकत्रित ब्राम्ही का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से घुटनों का दर्द बढ़ने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमे रासायनिक खेती से उत्पादित मुलैठी का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से व्यक्त शुक्र घटने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमे Leaf Mosaic प्रभावित बला का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से मिर्गी जैसे दौरे आने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमे कर्रा वृक्ष की शहद का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से नाक बहने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमे Betousa कीट से प्रभावित आँवले का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से बार-बार ज्वर आने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमे Deudorix कीट युक्त आँवले का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से हाजमा बिगड़ने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमे अधिक पोटाश वाली मिट्टी में उत्पादित असगंध का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से शरीर मे कम्पन होने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमे दोषपूर्ण सतावर का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से ओरल कैंसर फैलने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमे असमय तोड़े गए बेल का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से प्रोस्टेट कैंसर फैलने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमें पडरी वृक्षों के पास से एकत्रित कंटकारी का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से चेहरा काला पड़ने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमें कुकरौंदा के साथ उग रही वृहती का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से पैरों में सूजन आने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमें अनुमोदित मात्रा से अधिक गंभारी का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से कमर का दर्द बढ़ने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमें बिना शोधन किये अग्निमंथ का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से अधिक पसीना आने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमें अधिक वर्षा के बाद एकत्रित मुद्गपर्णी का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से अपच होने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमें अनुमोदित मात्रा से अधिक सालपर्णी का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से पूरे शरीर मे फोड़े होने लगे तो निश्चित जानिए कि Polluted Soil से एकत्रित माषपर्णी का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से बार-बार पेशाब होने लगे तो निश्चित जानिए कि उसमे Borer ग्रस्त वृक्षों से एकत्रित आंवलों का प्रयोग किया गया है।
च्यवनप्राश खाने से किडनी का कैंसर फैलने लगे तो इसका कारण उसमे दोषयुक्त नागकेसर का प्रयोग है।
च्यवनप्राश से हड्डियों का कैंसर फैलने लगे तो इसका कारण आंवला और दोषयुक्त पुनर्नवा का Negative Interaction है।
च्यवनप्राश से हड्डियां कमजोर होने लगे तो इसका कारण आंवला और दोषयुक्त ब्राम्ही का Negative Interaction है।
च्यवनप्राश से महिलाओं में अव्यक्त शुक्र कम होने लगे तो इसका कारण आंवला और दोषयुक्त असगन्ध का Negative Interaction है।
च्यवनप्राश से पुरुषों में अव्यक्त शुक्र कम होने लगे तो इसका कारण आंवला और दोषयुक्त वासा का Negative Interaction है।
च्यवनप्राश से साँस लेने में मुश्किल होने लगे तो इसका कारण आंवला और दोषयुक्त शहद का Negative Interaction है।
च्यवनप्राश से आवाज बैठने लगे तो इसका कारण आंवला और दोषयुक्त नागकेसर का Negative Interaction है।
पंकज अवधिया
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