क्या जल्दी कर दी हमने आने में?
क्या जल्दी कर दी हमने आने में? - पंकज अवधिया " क्षमा करे पर शेयर्ड होस्टिंग श्रेणी में हम आपकी वेबसाईट नहीं रख सकते| आपको वर्चुअल पर्सनल सर्वर श्रेणी में जाना होगा| इसके आपको बीस हजार रूपये लगेंगे सालाना|" हम (माने मैं और मेरा वेबमास्टर) अपनी वेबसाईट में ३० जीबी की सामग्री की अपलोडिंग समाप्त करने ही वाले थे कि यह सूचना आई| हम तैयार हो गए ५००० सालाना से बीस हजार सालाना की स्कीम के लिए| जब हम ३५ जीबी पर पहुंचे तो सूचना आई कि आप डेडीकेटेड सर्वर श्रेणी में जाए जिसका किराया लगभग ४८,००० रूपये हैं आधे साल का | यदि आप तैयार नहीं है तो हम आपकी साईट को होस्ट नहीं कर सकते| हमारे होश उड़ गए| वेबसाईट में दो ऐसे हिस्से थे जो ट्रेफिक का भार नहीं सहन कर पा रहे थे| एक हिस्सा जिसमे ६५०० से ज्यादा पीडीएफ फ़ाइल थी और एक फ़ाइल की साइज ३ से ४ एमबी थी| और दूसरा हिस्सा फोटो गैलरी का जिसमे दस लाख से अधिक फोटोलिंक्स थे| आखिर हमने फैसला किया कि हम इन दोनों को वेबसाईट से हटा लेंगे और चार जीबी की सामग्री ही वेबसाईट में रहने देंगे| छत्तीसगढ़ के जंगलों की ख़ाक छानते हुए औ