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Showing posts from 2009

कही खान-पान ही तो उत्तरदायी नही है आपकी स्वास्थ्य समस्याओ के लिये?

कही खान-पान ही तो उत्तरदायी नही है आपकी स्वास्थ्य समस्याओ के लिये? - पंकज अवधिया कुछ महिनो पहले एक व्यक्ति मेरे पास बालो के झडने की शिकायत लेकर आये। यह समस्या उन्हे हाल ही मे शुरु हुयी थी। पर चन्द दिनो मे ही उन्होने बहुत से उपाय कर डाले थे। महंगे से महंगा इलाज भी करवा लिया था पर फिर भी बाल गिरते ही जा रहे थे। मैने विस्तार से समस्या के बारे मे पूछा तो उन्होने बताया कि बालो गुच्छो के रुप मे गिर रहे है। जहाँ से बाल गिरते है उस स्थान पर बहुत खुजली होती है। बार-बार खुजाने का मन करता है। जब उन्होने यह बात त्वचा रोग विशेषज्ञ को बतायी थी तो उन्हे एक क्रीम दे दी गयी थी। पर न तो खुजली कम हुयी न ही बालो का गिरना।मैने उनकी पूरी बात सुनी और कहा कि आप पहले अपने प्रयोग कर ले। यदि सफलता न मिले तब मेरे पास आइयेगा। विस्तार से बात करेंगे। उन्होने पूछा कि क्या आप भी कोई दवा देंगे? मैने कहा कि नही, हम विस्तार से चर्चा करेंगे ताकि समस्या की जड तक पहुँच सके। उन्हे मधुमेह था। साथ मे उच्च रक्तचाप की शिकायत भी। एक दिन सुबह वे फिर आ गये और समस्या समाधान की जिद करने लगे। मै

स्वाइन फ्लू: नाक और मुँह बन्द रखे पर दिमाग खुला

स्वाइन फ्लू: नाक और मुँह बन्द रखे पर दिमाग खुला - पंकज अवधिया “लगातार उल्टियाँ हो रही है। बच्चे की हालत बहुत खराब हो रही है। हमने तो जैसा बताया गया था वैसे ही काढा लिया था। गिलोय भी नर्सरी वाले से लिया था। क्या आप कुछ मदद कर सकते है?“आज सुबह मुम्बई से आये एक फोन मे यह घबरायी हुयी आवाज सुनायी दी। मैने उन्हे जवाब दिया कि गिलोय के प्रयोग से ऐसा होना तो नही चाहिये। आप बच्चे को अस्पताल ले जाये और सारी बाते साफ-साफ चिकित्सक को बता दे। यदि सम्भव हो तो जिस गिलोय का काढा आपने बनाया था उसकी तस्वीर मुझे भेज दे ताकि मै यह सुनिश्चित कर सकूँ कि आपने सही वनस्पति का इस्तमाल किया था। फोन करने वाले सज्जन ने आनन-फानन मे तस्वीरे ई-मेल कर दी। मैने तस्वीर ध्यान से देखी तो सारा माजरा समझ मे आ गया। नर्सरी वाले ने गिलोय का तना देने की बजाय जड दे दी थी। जड का रस या काढा लेने से तुरंत उल्टियाँ शुरु हो जाती है और जब तक विष शरीर से बाहर नही निकल जाता उल्टियाँ होती रहती है। वे सज्जन यदि पारम्परिक चिकित्सको के पास होते तो वे रीठा पानी पीने को दे

गिलोय पर कुछ उपयोगी प्रकाशन

पंकज अवधिया (2009). गिलोय के सौ सरल औषधीय उपयोग. सीजीबीडी डेटाबेस, रायपुर, छत्तीसगढ. पंकज अवधिया (2009). ऐसे करे गिलोय को औषधीय गुणो से परिपूर्ण. सीजीबीडी डेटाबेस, रायपुर, छत्तीसगढ. पंकज अवधिया (2009). किन जडी-बूटियो का सेवन करे गिलोय के साथ. सीजीबीडी डेटाबेस, रायपुर, छत्तीसगढ. पंकज अवधिया (2009). किन जडी-बूटियो का सेवन न करे गिलोय के साथ. सीजीबीडी डेटाबेस, रायपुर, छत्तीसगढ. पंकज अवधिया (2009). ऐसे की जाती है गिलोय की पारम्परिक खेती. सीजीबीडी डेटाबेस, रायपुर, छत्तीसगढ. पंकज अवधिया (2009). किन लोगो को नही करना चाहिये गिलोय का सेवन. सीजीबीडी डेटाबेस, रायपुर, छत्तीसगढ. पंकज अवधिया (2009). क्यो बच्चे करे गिलोय का प्रयोग सावधानी से? सीजीबीडी डेटाबेस, रायपुर, छत्तीसगढ. पंकज अवधिया (2009). गिलोय के साथ नीम के पारम्परिक उपयोग. सीजीबीडी डेटाबेस, रायपुर, छत्तीसगढ. पंकज अवधिया (2009). गिलोय के साथ तुलसी के पारम्परिक उपयोग. सीजीबीडी डेटाबेस, रायपुर, छत्तीसगढ. पंकज अवधिया (2009). गिलोय के साथ मुस्कैनी के पारम्परिक उपयोग. सीजीबीडी डेटाबेस, रायपुर, छत्तीसगढ. पंकज अवधिया (2009). ऐसे लगाये ग

पंकज अवधिया, बावची और पारम्परिक चिकित्सकीय ज्ञान

बावची एक बहुपयोगी वनस्पति है जिसके बारे मे काफी कुछ लिखा गया है पर फिर भी बहुत कम लिखा गया है। इस वनस्पति के विषय मे बहुत सी जानकारियाँ दस्तावेजीकरण की बाट जोह रही है। इनमे से कुछ जानकारियो को सीजीबीडी नामक डेटाबेस मे शामिल किया गया है। सूचीबद्ध प्रकाशनो की जानकारी नीचे दी जा रही है। Recent Research Publications on Bemchi ( Psoralea corylifolia L.) based Traditional Formulations. Oudhia, P. (1996-2008). 215 Bemchi (Psoralea corylifolia L.) based Herbal Formulations used in Traditional Healing in India with special reference to Chhattisgarh, in treatment of Piles (Haemorrhoid). (Bemchi used as Primary ingredient). CGBD (Offline Database on Chhattisgarh Biodiversity), Raipur, India. Oudhia, P. (1996-2008). 180 Bemchi (Psoralea corylifolia L.) based Herbal Formulations used in Traditional Healing in India with special reference to Chhattisgarh, in treatment of Piles (Haemorrhoid). (Bemchi used as Secondary ingredient). CGBD (Offline Database on Chhattisgarh Biodiversity), Raipur, India.

पंकज अवधिया, एडस, जडी-बूटियाँ और पारम्परिक चिकित्सक

क्या हुआ जब आधुनिक चिकित्सा पद्धतियो द्वारा हाथ खडे कर देने के बाद एडस के रोगी पारम्परिक चिकित्सको के पास पहुँचे? कैसे वनस्पतियो की सहायता से लक्षणो के आधार पर पारम्परिक चिकित्सको ने उस बीमारी का इलाज शुरु किया जिसका चिकित्सकीय नाम तक उन्होने नही सुना था? क्या सभी रोगी बच पाये? क्या लाइलाज कहे जाने वाले आधुनिक रोगो मे पारम्परिक चिकित्सको के प्रयोग आधुनिक चिकित्सा को कुछ मदद कर पायेंगे? इन्ही सब प्रश्नो के उत्तर के लिये एडस के रोगियो के कुछ मामलो मे उपयोग की गयी जडी-बूटियो के बारे मे विस्तार से मामला-दर-मामला लिखने का प्रयास जारी है। इन शोध प्रकाशनो की सूची नीचे दे गयी है। Oudhia, P. (2007-2009). Detailed report on case studies of AIDS patients treated by Indian Traditional Healers with Herbal Formulations. 1. Case of 35 years old man. CGBD (Offline Database on Chhattisgarh Biodiversity), Raipur, India. Oudhia, P. (2007-2009).Detailed report on case studies of AIDS patients treated by Indian Traditional Healers with Herbal Formulations. 2. Case of little boy. CGBD (Offline Database on C

पंकज अवधिया, मेथी और असाध्य रोगो की चिकित्सा

यूँ तो अंग्रेजी मे मेथी के विषय मे भरपूर सामग्री उपलब्ध है पर हिन्दी मे भी अब मेथी के विषय मे विस्तार से लिखा जा रहा है। सीजीबीडी डेटाबेस मे उपलब्ध मेथी पर आधारित कुछ हिन्दी शोध लेखो की सूची नीचे दी जा रही है। पंकज अवधिया (2008). मधुमेह (डायबीटीज) के रोगी मेथी से अधिक्तम लाभ ऐसे ले। पंकज अवधिया (2008). मेथी से मधुमेह से सुरक्षा क्या सम्भव है? पंकज अवधिया (2008). मेथी एक : लाभ अनेक. पंकज अवधिया (2008). आपकी गृह-वाटिका मे मेथी. पंकज अवधिया (2008). मेथी के रोगो का जैविक विधियो से सफाया ऐसे करे. पंकज अवधिया (2008). कही आप गलत तरीके से मेथी का सेवन तो नही कर रहे? पंकज अवधिया (2008). कौन-सी सावधानियाँ बरती जानी चाहिये बाजार से मेथी लेते समय? पंकज अवधिया (2008). मेथी की कितनी मात्रा आपके लिये उपयुक्त है? पंकज अवधिया (2008). क्या आपको पता है कि मेथी के गलत प्रयोग से आपको नुकसान भी हो सकता है? पंकज अवधिया (2008). मेथी पुराण. पंकज अवधिया (2008). मेथी की व्यवसायिक खेती कर रहे किसानो से चर्चा और उनकी व्यवसायिक मजबूरियो की जानकारी. पंकज अवधिया (2008). मेथी का नियमित उपयोग